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जुर्म

वह काफी केयरिंग थी- निक्की को याद कर रो रहा साहिल, बताई हत्या का वजह

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Nikki Yadav Murder case

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नई दिल्ली। अपनी पहली पत्नी निक्की यादव का मर्डर करने के बाद साहिल गहलोत अब उसे मिस कर रहा है। पुलिस पूछताछ के दौरान, उसके आंखों में आंसू आ गए। इसका दावा पुलिस के सूत्रों ने किया है।

सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान साहिल गहलोत काफी रोया। वह निक्की के केयरिंग स्वभाव को याद कर रहा है। साहिल ने कहा कि निक्की उसके बीमार रहने पर रात भर जागा करती थी और उसकी छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखती थी। रोने के दौरान साहिल ने यह भी बताया कि आखिर उसे क्यों निक्की की हत्या करनी पड़ी।

निक्की को याद कर छलक पड़े साहिल के आंसू

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के सामने आरोपियों को बैठाकर पूछताछ चल रही है। इस बीच पुलिस के सूत्रों ने दावा किया कि रविवार को पूछताछ के दौरान साहिल गहलोत काफी रोया। साहिल ने कहा कि निक्की काफी केयरिंग थी। उसने कहा कि एक बार जब वह बीमार हुआ तो निक्की ने रात भर जगकर उसकी सेवा की थी। निक्की हमेशा उसकी छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखती थी।

साहिल ने पुलिस को बताया कि वह निक्की के साथ जिंदगी बिताना चाहता था लेकिन दूसरी बिरादरी का होने के चलते साहिल के परिवार वाले निक्की को कबूल नहीं रहे थे। साहिल ने आगे कहा कि उसने कई बार परिवार को इसके लिए समझाया लेकिन परिवार वालों ने कहा कि तुम उससे पीछा छुड़ा लो। साहिल ने आगे कहा कि इसके बाद मैंने निक्की को मनाने में लग गया। वह नहीं मानी और मजबूरन उसे निक्की की हत्या करनी पड़ी।

साहिल के पिता ने 25 साल पहले किया था मर्डर

साहिल ही नहीं उसके पिता वीरेंद्र गहलोत ने भी 25 साल पहले एक मर्डर किया था। साल 1997 में साहिल के पिता को एक मर्डर के चलते गिरफ्तार किया गया था। कोर्ट में भी कई साल िसपर सुनवाई चली और उन्हें हत्या का दोषी भी माना गया था। बाद में साहिल के पिता ने इस फैसले के खिलाफ अपील की जिसके बाद उन्हें कोर्ट ने जमानत दे दी थी। हत्या के बाद पिता वीरेंद्र गांव भाग गए थे।

उत्तर प्रदेश

मेरी पत्नी से शिक्षक का था अफेयर, इसलिए मार डाला; वकील के कबूलनामे से आया नया ट्विस्ट

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कानपुर। उप्र के कानपुर के पनकी के पतरसा में शिक्षक दयाराम सोनकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार वकील संजीव कुमार के बयान ने पेंच फंसा दिया है। वकील ने जो बयान दिया, उसके मुताबिक शिक्षक के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। चूंकि शिक्षक वर्तमान में कानपुर देहात में ही रह रहा था।

इसके चलते पत्नी भी कानपुर देहात स्थित मायके में ही थी। इसलिए उसने रविवार को दयाराम को बुलाकर अकेले ही बंद कमरे में जिंदा जलाकर मार डाला। वहीं, मृतक के भाई का कहना है कि भाभी के संबंध ढाबा संचालक से थे। विरोध करने पर भाभी ने प्रेमी और वकील के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दी।

मृतक दयाराम के छोटे भाई अनुज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि भाई दयाराम ने अपने मोबाइल फोन से उन्हें कॉल करके बताया था कि संजीव, पवन और संगीता ने उन्हें कमरे में बंद करके आग लगा दी है और भाग गए हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जब वकील संजीव को उठाकर पूछताछ शुरू की तो कहानी में नया मोड़ आ गया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव ने बताया कि दयाराम जिस कॉलेज में पढ़ाता था, उसी में संजीव का साला शिक्षक है। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दयाराम का संजीव के साले के घर में भी आना-जाना था। संजीव को दयाराम और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध का शक था।

संजीव के अनुसार, पत्नी को कई बार घर लाने की कोशिश की, लेकिन वो राजी नहीं हुई। पत्नी से संबंधों को लेकर बातचीत के लिए दयाराम को घर बुलाया। इसके बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हालांकि, पुलिस को अन्य हत्यारोपियों की घटनास्थल के आसपास लोकेशन भी नहीं मिली है। दोनों कहानियों की तह तक जाने के लिए पुलिस अब सक्ष्यों की मदद ले रही है।

संजीव कई बार बुला चुका था दयाराम को

अनुज ने बताया कि संजीव कई बार दयाराम को फोन करके उसकी पत्नी से समझौता कराने की बात कहकर बुला चुका था। परिवार वालों की राय के बाद वे समझौते के लिए गए थे, वहां सभी ने मिलकर उनके भाई की हत्या कर दी।

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