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सिर्फ प्रधान सेवक नहीं प्रधान रक्षक भी, 110 देशों में मौजूद भारतीय की परवाह करती है मोदी सरकार: ज्योतिरादित्य सिंधिया

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jyotiraditya scindia with modi

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ग्वालियर। कतर की जेल में बंद भारतीय नौसेनिकों को 18 महीने बाद जेल से रिहा कर दिया गया। जनवरी में इन अधिकारियों की मौत की सजा को अलग-अलग अवधि की जेल की सजा में बदल दिया गया था।

पीएम ने ली प्रत्येक भारतीय की सुरक्षा की जिम्मेदारी

मोदी सरकार ने सैनिकों को रिहा कराने के लिए कतर सरकार से काफी बातचीत की। नौसेना के जवानों की रिहाई पर खुशी जाहिर करते हुए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने पीएम मोदी को ‘प्रधान रक्षक’ करार दिया है।

सिंधिया ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उन्होंने बार-बार दिखाया है कि अपने कार्यकाल के दौरान, वह सिर्फ पीएम नहीं हैं, बल्कि एक प्रधान सेवक और प्रधान रक्षक (रक्षक) हैं।” यूक्रेन युद्ध के दौरान भारतीय छात्रों को सुरक्षित देश वापस लाया गया।

विदेश में रह रहे भारतीय की सुरक्षा के लिए सरकार प्रतिबद्ध

पिछले 10 वर्षों में ऐसी कई घटनाएं हुईं, जहां प्रत्येक भारतीय को सुरक्षित वापस लाने की जिम्मेदारी पीएम ने सफलतापूर्वक निभाई है। उन्होंने कहा,”न केवल देश के अंदर 140 करोड़ भारतीयों के प्रति बल्कि देश के बाहर 110 देशों में अपना जीवन गुजार रहे 2.5 करोड़ भारतीयों के प्रति भी जिम्मेदारी की भावना है।”

‘पीएम मोदी की बदौलत हम भारत आ सके’

कतर से लौटे पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों में से एक ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के हस्तक्षेप के बिना हमारे लिए यहां खड़ा रहना संभव नहीं था, यह भारत सरकार के निरंतर प्रयासों के कारण हुआ। हम प्रधानमंत्री के बेहद आभारी हैं। यह उनके व्यक्तिगत हस्तक्षेप के बिना संभव नहीं होता। हम भारत सरकार द्वारा किए गए हर प्रयास के लिए तहे दिल से आभारी हैं, उन प्रयासों के बिना यह दिन संभव नहीं होता।

कब सुनाई गई थी आठों को मौत की सजा?

भारतीय नागरिकों को 25 मार्च, 2023 को दायर आरोपों का सामना करना पड़ा और कतरी कानून के अनुसार कानूनी कार्यवाही से गुजरना पड़ा। नवंबर में, डहरा ग्लोबल कंपनी और कंसल्टेंसी सर्विसेज के लिए काम करने वाले आठ भारतीय नाविकों को मौत की सजा दी गई थी।

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को नववर्ष की दी शुभकामनाएं

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नई दिल्ली। नए साल 2025 का आगाज होते ही पूरा देश जश्न में डूब गया है। देश के कोने-कोने में नए साल का जश्न मनाया जा रहा है। देर रात से ही एक दूसरे को शुभकामना संदेश देने का सिलसिला चल पड़ा है। वहीं देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों को नववर्ष की शुभकामनाएं दी है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा-‘सभी को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं! 2025 का वर्ष सभी के लिए खुशियां, सद्भाव और समृद्धि लेकर आए! इस अवसर पर, आइए हम भारत और विश्व के लिए एक उज्जवल, अधिक समावेशी और टिकाऊ भविष्य बनाने के लिए मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता का एक नया संकल्प लें।

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों को नए साल की शुभकामनाएं दी। और कामना की कि नया साल सभी के जीवन में सुख और समृद्धि लाए। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘2025 की ढेर सारी शुभकामनाएं। यह वर्ष सभी के लिए नए अवसर, सफलता और अंतहीन आनंद लेकर आए। सभी को बेहतर स्वास्थ्य और समृद्धि का आशीर्वाद मिले।

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी देशवासियों को नववर्ष की शुभकामनाएं दी है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा- सभी नागरिकों को हार्दिक बधाई – यह हमारे गणतंत्र की यात्रा का एक महत्वपूर्ण मोड़ है। नया साल हमारे संविधान की शताब्दी की अंतिम तिमाही में प्रवेश का प्रतीक है। 2047 में विकसित भारत की ओर बढ़ते हुए, हमारे संविधान निर्माताओं के सपने को साकार करने के लिए खुद को फिर से समर्पित करने का समय है। आइए हम दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ें, राष्ट्र को सर्वोपरि रखने के संकल्प के साथ लोकतांत्रिक मूल्यों का पोषण करें। आप सभी को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं, आशा करता हूं यह वर्ष आपके जीवन में नव उमंग, नव उल्लास और खुशियां लेकर आए।

राहुल गांधी ने भी देशवासियों को नए साल की शुभकामनाएं दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा-आप सभी को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं, आशा करता हूं यह वर्ष आपके जीवन में नव उमंग, नव उल्लास और खुशियां लेकर आए।

 

 

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