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नए विवाद में फंसी TMC नेत्री महुआ मोइत्रा, अपने पूर्व प्रेमी की निगरानी करवाने का लगा आरोप

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Mahua Moitra

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नई दिल्ली। संसद में सवाल के बदले पैसे लेने के मामले में अपनी सदस्यता गंवाने के बाद TMC नेत्री महुआ मोइत्रा अब एक नए विवाद में फंसती दिख रही है। दरअसल, जिस व्यक्ति ने पूर्व सांसद मोइत्रा पर सवाल के बदले पैसे लेने का आरोप लगाए थे, उसी ने इस बार उन पर बंगाल पुलिस की मदद से अवैध निगरानी करवाने का आरोप लगाया है।

क्या लगा आरोप

सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई ने महुआ मोइत्रा पर अपने पूर्व प्रेमी की निगरानी कराने का आरोप लगाया है। इस मामले में उन्होंने 29 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सीबीआई निदेशक प्रवीण सूद को एक चिट्ठी लिखी। उन्होंने बताया कि टीएमसी नेता अपने पूर्व प्रेमी को उनके फोन नंबर के जरिए ट्रैक कर रही है। साथ ही वह बंगाल पुलिस के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों की मदद से कॉल डिटेल रिकॉर्ड भी प्राप्त कर रही है।

जय अनंत देहाद्राई ने कहा, ‘मैंने अपनी शिकायत सीबीआई को दे दी है। यह एक बहुत गंभीर मुद्दा है और इसमें ओडिशा के कुछ लोग उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान कर रहे हैं, जिसके खिलाफ मैंने मामला दर्ज किया है। यह लड़ाई खतरनाक है, लेकिन मैं पीछ नहीं हटूंगा।’

अपने पूर्व प्रेमी को ट्रैक करती थी बंगाल की सांसद

देहाद्राई ने अपने आरोप पत्र में कहा कि महुआ मोइत्रा 2019 में सुहान मुखर्जी नाम के एक व्यक्ति को ट्रैक कर रही थी। उन्होंने कहा, ‘महुआ ने मुझे मौखिक और लिखित रूप से बताया था कि वह अपने पूर्व प्रेमी को ट्रैक कर रही थी, क्योंकि उसे उस पर एक जर्मन महिला के साथ रिलेशन में होने का शक था। सुप्रीम कोर्ट के वकील ने अपनी चिट्ठी में कुछ चैट के स्क्रीनशॉट भी लगाए हैं।

SC के वकील देहाद्राई के आरोपपत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए बंगाल की सांसद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इन आरोपों का जवाब दिया है। उन्होंने कहा, मैं गृह मंत्रालय से आग्रह करती हूं कि भारत के सभी एक्स बॉयफ्रेंड्स की शिकायतों की जांच के लिए विशेष सीबीआई निदेशक नियुक्त किया जाए। हालांकि, कुछ ही घंटों बाद महुआ ने यह पोस्ट डिलीट कर दिया था।

नेशनल

दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने शुरू किया अभियान, 175 संदिग्ध लोगों की पहचान

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नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने अभियान शुरू कर दिया है। अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों खिलाफ अपने सत्यापन अभियान दिल्ली पुलिस ने ऐसे 175 संदिग्ध लोगों की पहचान की है। अधिकारियों ने रविवार को इस बात की जानकारी दी है। पुलिस ने शनिवार को शाम 6 बजे से बाहरी दिल्ली क्षेत्र में 12 घंटे का सत्यापन अभियान चलाया था।

दिल्ली पुलिस ने क्या बताया?

इस अभियान को लेकर दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा- “पुलिस ने वैध दस्तावेजों के बिना रहने वाले व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें हिरासत में लेने के अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। बाहरी दिल्ली में व्यापक सत्यापन अभियान के दौरान 175 व्यक्तियों की पहचान संदिग्ध अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के रूप में की गई है।

एलजी के आदेश पर कार्रवाई

दिल्ली पुलिस ने बीते 11 दिसंबर की तारीख से राजधानी में रह रहे अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पहचानने के लिए अभियान की शुरुआत की थी। इससे एक दिन पहले 10 दिसंबर को एलजी वीके सक्सेना के सचिवालय ने अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई का आदेश जारी किया था। इसके बाद से ही पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पकड़ने का अभियान शुरू किया है।

इस तरीके से चल रहे अभियान

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों की बढ़ती संख्या से चिंता बढ़ती जा रही है। बाहरी जिला पुलिस ने अपने अधिकार में आने वाले विभिन्न क्षेत्रों में कार्रवाई शुरू की है। पुलिस के मुताबिक, स्थानीय थानों, जिला विदेशी प्रकोष्ठों और विशेष इकाइयों के कर्मियों समेत विशेष टीम को घर-घर जाकर जांच करने और संदिग्ध अवैध प्रवासियों के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा करने का निर्देश दिया गया है।

 

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