Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

मुझे कमरे में बंद किया, शराब ऑफर की…कांग्रेस छोड़ने वाली राधिका खेड़ा ने लगाए सनसनीखेज आरोप

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कांग्रेस से इस्तीफ़ा देने वाली राधिका खेड़ा ने पार्टी पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। उन्होंने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने भावुक होकर कहा कि छत्तीसगढ़ में लगातार मुझे अपमानित किया गया. कांग्रेस के पदाधिकारी सुशील आनंद शुक्ला ने मुझे कोरबा में शराब ऑफर की। यह उस वक्त हुआ जब राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे थे। राधिका ने बताया कि उसने अपने साथ हुई हरकतों के बारे में पार्टी के आला अधिकारियों और राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और जयराम रमेश को शिकायत भी दी, लेकिन किसी ने कोई एक्शन नहीं लिया।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस राम, हिंदू और सनातनी विरोधी है। मुझे हमेशा यह सुनने को मिलता था, लेकिन मैंने कभी इन सब बातों को माना नहीं। जब मैं श्रीराम के पास गई तो मुझे वास्तविकता का पता चला। अपनी दादी के साथ अयोध्या मंदिर गई थी और वहां से लौटने के बाद, मैंने अपने घर के दरवाजे पर ‘जय श्री राम’ का झंडा लगा दिया। उसके बाद कांग्रेस पार्टी मुझसे नफरत करने लगी। जब भी मैंने तस्वीरें या वीडियो पोस्ट किए, मुझे डांटा गया और पूछा गया कि मैं वहां क्यों गईं? कांग्रेस के नेताओं में मुझे भगवान राम के बारे में बात करने से रोका।

राधिका खेड़ा प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी बात कहते-कहते फूट-फूट कर रोने लगीं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में लगातार मुझे अपमानित किया गया। सुशील आनंद शुक्ला ने मुझे कोरबा में शराब ऑफर की। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान होटल में शराब ऑफर की गई। सुशील आनंद शुक्ला मुझे रात को फोन लगाते थे। सुशील आनंद ने रात 1 बजे मेरे कमरे का दरवाजा खटखटाया। मुझसे बदतमीजी की और गालियां दी।

सुशील आनंद मेरे ऊपर इतनी जोर से चिल्लाता था, जिस वजह से मैं रोने लगती थी। 2 प्रवक्ताओं ने कमरे के दरवाजे को बाहर से बंद कर दिया था। आज भी घटना को सोचकर रौंगटे खड़े हो जाते हैं। सचिन पायलट को बताया तो उन्होंने कहा कि चुनाव का समय है, चुप रहिए। भूपेश बघेल ने कहा कि तुम छत्तीसगढ़ छोड़ दो। जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने कॉल तक नहीं उठाया। छत्तीसगढ़ पुलिस पूरे मामले पर संज्ञान लें। क्यों कांग्रेस नेताओं ने कमरे की बाहर से कुंडी लगाकर मुझे बंद किया?

नेशनल

संसद में धक्का-मुक्की के दौरान घायल हुए बीजेपी के दोनों सांसद हुए अस्पताल से डिस्चार्ज

Published

on

Loading

नई दिल्ली। संसद परिसर में 19 दिसंबर को हुई धक्का-मुक्की की घटना में घायल हुए भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल से चार दिन बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। बता दें कि 19 दिसंबर को संसद परिसर में विपक्ष और एनडीए के सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हो गई थी। इस धक्का-मुक्की के दौरान बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए थे। उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। उसके बाद उन्हें दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें सिर में चोट आई थी और ब्लड प्रेशर की भी समस्या हो गई थी।

संसद परिसर में धक्का-मुक्की के बाद घायल हुए बीजेपी के दोनों सांसदों को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उसके दो दिन बाद यानी 21 दिसंबर को उन्हें एक वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा कि, “दोनों सांसदों की हालत अब काफी बेहतर है और उन्हें छुट्टी दे दी गई है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉ. शुक्ला एमएस ने पहले कहा था कि, ‘एमआरआई और सीटी स्कैन में चोट के संबंध में कुछ भी महत्वपूर्ण बात सामने नहीं आई है।

बता दें, कांग्रेस के राहुल गांधी पर ये आरोप लगाया गया कि उन्होंने भाजपा के सांसदों को धक्का मारा जिस वजह से वे घायल हो गए। दोनों को अस्पताल में तुरंत भर्ती करवाया गया।जानकारी के मुताबिक, इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फोन पर घायल सांसदों से बात की थी। इसके अलावा, उन्होंने सांसद मुकेश राजपूत से कहा, “पूरी देखभाल करना, जल्दबाजी नहीं करना और पूरा इलाज कराना।”

घटना को लेकर बीजेपी ने विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने धक्का देकर बीजेपी सांसदों को घायल कर दिया। बीजेपी ने इस घटना को लेकर राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया। वहीं दूसरी तरफ, कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए पलटवार भी किया है जिसमें बीजेपी पर ये आरोप लगाया कि उनके सांसदों ने धक्का-मुक्की की थी, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चोटिल होते-होते बचे। फिलहाल घायल सांसद डॉक्टरों की निगरानी में हैं और पूरी तरह से स्वस्थ होने तक आराम करेंगे।

Continue Reading

Trending