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उत्तर प्रदेश

आरबी लाल कुलपति या क्राइम मास्टर: 25 साल में 29 मुकदमे, गाली-गलौज से हत्या तक का आरोप

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RB Lal Vice Chancellor or Crime Master

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प्रयागराज। शुआट्स विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरबी लाल को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी मामले में पुलिस ने उसको गिरफ्तार किया है। शुआट्स विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आरबी लाल की गिरफ्तारी पूर्व भाजपा नेता दिवाकर नाथ त्रिपाठी की FIR पर हुई है।

त्रिपाठी ने रविवार को नैनी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था कि रविवार सुबह करीब साढ़े छह बजे वह टहलने के लिए अरैल बांध रोड पर आए थे। इसी दौरान उनके साथ उनके दोस्त सर्वेंद्र विक्रम सिंह भी थे। लौटते वक्त कुलपति आरबी लाल फॉर्च्यूनर गाड़ी से अपने दो साथियों के साथ आया और हत्या के प्रयास की नीयत से उसके ललकारने पर उसके दो साथियों ने फायरिंग की। जिसमें दिवाकर और उसके साथी सर्वेंद्र बाल बाल बच गए।

25 साल में 29 मुकदमे, गालीगलौज से लेकर हत्या तक का आरोप

शुआट्स वीसी आरबी लाल पर यह पहला मुकदमा नहीं है। 25 साल में उनके खिलाफ 29 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। उन पर पहला मुकदमा 1998 में दर्ज हुआ। इसके बाद एक के बाद एक कई मुकदमे दर्ज हुए। जिनमें गालीगलौज से लेकर हत्या के प्रयास तक के आरोप लगे। चार साल पहले भी 22 करोड़ के गबन के मामले में उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

आरबी लाल पर 1998 में पहला मुकदमा नैनी थाने में गालीगलौज व धमकी देने के आरोप में दर्ज हुआ। कुछ दिनों बाद ही उनके खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में दूसरा मुकदमा दर्ज किया गया।

2011 में हत्या के प्रयास, साक्ष्य छिपाने व आपराधिक षडयंत्र में शामिल होने के मुकदमे में उन्हें आरोपी बनाया गया। 2019 में एक्सिस बैंक स्थित शुआट्स के खाते से 22 करोड़ के गबन के मामले में उन्हें आरोपी बनाया गया। बाद में इसी मुकदमे में क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेजा।

इस मामले में जमानत पर रिहा होकर जेल से बाहर आने के बाद उन पर एक के बाद एक 12 मुकदमे दर्ज हुए। इन सभी मुकदमों में गिरफ्तारी पर उन्हें कोर्ट से राहत मिली हुई थी। इनमें हमीरपुर में दुष्कर्म व घूरपुर में दर्ज धर्म परिवर्तन समेत अन्य धाराओं का मुकदमा भी शामिल है। हालांकि रविवार को दर्ज हुए मुकदमे में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

दो भाई जेल में, तीसरे की तलाश

शुआट्स वीसी आरबी लाल के जेल जाने के बाद अब लाल बंधुओं में से दो जेल में हैं। उनका छोटा भाई शुआट्स का निदेशक प्रशासन विनोद बी लाल मौजूदा समय में जेल में है। विनोद बी लाल एक अक्तूबर को नैनी थाने में दर्ज हत्या के प्रयास के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

इस मामले में भी आरबी लाल आरोपी हैं लेकिन उन्हें कोर्ट से राहत मिली हुई है। इसी मामले में तीसरे भाई सुनील बिहारी लाल भी आरोपी बनाए गए है जो शुआट्स में निदेशक विकास के पद पर तैनात हैं। नैनी इंस्पेक्टर यशपाल सिंह ने बताया कि सुनील बिहारी लाल की तलाश की जा रही है।

आपको बता दें कि सैम हिग्गिनबाटम कृषि, प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय (शुआट्स) के कुलपति प्रो. आरबी लाल रविवार को हत्या के प्रयास के मामले में नैनी पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

शाम करीब 7:00 बजे के आसपास पुलिस ने उन्हें केंद्रीय कारागार नैनी में दाखिल कराया। जेल प्रशासन ने मेडिकल जांच करते हुए उन्हें क्वारंटीन बैरक में शिफ्ट कर दिया। रात के खाने में दाल चावल रोटी सब्जी व गर्म पानी दिया गया, लेकिन उन्होंने भोजन नहीं किया।

उन्होंने जेल प्रशासन के अधिकारियों को अपनी बीमारी और इलाज की भी जानकारी दी। वहीं उनकी गिरफ्तारी में जेल जाने की सूचना पर विश्वविद्यालय के कर्मचारी व उनके खास कचहरी से लेकर जेल तक साथ रहे। बैरक में पहुंचने के बाद प्रो. आरबी लाल काफी बेचैन दिखाई दिए।

सूत्रों के अनुसार बैरक के अंदर वह अपनी बेचैनी को दूर करने के लिए वहां मौजूद अन्य बंदियों से बातचीत कर टहलते रहे। वरिष्ठ जेल अधीक्षक रंग बहादुर पटेल ने बताया शाम सात बजे के करीब आरबी लाल को जेल में दाखिल कराया गया है। रात के भोजन में दाल, चावल, रोटी और सब्जी दी गई है। जेल मैनुअल के अनुसार उन्हें क्वारंटीन बैरक में रखा गया है।

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

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लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

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