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प्रादेशिक

जदयू में मची खलबली, पूर्व MLC ने दिया इस्तीफा; उपेंद्र कुशवाहा बोले- पार्टी में टूट निश्चित

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JDU former MLC Ranveer Nandan resigned

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पटना। बिहार में जदयू में खलबली मचती दिखाई दे रही है। यहां पूर्व विधान पार्षद रणवीर नंदन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को भेजा है। इधर, नंदन के इस्तीफे के बाद जदयू छोड़कर अपनी नई पार्टी बना चुके उपेंद्र कुशवाहा का भी एक बयान सामने आया है। कुशवाहा ने कहा है कि जदयू में टूट निश्चित है।

जानकारी के अनुसार, रणवीर नंदन ने राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को पत्र लिखकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है। नंदन ने अपने इस पत्र की एक प्रति मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा को भी भेजी है।

नंदन के इस्तीफे से अटकलें तेज

रणवीर नंदन ने बहुत ही साधारण अंदाज में अपना इस्तीफा लिखा है। उन्होंने सिर्फ एक लाइन में लिखा है कि मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। इसमें उन्होंने अपने इस्तीफा देने के पीछे की कोई वजह नहीं बताई है। नंदन ने अपने लैटर हैड पर लिखे गए इस पत्र में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को संबोधित किया है।

उन्होंने इसमें नीचे अपने हस्ताक्षर कर तारीख (27 सितंबर 2023) का उल्लेख किया है। बता दें कि रणवीर नंदन पहले ही बयान दे चुके हैं कि नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार को साथ आना चाहिए। अब इस्तीफे के बाद उनके भाजपा में जाने या फिर एनडीए में शामिल पार्टियों में से किसी एक का दामन थामने की चर्चा तेज हो गई है।

उपेंद्र कुशवाहा ने की भविष्यवाणी

इधर, जदयू से अलग होकर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू को लेकर भविष्यवाणी की है। उन्होंने एक बयान में कहा है कि जदयू में अभी और टूट होना निश्चित है। बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा जदयू के राजद के साथ गठबंधन बनाने को लेकर काफी लंबे समय तक खफा रहे। इसके बाद उन्होंने जदयू छोड़कर अपनी नई पार्टी बना ली थी। भाजपा नेता सुशील मोदी ने भी अपने एक बयान में उपेंद्र के इस दावे को सही ठहराया है।

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उत्तर प्रदेश

कानपुर : 1992 के दंगो से बंद पड़े शिव जी के मंदिर को बीजेपी मेयर प्रमिला पांडेय ने खुलवाया

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कानपुर। यूपी के कानपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय ने मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में बंद पड़े 2 मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को अतिक्रमण हटवाने के निर्देश दिए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला। वहीं दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला।

क्या है पूरा मामला?

कानपुर की मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय अचानक पूरे दलबल के साथ थाना कर्नलगंज के लुधौरा क्षेत्र पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया। मेयर ने क्षेत्र में मौजूद दो मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को मंदिर पर हुए अतिक्रमण को हटवाने के निर्देश दिए।

वहीं साथ गई नगर निगम की टीम को मंदिर के अंदर और बाहर साफ सफाई के निर्देश दिए गए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला तो दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला। मेयर ने बताया कि उनको कुरान का भी ज्ञान है। उसमें भी लिखा है कि किसी भी धर्म का अपमान नही करना चाहिए। मंदिरों की साफ सफाई का अभियान लगातार चलता रहेगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

अयोध्या में भी 32 साल बाद खुला शिव मंदिर

अयोध्या के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित मुस्लिम बहुल लद्दावाला इलाके में स्थित एक बंद पड़े शिव मंदिर को 32 साल बाद फिर से खोला गया है। यह मंदिर 1992 में अयोध्या के विवादित बाबरी ढांचे के ध्वस्त किए जाने के बाद से बंद पड़ा था। सोमवार को मंदिर को दोबारा खोलने के लिए आयोजित शुद्धीकरण समारोह और हवन पूजा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। इस मौके पर पर स्थानीय हिंदू कार्यकर्ताओं ने स्वामी यशवीर महाराज के नेतृत्व में पूजा अर्चना की और मंदिर में श्रद्धा से दर्शन किए।

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