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उत्तर प्रदेश

हापुड़ में बनेगा नया कन्वेंशन सेंटर, 17,409 वर्ग मीटर क्षेत्र में होगा निर्माण

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लखनऊ/हापुड़। उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार प्रदेश में नागरिक सुविधाओं में इजाफा करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में रह रहे लोगों को उत्तम सुविधाएं मिलें और प्रदेश के सभी क्षेत्रों के समेकित विकास का मार्ग प्रशस्त हो, इस दिशा में कार्य करते हुए योगी सरकार द्वारा जल्द ही हापुड़ में नए कन्वेंशन सेंटर का निर्माण किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सीएम योगी द्वारा हापुड़ के विकास को लेकर एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई थी जिसे क्रियान्वित करते हुए हापुड़-पिलखुआ विकास प्राधिकरण (एचपीडीए) ने कार्य शुरू कर दिया है। एचपीडीए द्वारा विकसित आनंद विहार योजना के सेक्टर एच में इस नए कन्वेंशन सेंटर का निर्माण होगा। यह कन्वेंशन सेंटर 17,407 वर्ग मीटर में विकसित होगा और इसके निर्माण व विकास कार्य के लिए एजेंसी निर्धारण व कार्यावंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। माना जा रहा है कि अगस्त महीने की शुरुआत तक एजेंसी निर्धारण व कार्यावंटन को पूरा कर लिया जाएगा जिसके बाद तेजी से कन्वेंशन सेंटर के निर्माण व विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।

3डी व हाई रिजोल्यूशन युक्त डीटेल्ड वॉक व्यू समेत डीपीआर बनाएगी एजेंसी

कार्ययोजना के अनुसार, एजेंसी निर्धारण व कार्यावंटन के बाद चयनित एजेंसी को साइट का सर्वे कर डीटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करना होगा। इसमें आर्किटेक्चरल डिजाइन, कंप्लीट ले-आउट प्लान के साथ ही सभी खंडों व उन पर विकसित होने वाली सुविधाओं का विवरण प्रस्तुत करना होगा। साथ ही, 3डी व्यूइंग व हाई रिजोल्यूशन डीटेल्ड वॉक इन व्यू युक्त वीडियो प्रेजेंटेशन तैयार करने होंगे जिसके जरिए होने वाले कार्यों की एक प्रस्तावना प्राधिकरण के आगे रखी जाएगी। प्राधिकरण द्वारा डीपीआर को स्वीकृत करने के बाद ही परियोजना के अंतर्गत निर्माण कार्य शुरू होंगे जिसके बाद तेजी से निर्धारित क्षेत्र में कन्वेंशन सेंटर के निर्माण व विकास कार्य का मार्ग प्रशस्त होगा।

ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट के आधार पर होगा निर्माण

सीएम योगी के विजन अनुसार, कन्वेंशन सेंटर के निर्माण व विकास कार्यों को ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट के आधार पर निर्मित किया जाएगा। कन्वेंशन सेंटर को मॉडर्न सिविक एमिनिटीज से लैस किया जाएगा जिसमें आधुनिक ऑडियो-विजुअल डिस्प्ले व साउंड सिस्टम, लाइटिंग सिस्टम, फायर फाइटिंग अलार्म व सिस्टम, लिफ्ट, सोलर एनर्जी इनेबल्ड पावर प्लांट, मॉड्यूलर सिटिंग व फर्नीचर अरेंजमेंट तथा वाइब्रेंट इनर स्पेस सेट अप मुख्य होगा।

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IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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