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नेशनल

दिल्ली में NDA तो, बेंगलुरु में विपक्ष दिखाएगा अपनी-अपनी ताकत; जानें कौन किसके साथ

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NDA vs opposition

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नई दिल्ली/बेगलुरु। देश की राजनीति में आज मंगलवार का दिन काफी अहम माना जा रहा है। 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर एक तरफ सत्ता पक्ष की बैठक दिल्ली में तो दूसरी तरफ विपक्ष की बैठक कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में हो रही है। सभी पार्टियां अपनी-अपनी ताकत दिखाने के लिए तैयार हैं।

सत्तारूढ़ भाजपानीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को 38 दलों के साथ मिलने की बात कही जा रही है। वहीं दूसरी तरफ, विपक्षी एकता को 26 दलों का समर्थन मिलने की उम्मीद है। आइए जानते हैं कि कौन सा दल किस गठबंधन को मजबूत बनाएगा।

एनडीए को बताया आदर्श गठबंधन

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को देश की ‘सेवा और मजबूत’ करने के लिए आदर्श गठबंधन बताया। उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में NDA के दायरे और पहुंच में वृद्धि का भी दावा करते हुए कहा कि दिल्ली में होने वाली एनडीए बैठक में 38 दल शामिल होंगे। वहीं, विपक्ष की बैठक पर वार करते हुए इसकी एकता को खोखला और स्वार्थ से भरा बताया।

एक दिन बैठक होना महज संयोग

हालांकि, एनडीए की लंबे समय के बाद होने वाली बैठक उसी दिन हो रही है, जब बेंगलुरु में विपक्ष दल एकजुट होने वाले हैं। बताया जा रहा है कि संयोगवश, जैसे ही विपक्ष बेंगलुरु में अपनी बातचीत समाप्त करेगा, एनडीए की बैठक शुरू हो जाएगी।

NDA की बैठक में शामिल होने वाले दल

अन्नाद्रमुक

शिंदे गुट वाली शिवसेना

एनपीपी (नेशनल पीपुल्स पार्टी, मेघालय)

एनडीपीपी (नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी, नागालैंड)

एसकेएम (सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा)

जजपा (जननायक जनता पार्टी)

एजेएसयू (ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन)

आरपीआई (रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया)

एमएनएफ (मिजो नेशनल फ्रंट)

तमिल मनीला कांग्रेस

तमिलनाडु से इंडिया मक्कल कालवी मुनेत्र कड़गम (IMKMK)।

आईपीएफटी (इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा)

बीपीपी (बोडो पीपुल्स पार्टी)

पीएमके (पट्टली मक्कल काची)

एमजीपी (महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी)

अपना दल, एजीपी (असम गण परिषद)

निषाद पार्टी

यूपीपीएल (यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल, असम)

अखिल भारतीय एनआर कांग्रेस, पुडुचेरी (AIRNC)

शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त, दढियाल)

जन सेना (पवन कल्याण)

एनसीपी (अजित पवार समूह)

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास पासवान)

हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM)

आरएलएसपी (राष्ट्रीय लोक समता पार्टी)

वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी, मुकेश सहनी)

एसबीएसपी (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, ओम प्रकाश राजभर)

इनके अलावा भी कई और दलों के शामिल होने की उम्मीद है। वहीं, अगर विपक्षी एकता की बात करें तो बताया जा रहा है कि उन्हें 26 दलों का साथ मिलेगा। आइए जानते हैं कि कौन से दल हैं, जो विपक्ष को मजबूत बनाने के लिए शामिल होगा।

ये दल होंगे विपक्षी एकता की बैठक में शामिल

कांग्रेस

शरद पवार वाले गुट की एनसीपी

तृणमूल कांग्रेस

आम आदमी पार्टी

जनता दल (यूनाइटेड)

राष्ट्रीय जनता दल

शिवसेना (यूबीटी)

समाजवादी पार्टी

राष्ट्रीय लोक दल

अपना दल (कामेरावाड़ी)

मनिथानेया मक्कल काची (एमएमके)

मरूमलारची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एमडीएमके)

कोंगु देसा मक्कल काची (केडीएमके)

विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके)

रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी)

ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक

इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग

केरल कांग्रेस (जोसेफ)

केरल कांग्रेस (मणि)

इन पार्टियों के अलावा भी कई और अन्य बेंगलुरु में पहुंचेंगे।

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अवध ओझा ने केजरीवाल को बताया भगवान कृष्ण का अवतार, कहा- समाज के कंस उनके पीछे पड़े हुए हैं

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नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के नेता और मशहूर शिक्षक अवध ओझा ने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को भगवान कृष्ण का अवतार बताया है। अवध ओझा ने कहा कि जब भी कोई समाज में बदलाव लाने की कोशिश करता है, खासकर जब वे गरीबों के लिए मसीहा बनने की कोशिश करते हैं तो सामाजिक ‘कंस’ (बुरी ताकतें) उनके पीछे आ जाती हैं। बता दें कि अभी हाल ही में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए अवध ओझा को पटपड़गंज विधानसभा से टिकट मिला है।

उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल तो भगवान कृष्ण हैं। जिनके पीछे समाज के कंस पड़े हुए हैं। ये लोग नहीं चाहते हैं कि गरीबों का भला हो। केजरीवाल गरीबों के लिए काम करें। उन्हें डर है कि कहीं 2029 के चुनाव में अरविंद केजरीवाल भारत के प्रधानमंत्री न बन जाएं। अरविंद केजरीवाल तो निश्चित रूप से भगवान हैं। मैं तो कह ही चुका हूं कि वह भगवान कृष्ण के अवतार हैं।

बता दें कि अवध ओझा पूरा नाम अवध प्रताप ओझा है। वह एक भारतीय यूपीएससी कोच, यूट्यूबर, और शिक्षक हैं। इनका संबंध यूपी के गोंडा जिले से हैं। यूपीएससी ने निराशा मिलने पर इन्होंने इलाहाबाद में कोचिंग में पढ़ाना शुरू किया। कोविड में जब ऑफलाइन क्लासेज बंद हो गई थी, तब अपने अलग शिक्षण शैली के कारण काफी तेजी से यूट्यूब पर पॉपुलर हो गए। अभी हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी ने उन्हें पटपड़गंज विधानसभा से चुनावी मैदान में उतारा है। इससे पहले इस सीट पर मनीष सिसोदिया थे।

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