Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

आध्यात्म

भक्ति वाले की शर्त है कि कोई कामना न हो

Published

on

Loading

kripalu ji maharaj

अगर मनुष्‍य अपनी सब कामनायें छोड़ दे, तो भगवान् बन जाये। ऐंऽऽ! नृसिंह भगवान् ने देखा, अरे ये छोरा तो हमारे बराबर हो गया ‘भगवत्‍त्‍वाय कल्‍पते।‘ महाराज! आपके बराबर मैंने नहीं कहा। मैंने तो भगवान् के बराबर कहा है। आप तो हमारे स्‍वामी हैं। हाँ।

कामनायें इतनी भयानक होती हैं और ये ही नहीं है, दो कामनायें- एक तो जगत् की कामना  और एक कामना जगत् के अभाव की, दोनों कामना, कामना है। क्‍या मतलब? मतलब ये कि ज्ञानी लोग क्‍या चाहते हैं? ज्ञानी ब्रह्मज्ञानी, वो सनकादिक हो, जनकादिक हों, शुकादिक हों, कोई हों। ज्ञानमार्गीय क्‍या चाहता है? क्‍यों ज्ञान का साधन करता है? मोक्ष के लिये-

ज्ञानादेव हि कैवल्‍यम् ।

धर्म ते विपरित जोग ते ज्ञाना। ग्‍यान मोच्‍छप्रद वेद बखाना।।

मोक्ष देता है, ज्ञान। तो मोक्ष की कामना है न उसकी। हाँ। तो कामना वाला हो गया न। भक्ति वाले की तो शर्त है कि कोई कामना न हो। वो अहैतुकी के सिद्धान्‍त को मानता है-

सर्वाभिलाषिताशून्‍यम् ।

आध्यात्म

महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन, सीएम योगी ने दी बधाई

Published

on

Loading

लखनऊ ।लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन है. आज के दिन डूबते सूर्य को सायंकालीन अर्घ्य दिया जाएगा और इसकी तैयारियां जोरों पर हैं. आज नदी किनारे बने हुए छठ घाट पर शाम के समय व्रती महिलाएं पूरी निष्ठा भाव से भगवान भास्कर की उपासना करती हैं. व्रती पानी में खड़े होकर ठेकुआ, गन्ना समेत अन्य प्रसाद सामग्री से सूर्यदेव को अर्घ्य देती हैं और अपने परिवार, संतान की सुख समृद्धि की प्रार्थना करती हैं।

यूपी के मुख्यमंत्री ने भी दी बधाई।

Continue Reading

Trending