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अन्तर्राष्ट्रीय

कोरोनाः शोधकर्ताओं ने दी चेतावनी, इटली में दोबारा मच सकती है तबाही

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नई दिल्ली। कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है। इस जानलेवा बीमारी ने जिन देशों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है उसनें इटली का नाम भी शामिल है।

इटली में कोरोना से अब तक 29 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, इस वायरस से 2 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। लेकिन 60 दिनों के बाद अब इटली में घटते मामलों को देखते हुए लॉकडाउन में छूट दी जा रही है। इस बीच शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि लॉकडाउन में छूट देने से एक बार फिर तबाही मच सकती है।

इंपेरियल कॉलेज लंदन के आकलन के मुताबिक, लॉकडाउन में छूट दिए जाने के बाद इटली में कोरोना वायरस दोबारा कहर बरपा सकता है। रिसर्चर्स का कहना है कि अगर इटली में 20 फीसदी लोग अपना सामान्य काम शुरू कर देते हैं तो 5 हजार तक अतिरिक्त लोगों की मौत हो सकती है।

अगर लोगों के घरों से बाहर निकलने में 40 फीसदी की बढ़ोतरी होती है तो सिर्फ दो महीने में 23 हजार और लोगों की जान जा सकती है। वहीं, बीते 2 महीने से इटली के लोग अपने घरों में बंद रहे हैं, लेकिन अब लॉकडाउन में छूट दी जा रही है।

बता दें कि इटली की आबादी करीब 6 करोड़ ही है। लेकिन इस छोटे से देश में वायरस की वजह से जिंदगी बुरी तरह प्रभावित हुई है। हालांकि, शोधकर्ताओं ने यह माना है कि उनका रिसर्च निराशावादी है और इस शोध में वायरस को रोके जाने वाले फैक्टर का ध्यान नहीं रखा गया है।

लेकिन रिसर्चर्स ने कहा है कि उनका आकलन इस बात को हाइलाइट करता है कि लोगों के कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग किए जाने, सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने और अनिवार्य रूप से मास्क पहनने की जरूरत है।

 

 

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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