Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

रेल यात्रियों को भारतीय रेलवे देने वाली है एक नई सुविधा, खाने-पीने की वस्तुएं खरीदने के लिए अब नहीं देने होंगे पैसे

Published

on

Loading

भारतीय रेलवे अपने यात्रियों का खास ख्याल रखते हुए एक नई पहल करने जा रही है। अधिकारियों ने दावा किया कि रेलवे जल्द ही रेलगाड़ियों में भी कैशलेस सुविधा मुहैया कराएगा। इससे यात्रियों को खाने-पीने की चीजों को खरीदने में काफी आसानी होगी।

रेलवे सूत्रों के मुताबिक, यह प्रस्ताव रेलवे बोर्ड में पेश किया जा चुका है और जल्द ही यह सुविधा शुरू हो जाएगी।

अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन में सफर कर रहे वह यात्री जो चाय, कॉफी, खाना लेना चाहते हैं, लेकिन कैश की दिक्कत की वजह से नहीं खरीद पाते, उनकी सुविधा का ख्याल रखते हुए रेलवे ने अब रेलगाड़ियों में कैशलेश सुविधा मुहैया कराने का फैसला किया है।

रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड के माध्यम से यात्रियों को यह सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इससे यात्रियों के पास कैश न रहने पर भी वे खाने-पीने की चीजें खरीद सकते हैं।

वाराणसी रेलखंड के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव ने बताया कि डेबिट और क्रेडिट कार्ड से लेनदेन की शुरुआत कुछ राजधानी ट्रेनों में की गई है। जल्द ही इसे पैंट्रीकार वाली रेलगाड़ियों में भी लागू किया जाएगा।

अधिकारी ने बताया कि रेलवे बोर्ड की हाल ही में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है कि यात्री अब डेबिट और क्रेडिट कार्ड से भी खरीदारी कर सकते हैं। इसके लिए रेलगाड़ियों में चलने वाले वेंडर अब पीओएस मशीनें लेकर चलेंगे। इसके लिए राजधानी ट्रेनों में इसकी शुरुआत कर दी गई है। जल्द ही आम रेलगाड़ियों में चलने वाले यात्रियों को भी इसका लाभ मिल सकेगा।

अधिकारियों का दावा है कि पीओएस मशीनों से आप भीम एप और पेटीएम के जरिए भी यात्री अपना भुगतान कर सकेंगे। पीओएस मशीन से पेमेंट करने पर आपको खरीदी गई सामग्री का बिल भी मिलेगा। इससे यात्रियों को फायदा होगा। वेंडर अब यात्रियों से सामान के ज्यादा पैसे नहीं ले पाएंगे।

एक रेल अधिकारी ने बताया कि शुरुआती दौर में रेलवे की तरफ से इस योजना को 26 रेलगाड़ियों में शुरू किया गया है। इस योजना के सफल होने पर पीओएस मशीनों की सुविधा पैंट्रीकार वाली रेलगाड़ियों में दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि यह नियम भी बनाया गया है कि संबंधित रेलगाड़ियों में पीओएस से भुगतनान नहीं कराने पर वेंडर से आईआरसीटीसी की तरफ से जुर्माना वसूला जाएगा।

इनपुट आईएएनएस

नेशनल

गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

Continue Reading

Trending