Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

रामोत्सव 2024: भव्य मंदिर के साथ ही नव्य अयोध्या के भी दर्शन कराएगी रामनगरी, भाव विभोर हो जाएंगे भक्त

Published

on

Ramotsav 2024

Loading

अयोध्या। भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बनकर तैयार है। साथ ही अयोध्या भी सजकर तैयार हो रही है। जिन लोगों ने कई वर्ष पूर्व अयोध्या में श्रीरामलला के दर्शन किए होंगे वो जब नव्य दिव्य मंदिर में भगवान के नए विग्रह के दर्शन करने को आएंगे तो नव्य अयोध्या को देखकर विस्मित हो जाएंगे।

सुंदर प्रवेश द्वार, रोड पर चमचमाते सूर्य स्तंभ, म्यूरल पेंटिंग, साफ सुथरी और चौड़ी सड़कें, स्वच्छ और निर्मल सरयू, सुंदर तट, राम की पैड़ी की अलौकिक आभा, एक ही पैटर्न पर बनाई गई दुकानें नई अयोध्या के दर्शन कराएगी। पीएम मोदी के मार्गदर्शन में सीएम योगी ने विगत कुछ वर्षों में अयोध्या का कायाकल्प कर दिया है। हजारों करोड़ की विकास परियोजनाओं को यहां धरातल पर उतारा गया है, जिसके बाद यह नगरी श्रद्धालुओं के स्वागत को तैयार है।

साफ सुथरी सड़कें कर रहीं स्वागत

अयोध्या नगरी में घुसते ही साफ़ सुथरी पक्की सड़क श्रद्धालुओं का स्वागत कर रही है। सड़क के बीच में लगे सूर्य स्तंभ, रात के अंधेरे में रामनगरी की सुंदरता को दुगुना बढ़ा रहे हैं। प्रवेश द्वार देखकर ही इस बात का एहसास हो जाता है की आप किसी दिव्य नगरी में प्रवेश कर रहे हैं। पूरे रास्ते आपको दीवारों पर भगवान राम से जुड़ी अदभुत वॉल पेंटिंग देखने को मिलेगी जो आपको श्रद्धा से सराबोर कर देगी।

स्वच्छ और निर्मल हुई सरयू

पिछली सरकारों में सरयू नदी की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं रही है, लेकिन सीएम योगी ने सत्ता में आने के बाद सरयू नदी और यहां के घाटों का कायाकल्प कर दिया है। करोड़ों रुपए खर्च कर योगी सरकार ने यहां नदी की स्वच्छता के साथ ही साफ सुथरे घाटों का निर्माण करवाया है। ऐसी व्यवस्था की जा रही है की 12 महीने सरयू का जल घाटों पर बना रहे। इसके लिए एक्सपर्ट की टीम लगी हुई है।

नदी की स्वच्छता और निर्मलता इतनी है कि किसी भी घाट पर स्नान किया जा सकता है। प्रतिदिन होने वाली सरयू आरती ने घाटों की पवित्रता को भी सुनिश्चित करने का काम किया है। अब सरकार इस पर क्रूज और बोट भी चलाने जा रही है जो श्रद्धालुओं के अनुभव को और भी अलौकिक बना देगा।

लता चौक बना अयोध्या का केंद्र बिंदु

सरयू घाट से राम लला के मंदिर जाने वाले चौराहे में बड़ी सी वीणा लगी हुई है। इसे लता मंगेशकर चौक या वीणा चौक भी कहा जाता है। अयोध्या के विकास के क्रम में डबल इंजन की सरकार ने इसकी स्थापना की है। आजकल ये चौक अयोध्या का केंद्र बिंदु बना हुआ है।

यहां शासन और प्रशासन के अधिकारियों के साथ साथ नेशनल और इंटरनेशनल मीडिया का भारी जमावड़ा है। जाहिर है जहां मीडिया है, वहां लोगों की भीड़ होगी ही। सैंकड़ों यूट्यूबर, रील्स मेकर यहां अपने कैमरों के साथ शूट करते दिख जाएंगे।

विशिष्ट अतिथियों के साथ ही आम लोग भी यहां वीणा के साथ सेल्फी लेने के लिए आतुर दिखाई देंगे। इसके अलावा इस समय यहां विभिन्न तरह की गतिविधियां संचालित हो रही हैं। जैसे ललित कला विभाग के छात्र यहां से लेकर राम मंदिर तक सड़क पर रंगोली बना रहे। चौराहे के आस पास चाय-नाश्ते की दुकानो के कारण यहां भारी चहल पहल है।

पर्यटकों को अपनी ओर खींच रही राम की पैड़ी

राम की पैड़ी की सुंदरता लोगों को आकर्षित कर रही है। राम की पैड़ी पुरातन अयोध्या के साथ ही नव्य अयोध्या के वैभव का भी सबसे अहम पड़ाव है। यह श्रद्धा का केंद्र तो है ही, साथ ही नदी किनारे सुकून से परिवार संग सांस्कृतिक कार्यक्रम देखते हुए वक्त बिताने का मनोरम स्पॉट भी है।

यहां आर्टिफिशियल चैनल के जरिए सरयू नदी का पानी लाया गया है तथा यह हेरिटेज सिटी के तौर पर अयोध्या के खोए वैभव को साकार करने की दिशा में सकारात्मक माध्यम बनकर उभरी है। यूपी सरकार ने 105.65 करोड़ रुपए के विभिन्न जीर्णोद्धार और विकास कार्यों को पूरा कर नव्य आभा और भव्य स्वरूप से राम की पैड़ी को सुशोभित किया है।

