Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

अपने शेयर बेचकर 780 करोड़ जुटाएगा PNB, सरकार की शेयरहोल्डिंग नहीं होगी कम

Published

on

PNB will raise 780 crores by selling its shares

Loading

नई दिल्ली। देश के बड़े सरकारी बैंकों में से एक पंजाब नेशनल बैंक (PNB) अपने शेयरों को बेचने की योजना बना रहा है। बैंक अपनी एंप्लॉय स्टॉक परचेज स्कीम (Employee Stock Purchase Scheme) के तहत 15 करोड़ शेयरों को बेचकर फंड जुटाएगा।

कितने करोड़ जुटाने का प्लान?

30 जून को होने वाली पीएनबी की एनुअल जनरल मीटिंग में बोर्ड मेंमबर्स के सामने शेयरों को करेंट मार्केट प्राइस पर बेचकर इस स्कीम के जरिए 780 करोड़ रुपये जुटाने और 2 रुपये के फेस वैल्यू पर 15 करोड़ नए इक्विटी शेयर जारी कर आवंटित करने का प्रस्ताव रखा जाएगा।

सरकार की शेयरहोल्डिंग नहीं होगी कम

बता दें कि 31 मार्च, 2023 तक पीएनबी में सरकार की हिस्सेदारी 73.15 प्रतिशत है। इसलिए पीएनबी द्वारा ये 15 करोड़ नए शेयर इस कीमत और ऐसे नियमों और शर्तों पर बोर्ड की सहमति से जारी किए जाएंगे, ताकि सरकार की हिस्सेदारी 52 फीसदी से कम न हो।

पहले भी पीएनबी ने बेचे थे शेयर

बैंक ने इससे पहले भी साल 2018 में एंप्लॉय स्टॉक परचेज स्कीम के तहत 500 करोड़ रुपये जुटाए थे। बैंक ने उस वक्त इस स्कीम के तहत 10 करोड़ नए इक्विटी शेयर को अपने कर्मचारियों को बेचे थे। बैंक ने ये शेयर 53.95 रुपये प्रति शेयर के डिस्काउंट प्राइस पर जारी किए थे।

Q4 में हुआ मुनाफा

पीएनबी ने पिछले महीने वित्त वर्ष 23 के चौथी तिमाही में अपने नतीजे जारी किए थे। बैंक का प्रॉफिट मार्च तिमाही में 5 गुना बढ़कर 1,159 करोड़ रुपये हो गया था। पीएनबी ने नतीजे जारी करते हुए बताया था कि एक साल पहले यानी 2022 में टोटल इनकम 21,095 करोड़ रुपये थी, जो इस वित्त वर्ष में बढ़कर 27,269 करोड़ रुपये हो गई थी। बैंक का नेट एनपीए 2.72 फीसदी तक की गिरा है जो 2022 में 4.8 फीसदी था।

Continue Reading

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending