Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

जातीय गणना पर झूठा क्रेडिट ले रहे राहुल गांधी, इसे मैंने करवाया: सीएम नीतीश ने किया पलटवार

Published

on

Nitish Kumar

Loading

पटना। बिहार में एनडीए के साथ मिलकर सरकार बनाने के बाद पहली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा है। पटना में मीडिया ने जब उनसे पूछा कि बिहार में जाति जनगणना का श्रेय राहुल गांधी ले रहे हैं, इस सवाल पर सीएम नीतीश कुमार ने तीखी प्रतिक्रिया दी।

उन्होंने कहा इससे बढ़कर कोई फालतू बात ही नहीं है। जाति आधारित गणना कब हुआ? आप भूल गए। मैंने नौ पार्टियों की मौजूदगी में जाति गणना करवाया। 2019 और 2020 में विधानसभा से लेकर सार्वजनिक बैठकों तक हर जगह जाति जनगणना कराने की बात कहता रहता था। इसके बाद 2021 में मैं प्रधानमंत्री से भी मिलने गया।

नीतीश कुमार ने स्पष्ट कहा कि सभी दलों की सहमति से मैंने जाति गणना करवाया। उस समय विपक्ष दूसरे तरफ थे, उनलोगों को भी मैंने कहा। मैं तो उन्हें ले भी गया था। क्या होना चाहिए यह आपलोग अच्छी तरह जानते हैं। कितने लोग किस काम को कैसे करेंगे, यह तो मैंने करवाया।

कितना काम किया है मैंने यह तो सब लोग जान ही रहे हैं। कोई अपना क्रेडिट का ले रहा है, इसे छोड़िए न, अब इन सब बातों का कोई मतलब नहीं है। जितनी बहाली हुई, यह सब सात निश्चय के तरह न हुआ है। इसपर भी कोई अपना दावा कर रहा है तो अब इसका कोई मतलब नहीं है।

नीतीश कुमार मामूली दबाव भी नहीं सह पाते हैं

दरअसल, भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक चुटकुला के जरिए हमला बोला था। उन्होंने यह भी कहा था कि नीतीश कुमार मामूली दबाव भी नहीं सह पाते हैं। थोड़ा सा दबाव पड़ने पर यू-टर्न ले लेते हैं। राहुल ने दावा किया कि बिहार में जातीय गणना उनके ही दबाव में हुई। बिहार की जनता से इंडी गठबंधन ने सामाजिक न्याय का वादा किया था।

राहुल गांधी ने कहा कि नीतीश कुमार को हमने स्पष्ट कहा कि आपको जातिगत गणना करानी होगी, हम छूट नहीं देंगे। इसके बाद राजद और कांग्रेस ने दबाव डालकर यह काम करवाया। राहुल ने यह भी कहा था कि सरकार में आने पर इंडी गठबंधन पूरे देश में जातीय गणना कराने पर प्रतिबद्ध है।

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

Published

on

Loading

लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

Continue Reading

Trending