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कुडनकुलम परमाणु संयंत्र में बिजली उत्पादन फिर शुरू

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चेन्नई| तमिलनाडु के कुडनकुलम स्थित एक हजार मेगावाट के परमाणु संयंत्र में रविवार शाम से बिजली उत्पादन फिर से शुरू हो गया। यह जानकारी राष्ट्रीय ग्रिड का संचालन करने वाले पॉवर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीओएसओसीओ) ने दी है।

संयंत्र की इकाई को टरबाइन भवन के फीड वाटर सिस्टम में चार फरवरी को स्टीम लीक की वजह से बंद कर दिया गया था।

पीओएसओसीओ ने बताया कि इकाई को सात फरवरी को फिर से शुरू किया जाना था, लेकिन इसे टालना पड़ा।

इकाई में रविवार रात 10.41 बजे बिजली उत्पादन 413 मेगावाट तक पहुंच गया।

देश परमाणु बिजली संयंत्रों के संचालक भारतीय परमाणु विद्युत निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) तिरुनेलवेली के कुडनकुलम में एक हजार मेगावाट के दो परमाणु संयंत्र स्थापित कर रहा है।

पहली इकाई में जुलाई 2013 में परमाणु विखंडन की प्रक्रिया शुरू हो गई। इसे अक्टूबर 2013 में दक्षिणी ग्रिड से जोड़ दिया गया। व्यावसायिक रूप से बिजली का उत्पादन यहां 31 दिसंबर, 2014 को शुरू हुआ।

इस इकाई में कई बार गड़बड़ियां सामने आईं। कई डेडलाइन बीतने के बाद 21 जनवरी, 2016 को फिर से इसके रिएक्टर में परमाणु विखंडन प्रक्रिया शुरू हो सकी और 30 जनवरी को इसे दक्षिणी ग्रिड से जोड़ दिया गया।

आधिकारिक तौर से बताया गया है कि एक हजार मेगावाट की दूसरी इकाई में परमाणु विखंडन की प्रक्रिया इसी साल किसी समय शुरू हो जाएगी।

लेकिन, जानकार सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि दूसरी इकाई में कामकाज अगले साल ही शुरू होने के आसार हैं।

परमाणु ऊर्जा विनियामक बोर्ड (एईआरबी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हाल में आईएएनएस को बताया था कि दूसरी इकाई से संबंधित रपटों का अध्ययन किया जा रहा है। इनके अध्ययन के बाद बोर्ड कुछ शर्ते रखेगा। इन्हें पूरा करने के बाद एनपीसीआईएल इस इकाई के रिएक्टर में ईंधन भरने की अनुमति मांगेगा।

एईआरबी ने कुडनकुलम की तीसरी और चौथी इकाई के निर्माण के लिए जगह के अध्ययन की इजाजत दे दी है। इन दो इकाइयों पर 40 हजार करोड़ रुपये का खर्च आएगा।

नेशनल

गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

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नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

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