Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

जबरन धर्मांतरण का पर्दाफाश, एटीएस ने 2 लोगों को किया गिरफ्तार

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की एंटी टेररिस्ट स्कॉड (एटीएस) ने धर्मांतरण के मामले में 2 लोगों को पकड़ा है। इसके साथ ही ये बात सामने आयी है कि धर्मांतरण का काम संगठित तौर पर देश विरोधी, धार्मिक संगठन, आईएसआई व विदेशी संस्थाओं के निर्देश व उनसे प्राप्त फंडिग के जरिए किया जाता रहा है।

इस बारे में उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने खुद प्रेस कॅान्फ्रेंस कर इस गिरोह के बारे मे जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे ये गिरोह गरीब बच्चों, मूक बधिर छात्रों और महिलाओं को नौकरी व शादी का लालच देकर शिकार बनाता था।

आपको बताते चले कि इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। उनमें मुफ्ती काजी जहांगीर निवासी जामियानगर और मोहम्मद उमर गौतम निवासी जामियानगर, दिल्ली का रहने वाले हैं। जानकारी के अनुसार उमर गौतम ने खुद धर्म परिवर्तन किया है।

उमर गौतम उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में गैर मुस्लिम मूक बधिर बच्चों, महिलाओं और अन्य कमजोर वर्ग का सामूहिक धर्मांतरण कराता था।

पुलिस की पूछताछ में उमर ने खुलासा किया कि वह अभी तक हजारों गैर मुस्लिम लोगों का धर्मांतरण करवा चुका है और बड़ी संख्या मे मुस्लिमों से शादी करा चुका है।

उमर व उसके सहयोगियों द्वारा धर्म परिवर्तन हेतु आईडीसी (इस्लामिक दावाह सेंटर) नाम की संस्था का दिल्ली के जामिया नगर में संचालन किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य गैर-मुस्लिमों का धर्म परिवर्तन कराना है।

उमर के बहुत सहयोगी है जिनमें मुफ्ती काजी जहांगीर उसी के साथ पकड़ा गया है। मुफ्ती काजी धर्मांतरण से संबंधित प्रमाण-पत्र और विवाह का प्रमाण-पत्र गैर कानूनी ढंग से कराता था।

प्रादेशिक

बिहार में पुरुष शिक्षक हुआ गर्भवती, मैटरनिटी लीव भी मिला, जानें पूरा मामला

Published

on

Loading

हाजीपुर। अक्सर बिहार का शिक्षा विभाग सुर्खियों में रहता है लेकिन इस बार तो शिक्षा विभाग में बड़ा कांड हो गया। शिक्षा विभाग ने एक पुरुष BPSC शिक्षक को गर्भवती बना दिया और मैटरनिटी लीव (मातृत्व अवकाश) भी दे दी। खबर सामने आने के बाद अब बिहार शिक्षा विभाग और टीचरों का मजाक उड़ रहा है।

आधिकारिक वेबसाइट पर हुआ अपलोड

यह मामला हाजीपुर महुआ प्रखंड क्षेत्र के उच्च विद्यालय हसनपुर ओसती का है। यहां पर तैनात बीपीएससी टीचर जितेंद्र कुमार सिंह को शिक्षा विभाग की तरफ से गर्भवती बताकर छुट्टी दे दिया गया है। शिक्षा विभाग के पोर्टल ई शिक्षा कोष पर जितेंद्र कुमार सिंह को मैटरनिटी लीव दिया गया है। शिक्षा विभाग की नजरों में और ऑफिशल वेबसाइट के अनुसार, शिक्षक जितेंद्र कुमार सिंह प्रेग्नेंट हैं और छुट्टी पर हैं।

गौर करने वाली बात यह है कि मैटरनिटी लीव सिर्फ और सिर्फ महिला टीचर के लिए होती है। महिला शिक्षकों को यह छुट्टी तब मिलती है जब वह गर्भवती हों और बच्चे को जन्म देने वाली हों। लेकिन हाजीपुर में तो मामला ही पलट गया है। यहां तो पुरुष टीचर को भी मैटरनिटी लीव दिया गया है।

शिक्षा विभाग ने मानी गलती

हालांकि इस मामले में प्रखंड शिक्षा अधिकारी अर्चना कुमारी ने विभाग की गलती कबूल करते हुए यह बात कहा है कि गड़बड़ी से पोर्टल पर इस तरीके का हुआ है। पुरुष टीचर को इस तरीके की छुट्टी नहीं दी जाती। इसमें जल्द ही सुधार किया जाएगा।

लोग शिक्षा विभाग का बना रहे मजाक

जिस तरीके से एक टीचर को महिलाओं को मिलने वाली छुट्टी दी गई है, उससे जिले के पुरुष शिक्षकों में आक्रोश भी है और हंसी ठिठौली करने का एक अनोखा मुद्दा मिल गया है। शिक्षा विभाग ने कमरे पर जाकर मीडिया से बात करने का अनुमति नहीं दी है नहीं तो टीचर ना जाने क्या-क्या बात मजाक में बोल रहे हैं।

Continue Reading

Trending