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राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनौती, सिर्फ 15 मिनट में ये दो काम कर दिखाएं तो जानें

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को चुनौती देते हुए कहा कि वह, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार की उपलब्धियों पर बिना किसी लिखित भाषण के 15 मिनट तक बोलकर दिखाएं। प्रधानमंत्री ने यह प्रतिक्रिया पिछले सप्ताह राहुल गांधी की उस चुनौती पर की जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर उन्हें संसद में 15 मिनट तक बोलने की इजाजत दी गई तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका सामना नहीं कर पाएंगे।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 के लिए पार्टी के प्रचार अभियान में अपनी पहली चुनाव रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा।

उन्होंने कहा “वह सही हैं। मेरे जैसे साधारण लोग, जो अच्छी तरह से बनते संवरते नहीं वे कांग्रेस अध्यक्ष की तरह के उच्च और शक्तिशाली लोगों के साथ किसी भी सूरत नहीं बैठ सकते हैं।”

मोदी ने इसके तुरंत बाद सुर बदलते हुए राहुल गांधी पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष एक नामदार (केवल नाम के) शख्स हैं। तो, वह कामदार (काम करने वाले) के प्रयासों के बारे में कैसे जानेंगे। हम कामदार हैं (हमें लोग काम से जानते हैं)। हमारा स्तर क्या है कि हम कांग्रेस अध्यक्ष जैसे लोगों के साथ बैठ सकें, जो हमें अपने से कम स्तर का समझते हैं।”

राहुल गांधी को सिद्धारमैया सरकार की उपलब्धियों पर कागज पर लिखी बात को पढ़कर सुनाने के बजाए 15 मिनट तक बोलने की चुनौती देते हुए मोदी ने कहा, “आप हिंदी, अंग्रेजी या अपनी मां (सोनिया) की मातृभाषा (इतालवी) में बात कर सकते हैं।”

उन्होंने राहुल गांधी को 15 मिनट के भाषण में पांच बार विश्वेश्वरैया का उच्चारण करने की भी चुनौती दी। उन्होंने कहा, “यही काफी है। कर्नाटक के लोग आपके शब्दों की ताकत को माप लेंगे।”

परिवारवाद पर राहुल गांधी को लक्षित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी (राहुल की) पहचान परिवार के नाम से है जबकि वह खुद अपने काम के लिए जाने जाते हैं।

मोदी ने कहा, “शायद उत्सुकता के कारण नव निर्वाचित कांग्रेस अध्यक्ष सभ्यता भूल जाते हैं। उन्होंने मेहनती मजदूरों को बधाई तक नहीं दी जिसके कारण भारत के सभी गांवों को बिजली मिल रही है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वर्ष 2005 में मनमोहन सिंह ने कहा था कि वह वर्ष 2009 तक हर गांव को बिजली मुहैया कराएंगे। उन्होंने कहा, “मनमोहन सिंह ने कहा कि हम वर्ष 2009 तक हर गांवों में विद्युतीकरण करेंगे। सोनिया गांधी ने एक कदम आगे बढ़ते हुए कहा कि हम वर्ष 2009 तक हर घर को बिजली मुहैया कराएंगे। लेकिन क्या हुआ? फिर, हमने देखा कि कांग्रेस ने मनमोहन सिंह के साथ कैसा व्यवहार किया। उन्होंने अध्यादेशों को फाड़ दिया और उनका अपमान किया।”

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास गरीबों और मजदूरों को देने के लिए कुछ नहीं, वह केवल उनका तिरस्कार करती रही है। मोदी ने कहा कि सरकार अब भारत के हर घर को बिजली उपलब्ध कराने जा रही है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि मैं पूछता हूं जिन्होंने 1947 के बाद अधिकांश समय तक शासन किया, उन्होंने बिजली से वंचित 18,000 गांवों के बारे में क्यों नहीं सोचा।

Karnataka Assembly Election 2018 Modi Congress Rahul Gandhi 15 Minutes BJP

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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