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उत्तर प्रदेश

प्रयागराज: दो बेटियों की हत्या कर खुद भी फंदे पर झूल गया शख्स, डायरी में लिख गया गहरे राज

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प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक पिता ने अपनी दो बेटियों की हत्या कर खुद भी फांसी लगाकर जान दे दी। मृतक के कमरे से पुलिस को एक डायरी मिली है जिसमें उसने इस पूरी वारदात के पीछे का कारण बताया है।

डायरी में मनीष ने लिखा है कि मेरी और मेरे बच्चों की मौत का जिम्मेदार मेरी मां और मेरा भाई है। मनीष ने आगे लिखा कि मैंने लव मैरिज की थी। मेरी मां और भाई को ये शादी बिल्कुल भी पसंद नहीं थी। इस लिए मुझे इन लोगो ने घर से निकाल दिया। मैं अपने बच्चों और बीवी के साथ एक किराये के कमरे में रहने लगा। मेरी पिता की सरकारी नौकरी थी। उनके मरने के बाद नौकरी भी मेरे भाई को मिल गई। इतना ही नहीं इन्होने मुझे घर की जायदाद से भी बेदखल कर दिया। मेरे भाई और मेरी मां ने मिलकर मुझे बहुत सताया इसलिए मुझे अब जीना नहीं है। इस दुनिया में कुछ नहीं रखा है।

मनीष के दिमाग में ये सब पहले से चल रहा था। मनीष ने अपनी पत्नी को मार्केट भेज दिया था जो घर से थोड़ी दूर पर है। पत्नी के मार्किट जाते ही मनीष ने पहले अपने बच्चों को मौत के घाट उतारा। उसके बाद मनीष ने अपनी पत्नी को फोन मिलाकर पूछा कब तक घर आओगी। इतना पूछते ही मनीष ने फोन काट दिया। उसके बाद कमरे में खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

पुलिस ने क्या कहा

DCP दीपक भूकर का कहना है कि मनीष के परिवार में भाई और बहन से झगड़े की बात सामने आई है जो पिता की नौकरी को लेकर है। पुलिस अभी और पूछताछ व साक्ष्य जुटा रही है। उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

उत्तर प्रदेश

हार्टफुलनेस ने आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए कराया सामूहिक ध्यान

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लखनऊ। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अभिनव पहल के रूप में घोषित प्रथम अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर पर श्री रामचंद्र मिशन के आईआईएम रोड स्थित हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए ध्यान एवं योग सत्र का आयोजन किया गया। योग व ध्यान का प्रकाश हर हृदय और हर घर पहुंचे, इसके लिए यहां कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख सचिच संस्कृति एवं पर्यटन श्री मुकेश मेश्राम उपस्थिति रहें। उन्होंने कहा कि युवाओं को ध्यान से जोड़ने की जरुरत है, जिससे वे जीवन में उन्नति भी कर सकते हैं।

हार्टफुलनेस संस्था अपने ग्लोबल गाइड पद्मभूषण कमलेश जी पटेल दाजी के मार्गदर्शन में प्राचीन योग परम्परा एवं ध्यान द्वारा मानवीय मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने हेतु दृढ़ संकल्पित है। संस्था द्वारा अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर प्राणाहुति आधारित ध्यान, प्राणायाम, आसन, मुद्रा एवं व्यक्ति के शारीरिक एवं मानसिक विकास से जुड़े सत्र प्रशिक्षित स्वयंसेवकों द्वारा प्रस्तुत किए गए। समारोह में नारकोटिक्स विभाग, उत्तर प्रदेश की सक्रिय भागीदारी रही। ड्रग व मादक पदार्थों के दुष्परिणामों व ध्यान के माध्यम से इनसे दूर रहने के उपायों को यहां बताया गया।

संस्था की जोनल कोऑर्डिनेटर शालिनी महरोत्रा ने बताया कि हार्टफुलनेस संस्था ध्यान के प्रति जन जागरूकता के लिए समर्पित है। ध्यान हमारी भावनाओं को संतुलित कर आधुनिक जीवन की आपाधापी के बीच शांति और स्थिरता प्रदान करता है। इसके महत्व को स्वीकार कर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस घोषित किया है। उन्होंने बताया कि हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में नियमित प्रात: व शाम को ध्यान सत्र का आयोजन किया जाता है। हार्टफुलनेस संस्था द्वारा पिछले वर्ष 7 से 9 अप्रैल को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में अलीगंज स्थित स्टेडियम में हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान का आयोजन किया था, जिसमें 10 हजार से अधिक लोगों ने एक साथ ध्यान व योग किया था।

अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस पर आलमबाग के फीनिक्स मॉल स्थित हार्टफुलनेस लॉन्ज में भी विशेष ध्यान सत्र का आयोजन किया गया। यहां हर दिन नि:शुल्क हार्टफुलनेस ध्यान सिखाया जाता है, जिसका लाभ युवाओं को विशेष रूप से मिलता है।

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