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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों का सुरक्षा कवच : मोदी

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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसानों का सुरक्षा कवच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, 'किसान कल्याण रैली'

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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसानों का सुरक्षा कवच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, 'किसान कल्याण रैली'

बरेली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए सुरक्षा कवच का काम करेगी। उन्होंने किसानों से इस योजना का लाभ उठाने की अपील की। यहां आयोजित ‘किसान कल्याण रैली’ को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, “प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ सभी किसानों को उठाना चाहिए। यह योजना किसानों का भाग्य बदलने आई है। 100 में से 50 किसान इस योजना का लाभ जरूर लें। यह योजना अब तक चलाई गई योजनाओं से काफी बेहतर है।” उन्होंने कहा कि वह आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर यानी 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यह लक्ष्य कठिन नहीं है। उन्होंने कहा कि अधिकतर सरकारें चुनाव नजदीक आने पर किसानों के लिए कल्याणकारी योजनाओं और प्रोत्साहनों की घोषणा करती हैं, लेकिन उनकी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार ऐसा नहीं करती है।

बरेली में ‘किसान कल्याण रैली’ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया संबोधित

प्रधानमंत्री ने कहा, “किसानों को भगवान के बाद सरकार से ही उम्मीदें होती हैं और यह हमारी जिम्मेदारी है कि उनका ध्यान रखें।” उन्होंने कहा, “मैं सभी राज्य सरकारों से अनुरोध करता हूं कि वे अपनी कार्य योजनाएं तैयार करें और मुझे भरोसा है कि हमारा और आपका सपना पूरा होगा।” प्रधानमंत्री ने कहा, “खेती के साथ ही पशुपालन, मधुमक्खी पालन, मछली पालन पर जोर देना होगा। पहले खेती के लिए पंजाब और हरियाणा का नाम आता था, लेकिन बाद में मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद खेती पर काम शुरू हुआ। किसानों के लिए योजनाएं बनाई गईं।” उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश का नाम खेती में काफी पीछे था, लेकिन अब यह प्रदेश खेती के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ता जा रहा है। वहां के किसान कृषि में काफी आगे हो गए हैं। मोदी ने कहा कि किसानों के कल्याण के मामले में केंद्र और राज्य सरकारों की एक ही सोच होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि सेवा, विनिर्माण और कृषि क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। मोदी ने कहा कि किसानों के सामने चुनौतियां जरूर हैं, लेकिन इनके साथ आगे बढ़ना असंभव नहीं। उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों को अवसर में बदला जा सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा, “किसानों के सामने चुनौतियां हैं। परिवार बढ़ रहा है, जमीन के टुकड़े हो रहे हैं। परिवार के सदस्यों के हिस्से में बहुत ही कम जमीन आ रही है। ऐसे में किसान की पैदावार भी घट रही है। ऐसे में किसान देश का पेट कैसे भरेगा।” मोदी ने कहा कि चुनौतियों को अवसर में तब्दील किया जा सकता है। यदि किसान और राज्य सरकारें साथ दें तो इन चुनौतियों से निपटा जा सकता है। रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि देश में कृषि विभाग पूरी तरह राज्य सरकारों के हवाले है। जहां-जहां राज्य सरकारें कृषि कार्य में रुचि लेती हैं और बदलाव लाने का प्रयास करती हैं, वहां किसानों के लिए चलाई जा रहीं योजनाएं बेहतर रूप से चल रही हैं। किसान कल्याण रैली में प्रधानमंत्री ने किसानों के साथ ही राज्य सरकारों को भी केंद्र सरकार का साथ देने की अपील की।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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