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पाकिस्तान में आत्मघाती हमला, 17 की मौत

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पाकिस्तान में आत्मघाती हमला, 17 की मौत, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत, आतंकवादी सगंठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से जुड़े समूह जमातुल अहरार

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पाकिस्तान में आत्मघाती हमला, 17 की मौत, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत, आतंकवादी सगंठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से जुड़े समूह जमातुल अहरार

पेशावर| पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सोमवार सुबह एक आत्मघाती हमले में 17 लोगों की मौत हो गई। आतंकवादी सगंठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से जुड़े समूह जमातुल अहरार ने एक ईमेल के जरिए इस हमले की जिम्मेदारी ली है। उसने इसे पंजाब के पूर्व गवर्नर सलमान तासीर को मारने वाले ‘मुमताज कादरी को दी गई फांसी का बदला’ बताया है। आत्मघाती हमला खैबर पख्तनूख्वा प्रांत के चारसद्दा जिले में हुआ। इसमें 30 लोग घायल हुए हैं। मारे गए 17 लोगों में दो पुलिसकर्मी व एक महिला भी शामिल हैं। पास के एक अस्पताल से जुड़े आधिकारिक सूत्रों ने समाचारपत्र ‘डॉन’ को बताया कि अस्पताल में 13 शव लाए गए थे, जबकि पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल में चार शव पहुंचे थे।

स्थानीय पुलिस अधिकारी सोहेल खालिद ने मीडिया को बताया कि यह एक आत्मघाती हमला था। आत्मघाती हमलावर ने अदालत परिसर में घुसने की कोशिश की। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे गेट पर ही रोक लिया, जिसके चलते उसने स्वयं को वहीं उड़ा दिया। पुलिसकर्मियों ने हमलावर को रोकने के लिए गोलियां भी चलाई थीं। जिस समय आत्मघाती हमला हुआ, उस समय अदालत में काफी भीड़ थी क्योंकि अदालत सप्ताहांत की छुट्टियों के बाद खुली थी। इस हमले में वहां खड़े कई वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है।

यह आत्मघाती विस्फोट कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा आतंकवाद के खिलाफ लागू नेशनल एक्शन प्लान (एनएपी) में कामयाबी मिलने और देश भर में आतंकवाद रोधी कदम उठाए जाने के बाद हुआ है।16 दिसंबर 2014 में पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल में आतंकवादी हमला हुआ था, जिसके बाद एनएपी को लागू किया गया। इसके बाद से अब तक 2,159 आतंकवादी मारे जा चुके हैं और 1,724 को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मृतकों के घरवालों के प्रति संवेदना जताई और हमले की निंदा की। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से एक बयान में कहा गया, “प्रधानमंत्री ने परिवारों के प्रति संवेदना जाहिर की है और अल्लाह से उन लोगों को इस अपूरणीय क्षति को सहने की हिम्मत देने की दुआ की।” शरीफ ने कहा कि आतंकवाद का सामना करते हुए देश की कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लोगों ने जो अनगिनत बलिदान दिए हैं, वे व्यर्थ नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा, “देश अपनी सरजमीं से इस खतरे का नामोनिशां मिटाने की प्रतिबद्धता से बंधा हुआ है।”

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 के बदले देने पड़ेंगे 35,453 रु, जानें क्या है पूरा मामला

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हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

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