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मनोरंजन

अक्षरा सिंह पर भड़कीं रानी चटर्जी, कह डाली ये बड़ी बात

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मुंबई। भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह और पवन सिंह विवाद में नाम आने पर रानी चटर्जी ने सख्त नाराजगी जताई है। बुल्गारिया में खतरों के खिलाड़ी 10 की शूटिंग करके रानी चटर्जी जब भारत लौटी तो उन्हें पता चला कि इस मामले में उनका नाम भी बीच में घसीटा जा रहा है।

ये बात सुनकर रानी बुरी तरह भड़क गई और इसको लेकर उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक गुस्से से भरा वीडियो पोस्ट कर दिया।  वीडियो में रानी ने कहा- ”हमारी इंडस्ट्री में अक्षरा और पवन जी के बीच मामला चल रहा है. कुछ लोग मेरा भी नाम इससे जोड़ रहे हैं. मैं इंडिया से बाहर थी अब जब मैं यहां आई तो लोगों ने मुझे इस बारे में बताया।”

”मैं उन लोगों से पूछना चाहती हूं जो ऐसा कह रहे हैं कि रानी चटर्जी ने भी ये लड़ाई लड़ी है, रानी के पास भी फिल्में नहीं थी, उन्हें भी काम से निकाला गया, उन्हें बर्बाद किया गया. तो वे लोग बताएं कि तुम लोगों को किसने ये बताया? 10 साल पहले जब मेरे साथ भी ये हुआ था, मैंने भी केस किया था तो तुम्हें किसने बताया कि मेरे पास फिल्में नहीं थीं, काम नहीं था?”

”आपको किसने ये अधिकार दिया कि किसी भी मामले में मेरा नाम लें, किसी के बारे में भी बिना मैटर जाने क्यों अपनी राय रख रहे हैं. 10 साल पहले मैंने अपनी लड़ाई अकेले लड़ी। पूरी इंडस्ट्री जानती है सच क्या है झूठ क्या है. तब मेरे परिवार के अलावा किसी ने मेरा सपोर्ट नहीं किया।”

”कृपया कर किसी भी मामले में नाम ना घसीटे. मेरी लड़ाई, मुद्दा बिल्कुल अलग था. अक्षरा और पवन के बीच में मेरा नाम ना घसीटे. क्यों मेरा नाम ले रहो हो? मुझे इस बारे में नहीं बोलना है. जब मेरे साथ हुआ तब कोई नहीं बोला.”

”मुझे 1 हफ्ते तक जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। बोल रहे थे कि जादू टोटके से तुम्हें मार देंगे। मेरा नाम ना घसीटे वरना मैं लीगल एक्शन लूंगी। मैं वीडियो में किसी का नाम नहीं लूंगी जिसको समझना है वे समझ गए होंगे।”

आपको बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अक्षरा सिंह ने एक इंटरव्यू में बिना नाम लिए पवन-रानी के पुराने विवाद का जिक्र किया था कि कैसे हीरोइनों को इंडस्ट्री में बने रहने के लिए इस तरह के बिहेवियर से गुजरना पड़ता है। यही बात रानी चटर्जी को बुरी लगी।

 

उत्तर प्रदेश

डेकोरेटिव लाइट्स से महाकुंभ बनेगा भव्यता का प्रतीक

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को दिव्य और भव्य बनाने के लिए योगी सरकार अनेक अभिनव प्रयास कर रही है। इसी क्रम में पूरे मेला क्षेत्र को डेकोरेटिव लाइट्स से सजाया जा रहा है। 8 करोड़ की लागत से उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लि. की ओर से पूरे मेला क्षेत्र में 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइट पोल का जाल बिछाया जा रहा है। संगम जाने वाली हर प्रमुख सड़क पर यह अलौकिक पोल और लाइट श्रद्धालुओं का स्वागत करती नजर आएगी। योगी सरकार का यह प्रयास न केवल श्रद्धालुओं को दिव्य अनुभव देगा, बल्कि भारतीय संस्कृति और आधुनिकता का अद्भुत संगम भी प्रस्तुत करेगा।

प्रमुख मार्गों पर अनूठी रोशनी का जादू

अधीक्षण अभियंता महाकुंभ मनोज गुप्ता ने बताया कि सीएम योगी की।मंशा के अनुरूप महाकुंभ को भव्य रूप देने के लिए विद्युत विभाग बड़े पैमाने पर कार्य कर रहा है। डेकोरेटिव लाइट्स और डिजाइनर पोल्स उसी का हिस्सा है। मेला क्षेत्र में लाल सड़क, काली सड़क, त्रिवेणी सड़क और परेड के सभी मुख्य मार्गों को आकर्षक डेकोरेटिव लाइट्स से रोशन किया जा रहा है। ये लाइट्स भगवान शंकर, गणेश और विष्णु को समर्पित हैं, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति और सौंदर्य का अनुभव कराएंगी।

8 करोड़ की भव्य परियोजना

अधिशाषी अभियंता अनूप सिंह ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में 8 करोड़ से ज्यादा की लागत से 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइट पोल लगाए जा रहे हैं। इस बार टेंपरेरी की बजाय स्थायी पोल्स का निर्माण किया गया है, जो महाकुंभ के बाद भी क्षेत्र की रौनक बनाए रखेंगे। हर पोल को कलश और देवी-देवताओं की आकृतियों से सजाया गया है, जो मेले के वातावरण को सांस्कृतिक वैभव से भर देंगे। 15 दिसंबर तक सभी डेकोरेटिव लाइट्स का कार्य संपन्न कर लिया जाएगा, जिसके बाद रात में मेला क्षेत्र की आभा देखते ही बनेगी।

विद्युत विभाग का अभिनव प्रयास

उन्होंने कहा कि महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के अनुभव को यादगार बनाने के लिए यह विद्युत विभाग की ओर से एक अभूतपूर्व पहल है। आधुनिक तकनीक और सांस्कृतिक प्रतीकों के मेल से यह परियोजना महाकुंभ को विश्वस्तरीय भव्य आयोजन का दर्जा देगी। महाकुंभ के लिए लगाए गए ये डेकोरेटिव पोल्स स्थायी रहेंगे, जिससे क्षेत्र में आने वाले पर्यटक भी लंबे समय तक इस भव्यता का आनंद ले सकेंगे। डेकोरेटिव लाइट्स से सजे इस महाकुंभ में हर श्रद्धालु को आध्यात्मिक ऊर्जा और सांस्कृतिक गर्व का अनुभव होगा। यह पहल महाकुंभ को भारतीय संस्कृति की भव्यता और आधुनिक विकास का अद्वितीय प्रतीक बनाएगी।

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