राम की पैड़ी सरयू नदी के किनारे स्थित घाटों की एक श्रृंखला है। यहां को लेकर ऐसी पौराणिक मान्यता है कि श्रीराम इसी पैड़ी से होकर सरयू में स्नान करने जाते थे। इन दिनों यहां विभिन्न चैनलों के स्टेज बने हुए हैं, जहां कई तरह के कार्यक्रम, लोगों के साक्षात्कार, साधु संतों से चर्चा की जा रही है। इन्हें देखते हुए यहां काफी भीड़ भी जुट रही है।

अयोध्या की छटा देख भक्त हो रहे विस्मित

हनुमानगढ़ी मंदिर के रास्ते में घुसने से पक्की सड़क, दोनों तरफ भगवा रंग में पुती हुई एक ही तरह की दुकान, यह सिलसिला श्री राम मंदिर तक बना रहता है। पूरी अयोध्या को दुल्हन की तरह सजा दिया गया है। लगातार झाड़ू लग रही है। साफ सफाई का पूर्णतः ध्यान दिया जा रहा है।

सफाई कर्मियों को 8-8 घंटों की तीन शिफ्ट में बांटा गया है। देर रात तक सफाई कर्मी अपने काम में लगे हुए हैं। राम मंदिर के रास्ते पर जूते चप्पल और सामान रखने के लिए अलग से फ्री लॉकर है। दूर से श्री रामलला का मंदिर भव्य और दिव्य दिख रहा है। मंदिर के पास भंडारा चल रहा है।

तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल से भक्त आ रहे हैं। बड़ी तादाद में सिख भी श्रीरामलला के दर्शनों को पहुंच रहे हैं। साधु संत भक्ति में लीन हैं। माला जाप हो रहा है। राम जी के गाने बज रहे हैं। नगरी हो अयोध्या सी… गाना पूरी तरह से सही सिद्ध हो रहा है। हर पर्यटक का मन प्रफुल्लित है, रोमांचित है। वो कहते हैं, यहीं बस जाने का मन चाहता है।

उत्तर प्रदेश

आमजन को शीतलहर से बचाने में जुटी योगी सरकार, जनपदों को आवंटित किए 20 करोड़

Published

on

Loading

लखनऊ| योगी सरकार ने ठंड को देखते हुए प्रदेशवासियों को शीतलहर से बचाने के लिए कंबल और अलावा के लिए विभिन्न जिलों को पहली किस्त जारी कर दी है। योगी सरकार ने करीब 20 करोड़ आवंटित करते हुए निराश्रित, असहाय एवं कमजोर वर्ग के लोगों को राहत देने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जरुरतमंदों को वितरित किये जाने वाले कंबलों की गुणवत्ता उच्च क्वालिटी की होनी चाहिए। साथ ही सभी जिलाधिकारियों और मंडलायुक्तों को निराश्रित व्यक्तियों, शरणार्थियों और प्रभावितों के अस्थायी आवास, भोजन, वस्त्र एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। राहत विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को धनराशि आवंटित कर दी है। जिलाधिकारियों द्वारा कंबल और अलाव के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है।

गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर के लिए सबसे ज्यादा धनराशि आवंटित

राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के हर कमजोर वर्ग के साथ हमेशा खड़े रहते हैं। योगी सरकार की ओर से कई कल्याणकारी योजनाएं भी चलायी जा रही हैं। सरकार कमजोर, असहाय वर्ग के लोगों को आपदा से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। ठंड की शुरुआत के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शीतलहरी से निपटने के लिए 351 तहसील को कंबल के लिए पहली किस्त के रूप में 17.55 करोड़ रुपये आवंटितक किए गए हैं। वहीं अलाव के लिए एक करोड़ 75 लाख 50 हजार रुपये आवंटित किए गए। विभाग ने पहली किस्त के रूप में कुल उन्नीस करोड़ तीस लाख पचास हजार रुपये आवंटित किये हैं। इसमें 38 लाख 50 हजार रुपये की सर्वाधिक धनराशि गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर, सीतापुर और लखीमपुर खीरी के लिए आवंटित की गई है। सभी मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारियों को ठंड से निपटने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।

शेल्टर होम पर व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर अवश्य दर्शाएं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीतलहरी से निपटने के लिए जिलाधिकारियों, मुख्य विकास अधिकारियों, अपर जिलाधिकारियों, उपजिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर निराश्रित, असहाय एवं कमजोर वर्ग के लोगों को चिह्नित करने के निर्देश दिये हैं। शीतलहरी से किसी भी व्यक्ति की मृत्यु न हो, यह सुनिश्चित करने को कहा गया है। सभी नगर पंचायत, नगर पालिका, नगर निगम एवं ग्रामीण इलाकों के सार्वजनिक स्थलों पर आवश्यकतानुसार अलाव जलाने को कहा गया है। इसके अलावा हर शहर की सीमा के तहत मुख्य मार्गों एवं विशेषकर दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में सफेद थर्मोप्लास्टिक पेंट द्वारा पट्टियों को दर्शाने, रिफलेक्टर, सोलरकैट साईन एवं डेलिवेटर लगाने का काम समय से पूरा करने को कहा गया है, जिससे कोहरे के कारण दुर्घटना न हो। इसके अलावा अभियान चलाकर ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में कृषि कार्यों में उपयोग में आने वाली ट्रैक्टर ट्रालियों के पीछे रेडियम की पीली पट्टी लगवाने को कहा गया है, जिससे कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर नियत्रंण किया जा सके। शासन ने निर्देश दिया है कि सभी नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत में समय रहते रैन बसेरे एवं शेल्टर होम आदि की स्थापना कर ली जाए। रैन बसेरों-शेल्टर होम पर व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर अवश्य दर्शाया जाए। जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रात में औचक निरीक्षण भी किया जाए।

Continue Reading

Trending