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आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई स्‍पष्‍ट हैः एमएस बिट्टा

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आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई स्‍पष्‍ट, एमएस बिट्टा, आज की खबर के साथ एक एक्‍सक्‍लूसिव इंटरव्यू, आल इंडिया एंटी टैरिरिस्‍ट फ्रंट, जेएनयू में अफजल गुरू की बरसी

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आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई स्‍पष्‍ट, एमएस बिट्टा, आज की खबर के साथ एक एक्‍सक्‍लूसिव इंटरव्यू, आल इंडिया एंटी टैरिरिस्‍ट फ्रंट, जेएनयू में अफजल गुरू की बरसी

MS BITTA EXCLUSIVE INTERVIEW

सौम्‍या शुक्‍ला

लखनऊ। एक तरफ हमारे जवान सीमा पर देश की रक्षा के लिए सर कटा देते हैं, अपनी जान कुर्बान कर देते हैं दूसरी तरफ कुछ लोग भारत माता के टुकड़े करने की बात करते हैं। इनकी ऐसी की तैसी, उनकी हिम्‍मत कैसे हुई यह कहने की। सरकार को चाहिए कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्‍त से सख्‍त कार्यवाही करे। उक्‍त उद्गार आज की खबर के साथ एक एक्‍सक्‍लूसिव इंटरव्यू में आल इंडिया एंटी टैरिरिस्‍ट फ्रंट के अध्‍यक्ष एम एस बिट्टा ने व्‍यक्‍त किए।

पठानकोट हमले पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में बिट्टा का कहना था कि नवाज शरीफ से पीएम नरेंद्र मोदी की मुलाकात के बाद यह आतंकी घटना हुई इसी तरह से जब वाजपेयी जी ने मुलाकात की थी उसके बाद कारगिल हुआ। हमारी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई तो स्‍पष्‍ट है लेकिन हमें इसे और तेज करना होगा। जेएनयू में अफजल गुरू की बरसी मनाने पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में बिट्टा का कहना था कि यह बहुत ही दुर्भाग्‍यपूर्ण है कि जब हमारे जवान बर्फ के अंदर समाधि ले रहे थे और एक जवान मौत से लड़ रहा था उसी समय उस अफजल की बरसी मनाई जा रही थी जिसने हमारे लोकतंत्र के मंदिर पर हमला किया। उस समय को याद करते हुए बिट्टा ने कहा कि संसद में उस समय कांग्रेस, भाजपा, सीपीएम सहित सभी दलों के लोग मौजूद थे जिन्‍हें बचाने के लिए हमारे जवानों ने शहादत दी। सोचिए उन शहीदों के परिवार वालों पर ऐसे में क्‍या बीतती होगी। सरकार को चहिए ऐसे राष्‍ट्रविरोधी तत्‍वों के खिलाफ सख्‍त से सख्‍त कार्यवाही करे।

आतंकवाद की कड़ी भर्त्‍सना करते हुए एम एस बिट्टा ने आगे कहा कि कोई कहता है तिरंगा नहीं फहराऊंगा, कोई कहता है भारत माता की जय नहीं बोलूंगा अरे जब इस देश में रहना है तो देश हित में बोलना ही पड़ेगा। मीडिया को सलाह देते हुए उन्‍होंने कहा कि मीडिया को भी चाहिए कि रोज-रोज ऐसे बहसों को अपने कार्यक्रमों में जगह न दें क्‍योंकि ऐसा करके हम भारत माता, तिरंगे और वंदेमातरम को छोटा कर रहे हैं। ताजातरीन मुद्दे अगस्‍ता वेस्‍टलैंड पर बिट्टा का कहना था कि यह देश की सुरक्षा का सवाल है इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए। सरकार को इस पर स्‍पष्‍ट कार्यवाही करनी चाहिए।

वैसे तो एमएस बिट्टा ने खुद को राजनीति से अलग किया लेकिन पंजाब के आगामी विधानसभा चुनावों पर उनका कहना था कि वहां आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, भाजपा, अकाली दल सहित तमाम पार्टियां हैं लेकिन मेरा कहना है कि जो भी सरकार में आए वो लोगों के लिए काम करे। लोग राजनीति में आने के बाद जनसेवा को भूल जाते हैं। गंदी राजनीति का दौर है और मैं राजनीति में न आकर आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखूंगा। अरविंद केजरीवाल और अन्‍ना हजारे ने भारत माता और तिरंगे के नाम पर आंदोलन शुरू किया। एक सीएम बन गया दूसरा महाराष्‍ट्र चला गया। देशद्रोह के नारे लगे और भारत माता को अकेला छोड़ दिया।

 

 

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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