Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

इटली के रक्षा मंत्री पर रूस के वैगनर ग्रुप ने रखा 1.5 करोड़ डॉलर का इनाम

Published

on

Italy Defense Minister Guido Crosetto

Loading

रोम/मास्को। इटली की खुफिया एजेंसियों ने खुलासा किया है कि रूस के वैगनर ग्रुप ने इटली के रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेटो पर 1.5 करोड़ डॉलर (करीब 123 करोड़ रुपये) का इनाम रखा है। इटली के एक न्यूज पेपर ने खूफिया रिपोर्ट्स के हवाले से यह दावा किया है।

इसके बाद इटली के रक्षा मंत्री की सुरक्षा को कड़ी करने की मांग उठ रही है। हालांकि रक्षा मंत्री ने धमकी के बावजूद अपनी सुरक्षा बढ़ाने से इनकार कर दिया है।

क्या है वजह

बता दें कि इटली के रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेटो ने रूस के वैगनर ग्रुप की आलोचना की थी और कहा था कि अफ्रीकी देशों से पलायन बढ़ने की वजह रूस के वैगनर ग्रुप की हाइब्रिड लड़ाई की रणनीति का हिस्सा है।

इटली ने कहा कि यूक्रेन का समर्थन करने के लिए रूस द्वारा ऐसा किया जा रहा है। हालांकि वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि पलायन संकट क्यों बढ़ रहा है, वह इसके बारे में नहीं जानते और ना ही उन्हें इसकी परवाह है।

हालांकि उन्होंने कहा कि इटली के रक्षा मंत्री को अन्य मामलों पर फोकस करना चाहिए। प्रिगोझिन ने इटली के रक्षा मंत्री के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल भी किया।

गुइडो क्रोसेटो ने कहा था कि अफ्रीकी तटों से पलायन करने वाले प्रवासियों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है। यह साफ तौर पर वैगनर ग्रुप की हाइब्रिड लड़ाई की रणनीति है और वह अफ्रीका के कुछ देशों में अपनी ताकत के दम पर ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि यूरोपीय यूनियन, नाटो और पश्चिमी देशों में साइबर हमले भी यूक्रेन युद्ध का हिस्सा हैं।

अफ्रीकी देशों में है वैगनर ग्रुप का प्रभाव

बता दें कि रूस के भाड़े के सैनिकों का संगठन वैगनर ग्रुप काफी ताकतवर माना जाता है और कई अफ्रीकी देशों जैसे लीबिया, माली और मध्य अफ्रीकी देशों में इसकी प्रभावी मौजूदगी है। यूक्रेन के बख्मुत शहर पर कब्जे की कोशिश भी वैगनर ग्रुप द्वारा की जा रही है और यूक्रेन में कई मोर्चों पर लड़ रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि इटली के रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेटो रूस यूक्रेन युद्ध में यूक्रेन के मुखर समर्थक रहे हैं। इटली ने यूक्रेन की मदद के लिए नया हथियार पैकेज भी दिया और नागरिक और सैन्य आपूर्ति के लिए मदद का एलान किया था।

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

देश छोड़कर भागने वाले असद की मुश्किलें बढ़ी, पत्नी अस्मा अल-असद ने अदालत में तलाक के लिए दी अर्जी

Published

on

Loading

सीरिया। सीरिया में छिड़े गृहयुद्ध के बाद राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर रूस भाग गए। देश छोड़कर भागने वाले असद की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक असद की ब्रिटिश पत्नी अस्मा अल-असद ने रूस की अदालत में तलाक के लिए अर्जी दी है। तुर्की और अरब मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक अस्मा अल असद मॉस्को में खुश नहीं हैं और वो अब लंदन जाना चाहती हैं। बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बशर अल असद के परिवार को अपने देश में राजनीतिक शरण दी है।

25 साल की अस्मा से हुई थी असद की शादी

बशर अल-असद की पत्नी अस्मा अल असद ने रूस के कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी दाखिल की है और मॉस्को छोड़ने के लिए विशेष अनुमति का अनुरोध किया है। उनके दिए गए आवेदन पर रूसी अधिकारियों द्वारा विचार किया जा रहा है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अस्मा के पास ब्रिटेन और सीरिया की दोहरी नागरिकता है। अस्मा का घर लंदन में है जहां सीरियाई माता-पिता के यहां उनका जन्म हुआ था। अस्मा साल 2000 में सीरिया चली गईं थीं। साल 2000 में ही उनकी शादी बशर अल असद से हुई थी। उस वक्त अस्मा की उम्र 25 साल थी।

रूस में असद पर लगाए गए हैं गंभीर प्रतिबंध

अपना देश छोड़कर भागे सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल असद को भले ही रूस ने राजनीतिक शरण दिया था, लेकिन रूस में उनपर गंभीर प्रतिबंध लगाए गए हैं। असद को मॉस्को छोड़ने या किसी भी राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति नहीं है। जानकारी के मुताबिक रूसी अधिकारियों ने बशर अल-असद की संपत्ति और पैसा भी जब्त कर लिया है। असद सीरिया छोड़ते वक्त 270 किलोग्राम सोना लेकर आए थे। उनकी संपत्ति में 2 अरब डॉलर और मॉस्को में 18 अपार्टमेंट शामिल हैं।

असद के भाई को रूस में नहीं मिली है शरण

सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद के भाई, माहेर अल-असद को रूस ने अपने देश में शरण नहीं दी है। उन्हें शरण देने के अनुरोध की अब भी समीक्षा की जा रही है। जानकारीा के मुताबिक असद के भाई माहेर और उनका परिवार रूस में ही नजरबंद हैं।

Continue Reading

Trending