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उत्तर प्रदेश

लखनऊ में अवैध निर्माणों को लेकर LDA सख्त, दो दिन में सील होंगी 100 अवैध इमारतें

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लखनऊ। उप्र की राजधानी लखनऊ में होटल अग्निकांड के बाद अवैध निर्माणों को लेकर लखनऊ विकास प्राधिकरण सख्त हो गया है। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने 2 दिनों के भीतर शहर की 100 अवैध इमारतों को सील करने का आदेश दिया है। इन सभी अवैध इमारतों को चिन्हित कर लिया गया है। मंगलवार से इनके खिलाफ कार्रवाई शुरू हो सकती है।

नोटिस जारी कर सीलिंग का आदेश
एलडीए उपाध्यक्ष डाक्टर इन्द्रमणि त्रिपाठी ने सोमवार को प्रवर्तन जोन के विहित प्राधिकारियों और इंजीनियरों के साथ बैठक की। उपाध्यक्ष भू-उपयोग के विरूद्ध निर्मित सभी अवैध निर्माणों के जिन मामलों में नोटिस नहीं दिया गया, उन सभी को नोटिस जारी कर सीलिंग का आदेश पारित करने का आदेश किया है। जिन मामलों में आदेश पारित हो गया है उन सभी को सील करने के लिए कहा गया है।

दो दिन के अंदर 100 अवैध बिल्डिंग सील करने का निर्देश
उपाध्यक्ष ने जोनल अधिकारियों से विगत सप्ताह चिन्हित अवैध निर्माणों का विवरण भी लिया है। कितनों को नोटिस दिया गया है और कितने अवैध निर्माणों को सील किया गया। इंजीनियरों को दो दिनों के भीतर 100 अवैध बिल्डिंग को सील करने का निर्देश दिया है। इसके लिए इंजीनियरों को लक्ष्य दिया गया है।

अधिकारियो को भेजनी होगी फोटो और वीडियो
बता दे कि अब एलडीए के सभी अवर अभियंताओं को रोज उनके इलाकों में जाकर भू-उपयोग के विरूद्ध हो रहे अवैध निर्माणों की फोटो और वीडियो बनाकर स्पाट मेमो बनाकर भेजना होगा। स्पाट मेमो देने के बाद भी यदि निर्माण कार्य नहीं रोका जाता है तो एक हफ़्ते में सीलिंग की कार्यवाही की जायेगी।

उत्तर प्रदेश

हार्टफुलनेस ने आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए कराया सामूहिक ध्यान

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लखनऊ। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अभिनव पहल के रूप में घोषित प्रथम अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर पर श्री रामचंद्र मिशन के आईआईएम रोड स्थित हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए ध्यान एवं योग सत्र का आयोजन किया गया। योग व ध्यान का प्रकाश हर हृदय और हर घर पहुंचे, इसके लिए यहां कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख सचिच संस्कृति एवं पर्यटन श्री मुकेश मेश्राम उपस्थिति रहें। उन्होंने कहा कि युवाओं को ध्यान से जोड़ने की जरुरत है, जिससे वे जीवन में उन्नति भी कर सकते हैं।

हार्टफुलनेस संस्था अपने ग्लोबल गाइड पद्मभूषण कमलेश जी पटेल दाजी के मार्गदर्शन में प्राचीन योग परम्परा एवं ध्यान द्वारा मानवीय मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने हेतु दृढ़ संकल्पित है। संस्था द्वारा अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर प्राणाहुति आधारित ध्यान, प्राणायाम, आसन, मुद्रा एवं व्यक्ति के शारीरिक एवं मानसिक विकास से जुड़े सत्र प्रशिक्षित स्वयंसेवकों द्वारा प्रस्तुत किए गए। समारोह में नारकोटिक्स विभाग, उत्तर प्रदेश की सक्रिय भागीदारी रही। ड्रग व मादक पदार्थों के दुष्परिणामों व ध्यान के माध्यम से इनसे दूर रहने के उपायों को यहां बताया गया।

संस्था की जोनल कोऑर्डिनेटर शालिनी महरोत्रा ने बताया कि हार्टफुलनेस संस्था ध्यान के प्रति जन जागरूकता के लिए समर्पित है। ध्यान हमारी भावनाओं को संतुलित कर आधुनिक जीवन की आपाधापी के बीच शांति और स्थिरता प्रदान करता है। इसके महत्व को स्वीकार कर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस घोषित किया है। उन्होंने बताया कि हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में नियमित प्रात: व शाम को ध्यान सत्र का आयोजन किया जाता है। हार्टफुलनेस संस्था द्वारा पिछले वर्ष 7 से 9 अप्रैल को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में अलीगंज स्थित स्टेडियम में हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान का आयोजन किया था, जिसमें 10 हजार से अधिक लोगों ने एक साथ ध्यान व योग किया था।

अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस पर आलमबाग के फीनिक्स मॉल स्थित हार्टफुलनेस लॉन्ज में भी विशेष ध्यान सत्र का आयोजन किया गया। यहां हर दिन नि:शुल्क हार्टफुलनेस ध्यान सिखाया जाता है, जिसका लाभ युवाओं को विशेष रूप से मिलता है।

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