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अन्तर्राष्ट्रीय

ईरान में नहीं है लापता अमेरिकी : व्हाइट हाउस

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वाशिंगटन। अमेरिका ने मंगलवार को कहा कि संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के पूर्व एजेंट रॉबर्ट लेविंसन ईरान में नहीं हैं और इस बात पर यकीन करने के लिए उसके पास कारण हैं। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जोश अर्नेस्ट ने मंगलवार को दैनिक ब्रीफिंग में हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि किन कारणों से अमेरिकी प्रशासन को यकीन है कि लेविंसन ईरान में नहीं हैं, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रशासन उनके बारे में पता लगाने की पूरी कोशिश कर रहा है और इस बारे में जानकारी प्रेस को दी जाएगी।

जोश ने कहा, “ईरान ने लेविंसन का पता लगाने के लिए अमेरिका से प्रतिबद्धता जताई है।” जोश 2007 में ईरान के कीश द्वीप से लापता हो गए थे। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, उन्हें ईरान के भीतर खुफिया जानकारी का पता लगाने के लिए अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी द्वारा भुगतान किया जा रहा था। हालांकि ईरान लगातार इससे इनकार करता रहा है कि उसने अमेरिकी नागरिक को बंदी बनाया है। अमेरिका और ईरान के बीच कैदियों की अदला-बदली की पहल के दौरान बीते सप्ताहांत को दोनों देशों ने एक-दूसरे देशों के चार-चार कैदियों को रिहा किया, जिनमें लेविंसन नहीं थे।

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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