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प्रादेशिक

मध्य प्रदेश चुनावः सर्वे में हुआ बड़ा खुलासा, दोबारा चुनाव लड़ रहे विधायक हो चुके हैं इतने अमीर!

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नई दिल्ली। 28 नवंबर को मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस पूरी तरह से कमर कस चुके हैं।

जहां एक ओर कांग्रेस मध्य प्रदेश में 15 साल का सूखा खत्म करने की कोशिश में हैं वहीं बीजेपी अपना किला दोबारा बचाने की पुरजोर कोशिश में है।

इस विधानसभा चुनाव में में कई ऐसे विधायक हैं जो दोबारा जनता के सामने अपनी किस्मत आजमाने उतरे हैं। इन विधायकों की संपत्ति में आश्चर्यजनक रुप से 71 फीसदी का इजाफा हुआ है।

मध्य प्रदेश इलेक्शन वॉच (MPEW) और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने इस बार दोबारा चुनाव लड़ रहे 167 विधायकों के हलफनामों का विश्लेषण करने के बाद यह खुलासा किया है।

सर्वे के मुताबिक 2013 में इन विधायकों की औसत संपत्ति 5.15 करोड़ रुपये के करीब थी लेकिन 2018 आते-आते इनकी संपत्ति में जबरदस्त इजाफा हो गया और विधायकों की औसत संपत्ति 71 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 8.79 करोड़ पहुंच गई।

सबसे अधिक संपत्ति वाले शीर्ष तीन दोबारा चुनाव लड़ने वाले विधायकों में से दो बीजेपी के हैं। इनमें पहले बीजेपी के उम्मीदवार संजय पाठक हैं जो विजयराघवगढ़ से चुनाव लड़ रहे हैं।

निर्वाचन आयोग के समक्ष दायर हलफनामे में उनकी संपत्ति 226 करोड़ रुपये बताई गई है। उनकी संपत्ति में पिछले पांच वर्षों में 86 फीसदी की वृद्धि हुई है।

तेंदुखेड़ा से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस उम्मीदवार संजय शर्मा की संपत्ति में 100 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जो बढ़कर 130 करोड़ रुपये हो गई है।

जबकि सिरमौर से चुनाव लड़ रहे बीजेपी उम्मीदवार दिव्यराज सिंह की संपत्ति में जबरदस्त वृद्धि दर्ज की गई है। 2013 में उनकी संपत्ति 4 करोड़ रुपये थी, जो 2018 में बढ़कर 62 करोड़ रुपये हो गई।

उत्तर प्रदेश

राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार

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प्रयागराज। योगी सरकार प्रयागराज महाकुंभ को दिव्य और भव्य स्वरूप प्रदान कर रही है। प्रयागराज नगरी के साथ ही जिले में गंगा किनारे स्थित निषादराज गुह्य की राजधानी रहे श्रृंगवेरपुर धाम का भी कायाकल्प सरकार कर रही है। श्रृंगवेरपुर धाम में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के साथ रूरल टूरिज्म की भी संभावनाएं विकसित हो रही हैं।

मिल रहा है भव्य स्वरूप
राम नगरी अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर के भव्य निर्माण और गर्भ ग्रह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब प्रभु राम के अनन्य भक्त निषादराज की राजधानी श्रृंगवेरपुर को भी भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। यूपी की पूर्व की सरकारों में उपेक्षित रहे प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई पहचान दी है। सामाजिक समरसता के प्रतीक इस स्थान को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के साथ अब रूरल टूरिज्म के साथ भी जोड़ कर विकसित किया जा रहा है।
प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि श्रृंगवेरपुर धाम का कायाकल्प का कार्य समापन के चरण में है। इसके अंतर्गत यहां ₹3732.90 लाख की लागत से निषादराज पर्यटन पार्क स्थल का निर्माण कार्य दो फेज में किया गया है। निषादराज पार्क (फेज-1) के निर्माण हेतु ₹ 1963.01 लाख के बजट से निषादराज एवं भगवान श्रीराम मिलन की मूर्ति की स्थापना व मूर्ति के पैडेस्टल का कार्य, पोडियम का कार्य, ओवर हेड टैंक, बाउण्ड्रीवाल, प्रवेश द्वार का निर्माण, गार्ड रूम आदि कार्य कराया गया। इसी तरह श्रृंगवेरपुर धाम में निषादराज पार्क (फेज-2) के ₹ 1818.90 लाख के बजट से इस भगवान श्रीराम के निषादराज मिलन से सम्बन्धित गैलरी , चित्रांकन, ध्यान केन्द्र, केयर टेकर रूम, कैफेटेरिया, पॉथ-वे, पेयजल व टॉयलेट ब्लॉक, कियास्क, पार्किंग, लैंड स्केपिंग, हॉर्टिकल्चर,आउटर रोड, सोलर पैनल, मुक्ताकाशी मंच आदि कार्य कराए गए हैं। 6 हेक्टेयर में बनाए गए इस भव्य पार्क का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

रूरल टूरिज्म का हब बनेगी निषादराज की नगरी
धार्मिक और आध्यत्मिक पर्यटन के साथ श्रृंगवेरपुर धाम को ग्रामीण पर्यटन के साथ जोड़कर विकसित करने का रोड मैप तैयार किया गया है ।अपराजिता सिंह के मुताबिक रूरल टूरिज्म के अन्तर्गत श्रृंगवेरपुर धाम को विकसित किये जाने के लिए सबसे पहले यहां ग्रामीण क्षेत्र में होम स्टे की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए यहां स्थानीय लोगों को अपने यहां मड हाउस या हट बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को कुछ अलग अनुभव हो सके। इन सभी स्थानों पर थीमेटिक पेंटिंग होगी, स्थानीय खानपान और स्थानीय संस्कृति को भी यहां संरक्षित किया जाएगा । पर्यटक भी यहां स्टे करने के दौरान स्थानीय ग्रामीण क्राफ्ट का हिस्सा बन सके ऐसी उनकी कोशिश है।

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