Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

S-400 मिसाइल सिस्टम: अगर 32 देश एक साथ कर दें हमला तो भी भारत का कुछ नहीं बिगाड़ सकेंगे!

Published

on

s-400

Loading

नई दिल्ली। भारत में आजकल राफेल सौदा और पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम के अलावा जो एक चीज चर्चा का विषय बनी है वो है S-400 मिसाइल सिस्टम। बीते दिन रुस से हुए समझौते में यह प्रणाली भारत को देने पर करार हो गया। आपको जानकर हैरानी होगी इस तरह की रक्षा प्रणाली अमेरिका के पास भी नहीं है। बात अगर इस प्रणाली की खासियत की करें तो यह एक साथ 36 मिसाइलों को हवा में ही मार गिरा सकती है। साथ ही 72 मिसाइलें एक साथ छोड़ सकती है।

S-400

वायुसेना प्रमुख बी एस धनोआ ने कहा, ‘लंबी और मध्यम दूरी की वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली से वायुसेना को बेहद जरूरी ‘प्रोत्साहन’ मिलेगा। यह प्रणाली स्टील्थ विमान और दूसरे हवाई लक्ष्यों सहित हवाई हमले को तबाह करने के लिए तैयार की गयी है।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत के बाद जारी किए गए एक संयुक्त बयान में कहा गया, ‘दोनों पक्षों ने भारत को सतह से हवा में वार करने वाली लंबी दूरी की मिसाइल प्रणाली एस-400 की आपूर्ति के लिए सौदे को अंतिम रूप देने का स्वागत किया।’

भारत द्वारा लिए जा रहे एस-400 की कीमत 500 करोड़ डॉलर से भी ज्यादा है। माना जा रहा है समझौते को अंतिम रुप देने के बाद यह प्रणाली अगले 24 महीने तक भारत आ जाएगा। एस-400 खरीदने के बाद भारत के पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान अब डर के साये में जीने को मजबूर हो जाएंगे। यह मिसाइल प्रणाली पड़ोसी देश द्वारा किसी भी हमले से निपटने में सक्षम है।

विशेषज्ञों ने बताया कि वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली में एक युद्धक नियंत्रण चौकी, हवाई लक्ष्यों का पता लगाने के लिए तीन कॉर्डिनेट जैम-रेजिस्टेंट फेज्ड एैरे रडार, छह-आठ वायु रक्षा मिसाइल कांप्लेक्स (12 तक ट्रांसपोर्टर लांचर के साथ) और साथ ही एक बहुपयोगी फोर-कॉर्डिनेट इल्यूमिनेशन एंड डिटेक्शन रडार), एक तकनीकी सहायक प्रणाली सहित अन्य लगे हैं.

एस-400 प्रणाली में हर ऊंचाई पर काम करने वाला रडार (डिटेक्टर) और एंटेना पोस्ट के लिए मूवेबल टॉवर भी लगाए जा सकते हैं. यह प्रणाली 600 किलोमीटर तक की दूरी तक लक्ष्यों का पता लगा सकती है और उसकी सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल पांच से 60 किलोमीटर तक के लक्ष्यों को तबाह कर सकती है।

नेशनल

गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

Continue Reading

Trending