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आरक्षण की समीक्षा हो : मांझी

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आरक्षण की समीक्षा, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और 'हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा' के अध्यक्ष जीतन राम मांझी, अगले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में आरक्षण की सुविधा नहीं लेंगे

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आरक्षण की समीक्षा, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और 'हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा' के अध्यक्ष जीतन राम मांझी, अगले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में आरक्षण की सुविधा नहीं लेंगे

पटना| बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और ‘हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा’ के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने देश में आरक्षण को लेकर छिड़ी बहस और तमाम आशंकाओं के बीच सोमवार को आरक्षण की समीक्षा किए जाने की वकालत की। साथ ही घोषणा की कि वह अगले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में आरक्षण की सुविधा नहीं लेंगे। मांझी ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि आरक्षण की समीक्षा होनी चाहिए। इसकी समीक्षा नहीं हो पाने की वजह से जरूरतमंद लोगों का एक बड़ा हिस्सा आरक्षण के लाभ से वंचित है। पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य में ‘बढ़ते अपराध’ पर चिंता जताई और कहा कि बिहार में आपराधिक घटनाओं में बेतहाशा वृद्घि हुई है, लेकिन सरकार कोई कारगर पहल नहीं कर रही है।

अगले चुनावों में आरक्षण की सुविधा नहीं लेने की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा, “अगले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मेरा पूरा परिवार आरक्षण का कोई लाभ नहीं लेगा। जिसे भी चुनाव लड़ना होगा, वह सामान्य सीट से चुनाव लड़ेगा।” उन्होंने कहा कि इससे दूसरे लोगों को आरक्षण का लाभ मिलेगा। मांझी ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार विकास के लिए राज्य को जो राशि देती है, वह भी राज्य सरकार खर्च नहीं कर पा रही है। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट से यह बात सामने आ चुकी है। पूर्व मुख्यमंत्री ने आरक्षण की समीक्षा को जरूरी करार देते हुए कहा कि समीक्षा नहीं होने से सही स्थिति सामने नहीं आ पा रही है।

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बदल गई उपचुनावों की तारीख! यूपी, केरल और पंजाब में बदलाव पर ये बोला चुनाव आयोग

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नई दिल्ली। विभिन्न उत्सवों के कारण केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे। कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय और राज्य दलों के अनुरोध पर चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है।

विभिन्न उत्सवों की वजह से कम मतदान की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए, चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है। ऐसे में ये साफ है कि अब यूपी, पंजाब और केरल में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे।

चुनाव आयोग के मुताबिक राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों की ओर से उनसे मांग की गई थी कि 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख में बदलाव किया जाए, क्योंकि उस दिन धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम हैं। जिसके चलते चुनाव संपन्न करवाने में दिक्कत आएगी और उसका असर मतदान प्रतिशत पर भी पड़ेगा।

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