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आध्यात्म

चार पुरुषार्थ हैं- धर्म अर्थ काम मोक्ष

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kripalu ji maharaj

तो इस प्रकार, भक्ति में सबसे प्रमुख बात कि कामना इधर की भी उधर की भी दोनों गलत हैं। ये चार पुरुषार्थ कहे गये हैं जो आप लोग सुने होंगे- धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष। तो धर्म, अर्थ, काम ये तीन तो मायिक हैं। ये तो आपको खूब मिलते हैं। अनन्‍त बार मिल चुके। ब्रह्मलोक तक के जितने संसारी विषयों के सुख हैं, ये धर्म, अर्थ, काम। चौथी चीज अपको कभी नहीं मिली। वो ब्रह्मानन्‍द है, दिव्‍य स्प्रिचुअल हैपीनेस। लेकिन उसकी भी कामना, गलत है। अरे महाप्रभु जी ने तो इतने गुस्‍से में कहा था-

अज्ञान तमेर नाम कहिये कैतव।

धर्म अर्थ काम मोक्ष वांछा आदि सब।।

चार प्रकार के कैतव होते हैं। कैतव माने धूर्त, ठगने वाले। डाकू, चार सौ बीस। जिसने इस जीव को बरबाद कर रखा है, अनादिकाल से। हाँ। धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष आदि सब। धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष, ये चार डाकू। लेकिन-

तार मध्‍ये मोक्ष वांछा कैतव प्रधान।

इन चारों में मोक्ष की इच्‍छा सबसे बड़ा ठग है। क्‍यों? अरे संसार का दुःख तो सदा को चला गया। आप इसे ठग बता रहे हैं? अरे इसलिये ठग है कि अगर हम संसार में घूमते रहेंगे, तो आशा है कि कभी कोई महापुरुष मिल जाय।हमारी बुद्धि में वो महापुरुष बैठ जाय और हम उसके शरणागत हो जायें और ‘मैं’ कौन?, ‘मेरा’ कौन? समझ लें और मान लें, तो एक दिन प्रेमानन्‍द मिल जायगा, पक्‍का है। लेकिन मोक्ष वाले को कभी नहीं मिलेगा। वो तो गया। जो नदी समुद्र में जाकर मिल गई, अब आप उस मीठे पानी को समुद्र से नहीं निकाल सकते। हाँ अब तो वो खारा हो गया। मिल गया उसी में, एक हो गया- एकत्‍व मुक्ति कहते हैं उसी को। न उसके शरीर है, न मन , बुद्धि है। आत्‍मा का परमात्‍मा में लय हो गया-

यथा नद्यः स्‍यन्‍दमानाः समुद्रेऽस्‍तं गच्‍छन्ति नामरूपे विहाय।

तथा विद्वान् नामरूपाद् विमुक्‍तः परात्‍परं पुरुषमुपैति दिव्‍यम् ।।

(मुण्‍डको. 3-2-8)

आध्यात्म

महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन, सीएम योगी ने दी बधाई

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लखनऊ ।लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन है. आज के दिन डूबते सूर्य को सायंकालीन अर्घ्य दिया जाएगा और इसकी तैयारियां जोरों पर हैं. आज नदी किनारे बने हुए छठ घाट पर शाम के समय व्रती महिलाएं पूरी निष्ठा भाव से भगवान भास्कर की उपासना करती हैं. व्रती पानी में खड़े होकर ठेकुआ, गन्ना समेत अन्य प्रसाद सामग्री से सूर्यदेव को अर्घ्य देती हैं और अपने परिवार, संतान की सुख समृद्धि की प्रार्थना करती हैं।

यूपी के मुख्यमंत्री ने भी दी बधाई।

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