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मुख्य समाचार

खूंखार मगरमच्छों के साथ तैरने के लिए यहां लोग खर्च करते हैं 5.6 लाख रुपए

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दुनिया में सबसे खतरनाक होते हैं मिस्र की नील नदी के 12 फिट लंबे मगरमच्छ। लगभग 500 किलो वजनी ये मगरमच्छ अगर चाहें तो अपने जबड़े के एक झटके से किसी भी इंसान का काम तमाम कर सकते हैं। हर साल इनके हमलों में सैकड़ों लोगों की जान जाती है। इसके बावजूद रोमांच की तलाश में कुछ लोग इनके साथ तैरने की होड़ लगाए रहते हैं।

500 किलो वजनी ये मगरमच्छ अगर चाहें तो अपने जबड़े के एक झटके से किसी भी इंसान का काम तमाम कर सकते हैं

यह मामला सुनने में भले ही आत्महत्या या आत्मघाती मिशन जैसा लग रहा हो लेकिन है एकदम सच है। अफ्रीकी देश बोत्स्वाना में बिग एनीमल्स नाम के टूर ऑपरेटर हैं जो इस काम में मदद करते हैं। बदले में वह लगभग 5.6 लाख रुपए फीस लेते हैं।

इस रोमांच का अनुभव लेने वाले सैलानी बिना किसी हथियार या सुरक्षा कवच के ओकावांगो डेल्टा के इलाके में बह रही नील नदी में उतरते हैं। वे केवल स्कूबा डाइविंग वाला सूट पहने होते हैं। सुरक्षा के बारे में पूछने पर टूर गाइड कहता है कि इस समय नदी का पानी ठंडा है इसलिए मगरमच्छ सुस्त हो गए हैं इसलिए वे आप पर हमला नहीं करेंगे। इसे परखने का कोई दूसरा तरीका नहीं है सिवाय इसके कि इन मगरमच्छों के साथ पानी में उतरा जाए।

सैलानी बिना किसी हथियार या सुरक्षा कवच के ओकावांगो डेल्टा के इलाके में बह रही नील नदी में उतरते है

मगरमच्छों के साथ तैरने के बाद इन लोगों को यह अनुभव बेहतरीन लगता है कि वे डायनासेार के वंशजों के साथ इतना नजदीक रहकर कुछ समय बिता पाए। हां, इस जोखिम भरे कदम से पहले टूरिस्टों से एक कागज पर लिखवा लिया जाता है कि अगर उनके साथ कोई हादसा होता है तो इसकी जिम्मेदारी खुद उनकी है।

नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

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