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मनोरंजन

महेश बाबू, नयनतारा को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, अभिनेत्री का फिल्मफेयर

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63वें फिल्मफेयर अवार्डस के दक्षिण भारतीय संस्करण, महेश बाबू, नयनतारा

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63वें फिल्मफेयर अवार्डस के दक्षिण भारतीय संस्करण, महेश बाबू, नयनतारा

mahesh babu nayanthara

हैदराबाद| 63वें फिल्मफेयर अवार्डस के दक्षिण भारतीय संस्करण में सुपरस्टार महेश बाबू को तेलुगू फिल्म ‘श्रीमंतुडु’ के लिए 2015 का सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और नयनतारा को तमिल फिल्म ‘नानुम राउडीधान’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से नवाजा गया। यहां शनिवार को फिल्मफेयर पुरस्कार समारोह में तमिल, तेलुगू, कन्नड़ एवं मलयालम फिल्म जगत की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।

विक्रम अभिनीत तमिल फिल्म ‘आई’ को चार पुरस्कार मिले, जबकि जयम रवि की ‘थानी ओरुवन’ और धनुष की ‘थंगामगन’ ने दो-दो पुरस्कार जीते। विग्नेश शिवन निर्देशित ‘नानुम राउडीधान’ और प्रशंसित फिल्म ‘काका मुत्तै’ ने एक-एक पुरस्कार पाया।

विक्रम को तमिल फिल्म ‘आई’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया, जिसके लिए ए.आर. रहमान ने सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक का पुरस्कार जीता। सर्वश्रेष्ठ बोल का पुरस्कार मदन कार्की और सर्वश्रेष्ठ गायक का पुरस्कार सिद श्रीराम ने ‘एननोदू नी इरुं धाल’ गीत के लिए जीता।

‘थानी ओरुवन’ के लिए मोहन राजा ने सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार अपने नाम किया। वहीं, चर्चित अभिनेता अरविंद स्वामी ने सर्वश्रेष्ठ सह-अभिनेता का पुरस्कार जीता।

श्वेता मेनन ने ‘थंगा मगन’ के ‘ऐन्ना सोल्ला’ गीत के लिए सर्वश्रेष्ठ पाश्र्व गायिका का पुरस्कार जीता। इसके लिए अभिनेत्री राधिका सरथ कुमार ने सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार जीता। वहीं, तेलुगू फिल्मों में एस.एस. राजामौली की ‘बाहुबली’ ने पांच पुरस्कार जीते, जबकि महेश बाबू की ‘श्रीमंतुडु’ ने तीन पुरस्कार जीते।

‘बाहुबली’ ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म और इसके निर्देशक राजामौली ने सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार लपका। इसके अलावा अभिनेत्री राम्या कृष्णन ने इसके लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री और इसके गाने ‘जीवनदी’ के लिए गीता माधुरी को सर्वश्रेष्ठ पाश्र्व गायिका एवं एस.एस. सेंथी कुमार ने सर्वश्रेष्ठ सिनेमेटोग्राफी का पुरस्कार जीता।

वहीं, अनुष्का शेट्टी ने तेलुगू फिल्म ‘रुद्रमादेवी’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री, जबकि अल्लू अर्जुन को इसी के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। दिग्गज तेलुगू अभिनेता एम.मोहन बाबू को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया।

उत्तर प्रदेश

डेकोरेटिव लाइट्स से महाकुंभ बनेगा भव्यता का प्रतीक

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को दिव्य और भव्य बनाने के लिए योगी सरकार अनेक अभिनव प्रयास कर रही है। इसी क्रम में पूरे मेला क्षेत्र को डेकोरेटिव लाइट्स से सजाया जा रहा है। 8 करोड़ की लागत से उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लि. की ओर से पूरे मेला क्षेत्र में 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइट पोल का जाल बिछाया जा रहा है। संगम जाने वाली हर प्रमुख सड़क पर यह अलौकिक पोल और लाइट श्रद्धालुओं का स्वागत करती नजर आएगी। योगी सरकार का यह प्रयास न केवल श्रद्धालुओं को दिव्य अनुभव देगा, बल्कि भारतीय संस्कृति और आधुनिकता का अद्भुत संगम भी प्रस्तुत करेगा।

प्रमुख मार्गों पर अनूठी रोशनी का जादू

अधीक्षण अभियंता महाकुंभ मनोज गुप्ता ने बताया कि सीएम योगी की।मंशा के अनुरूप महाकुंभ को भव्य रूप देने के लिए विद्युत विभाग बड़े पैमाने पर कार्य कर रहा है। डेकोरेटिव लाइट्स और डिजाइनर पोल्स उसी का हिस्सा है। मेला क्षेत्र में लाल सड़क, काली सड़क, त्रिवेणी सड़क और परेड के सभी मुख्य मार्गों को आकर्षक डेकोरेटिव लाइट्स से रोशन किया जा रहा है। ये लाइट्स भगवान शंकर, गणेश और विष्णु को समर्पित हैं, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति और सौंदर्य का अनुभव कराएंगी।

8 करोड़ की भव्य परियोजना

अधिशाषी अभियंता अनूप सिंह ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में 8 करोड़ से ज्यादा की लागत से 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइट पोल लगाए जा रहे हैं। इस बार टेंपरेरी की बजाय स्थायी पोल्स का निर्माण किया गया है, जो महाकुंभ के बाद भी क्षेत्र की रौनक बनाए रखेंगे। हर पोल को कलश और देवी-देवताओं की आकृतियों से सजाया गया है, जो मेले के वातावरण को सांस्कृतिक वैभव से भर देंगे। 15 दिसंबर तक सभी डेकोरेटिव लाइट्स का कार्य संपन्न कर लिया जाएगा, जिसके बाद रात में मेला क्षेत्र की आभा देखते ही बनेगी।

विद्युत विभाग का अभिनव प्रयास

उन्होंने कहा कि महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के अनुभव को यादगार बनाने के लिए यह विद्युत विभाग की ओर से एक अभूतपूर्व पहल है। आधुनिक तकनीक और सांस्कृतिक प्रतीकों के मेल से यह परियोजना महाकुंभ को विश्वस्तरीय भव्य आयोजन का दर्जा देगी। महाकुंभ के लिए लगाए गए ये डेकोरेटिव पोल्स स्थायी रहेंगे, जिससे क्षेत्र में आने वाले पर्यटक भी लंबे समय तक इस भव्यता का आनंद ले सकेंगे। डेकोरेटिव लाइट्स से सजे इस महाकुंभ में हर श्रद्धालु को आध्यात्मिक ऊर्जा और सांस्कृतिक गर्व का अनुभव होगा। यह पहल महाकुंभ को भारतीय संस्कृति की भव्यता और आधुनिक विकास का अद्वितीय प्रतीक बनाएगी।

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