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मुख्य समाचार

यूपीः सवा लाख लोगों ने ली प्री-कॉशन डोज, 34 लाख से ज्यादा किशोरों का हुआ टीकाकरण

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंट लाइन वर्करों और वरिष्ठ नागरिकों को प्री-कॉशन डोज देने का कार्यक्रम जोरों से चल रहा है। महज तीन दिनों के भीतर तीन लाख से अधिक लोगों को कोविड टीके की बूस्टर डोज मिल चुकी है।

वहीं,15-17 आयु वर्ग के टीकाकरण को किशोरों में उत्साह और अभिभावकों में जागरूकता का ही नतीजा है कि महज 09 दिनों में 34 लाख 25 हजार से अधिक किशोरों ने टीकाकवर ले लिया।

बता दें कि 09 करोड़ 53 लाख टेस्ट और 21 करोड़ 82 लाख से अधिक टीके की डोज लगाने वाले उत्तर प्रदेश में करीब 56% वयस्क आबादी को टीके की दोनों डोज लग चुकी है, जबकि 92% ने कम से कम एक डोज जरूर लगवा ली है। टीकाकरण को तेज करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा निर्वाचन कार्यक्रम को आधार बनाते हुए जिलों की प्राथमिकता तय की है।

टेस्टिंग बढ़ी, नए केस मिले पर स्थिति नियंत्रण में

बीते 24 घंटों में हुई 02 लाख 39 हजार 771 सैम्पल की जांच में कुल 13,681 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 700 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। वर्तमान में कुल एक्टिव केस की कुल संख्या 57355 है, इनमें से 98% से अधिक मरीज होम आइसोलेशन में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ट्रेसिंग, टेस्टिंग और टीकाकरण को तेज करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि लोगों में पैनिक न हों, इसलिए उन्हें सही, सटीक और समुचित जानकारी दी जाए।

उन्होंने कहा कि लोगों को बताया जाना चाहिए कि घबराने की नहीं, सावधानी और सतर्कता की जरूरत है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी कार्यालयों, औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना अनिवार्य रूप से हो। बिना स्क्रीनिंग किसी को प्रवेश न दिया जाए। मुख्यमंत्री ने होम आइसोलेशन में उपचाराधीन लोगों से सतत संवाद बनाये रखने और मेडिकल किट पहुँचाने के निर्देश भी दिए हैं।

नेशनल

संसद में धक्का-मुक्की के दौरान घायल हुए बीजेपी के दोनों सांसद हुए अस्पताल से डिस्चार्ज

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नई दिल्ली। संसद परिसर में 19 दिसंबर को हुई धक्का-मुक्की की घटना में घायल हुए भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल से चार दिन बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। बता दें कि 19 दिसंबर को संसद परिसर में विपक्ष और एनडीए के सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हो गई थी। इस धक्का-मुक्की के दौरान बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए थे। उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। उसके बाद उन्हें दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें सिर में चोट आई थी और ब्लड प्रेशर की भी समस्या हो गई थी।

संसद परिसर में धक्का-मुक्की के बाद घायल हुए बीजेपी के दोनों सांसदों को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उसके दो दिन बाद यानी 21 दिसंबर को उन्हें एक वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा कि, “दोनों सांसदों की हालत अब काफी बेहतर है और उन्हें छुट्टी दे दी गई है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉ. शुक्ला एमएस ने पहले कहा था कि, ‘एमआरआई और सीटी स्कैन में चोट के संबंध में कुछ भी महत्वपूर्ण बात सामने नहीं आई है।

बता दें, कांग्रेस के राहुल गांधी पर ये आरोप लगाया गया कि उन्होंने भाजपा के सांसदों को धक्का मारा जिस वजह से वे घायल हो गए। दोनों को अस्पताल में तुरंत भर्ती करवाया गया।जानकारी के मुताबिक, इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फोन पर घायल सांसदों से बात की थी। इसके अलावा, उन्होंने सांसद मुकेश राजपूत से कहा, “पूरी देखभाल करना, जल्दबाजी नहीं करना और पूरा इलाज कराना।”

घटना को लेकर बीजेपी ने विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने धक्का देकर बीजेपी सांसदों को घायल कर दिया। बीजेपी ने इस घटना को लेकर राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया। वहीं दूसरी तरफ, कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए पलटवार भी किया है जिसमें बीजेपी पर ये आरोप लगाया कि उनके सांसदों ने धक्का-मुक्की की थी, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चोटिल होते-होते बचे। फिलहाल घायल सांसद डॉक्टरों की निगरानी में हैं और पूरी तरह से स्वस्थ होने तक आराम करेंगे।

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