Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

जेएनयू के चीफ प्रॉक्टर कृष्ण कुमार का इस्तीफा

Published

on

जेएनयू के चीफ प्रॉक्टर कृष्ण कुमार का इस्तीफा, रबर स्टैंप की तरह इस्तेमाल, जेएनयू परिसर में राष्ट्र विरोधी नारेबाजी का मामले

Loading

 

जेएनयू के चीफ प्रॉक्टर कृष्ण कुमार का इस्तीफा, रबर स्टैंप की तरह इस्तेमाल, जेएनयू परिसर में राष्ट्र विरोधी नारेबाजी का मामले

नई दिल्ली। जेएनयू विवाद में एक नया मोड़ आ गया है। चीफ प्राक्टर कृष्ण कुमार ने पद से इस्तीफा दे दिया है। कुमार ने कहा कि मामले को सही तरीके से प्रशासन के हैंडल न करने के कारण उन्होंने 29 फरवरी को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। स्कूल ऑफ इन्वाइरन्मेंटल साइंसेज के एपी दिमरी ने एक मार्च को उनका स्थान लिया है। सूत्रों के अनुसार, 9 फरवरी को जेएनयू परिसर में राष्ट्र विरोधी नारेबाजी के मामले की जांच के लिए 11 फरवरी को एक समिति का गठन किया गया था लेकिन उसके चार घंटे बाद ही एक उच्च स्तरीय समिति का गठन कर दिया गया। उस समिति में प्रोफेसर राकेश भटनागर, एच बी बोहिदर और सुमन के धर शामिल थे।

‘मुझे रबर स्टैंप की तरह इस्तेमाल किया’

कृष्ण कुमार से आठ स्टूडेंट्स- कन्हैया कुमार, अनिर्बन भट्टाचार्य, श्वेता राज, उमर खालिद, अनंत प्रकाश, रामा नागा, ऐश्वर्या अधिकारी और आशुतोष कुमार को सस्पेंड करने के लिए पत्र पर हस्ताक्षर कराए गए। इससे आहत कृष्ण कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और कहा कि इस मामले में उनका रबर स्टैंप की तरह इस्तेमाल हुआ।

मुख्य समाचार

बदल गई उपचुनावों की तारीख! यूपी, केरल और पंजाब में बदलाव पर ये बोला चुनाव आयोग

Published

on

Loading

नई दिल्ली। विभिन्न उत्सवों के कारण केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे। कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय और राज्य दलों के अनुरोध पर चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है।

विभिन्न उत्सवों की वजह से कम मतदान की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए, चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है। ऐसे में ये साफ है कि अब यूपी, पंजाब और केरल में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे।

चुनाव आयोग के मुताबिक राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों की ओर से उनसे मांग की गई थी कि 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख में बदलाव किया जाए, क्योंकि उस दिन धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम हैं। जिसके चलते चुनाव संपन्न करवाने में दिक्कत आएगी और उसका असर मतदान प्रतिशत पर भी पड़ेगा।

Continue Reading

Trending