उत्तर प्रदेश
सहारनपुर: नशीले पदार्थों की कारोबारी महिलाएं गिरफ्तार, 23 लाख की स्मैक बरामद
सहारनपुर। नशीले पदार्थों का कारोबार करने वाली 8 महिलाओं को सहारनपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है इनका कारोबार हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उप्र के कई जिलों में फैला था। इन महिलाओं के पास से स्मैक बरामद हुई जिसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत 23 लाख रूपए बताई जा रही है।
नशीले पदार्थों की कारोबारी महिलाएं गिरफ्तार
प्राप्त समाचार के अनुसार आज सहारनपुर के थाना कुतुब शेर पुलिस ने 8 महिलाओं को गिरफ्तार किया है। यह महिलाएं स्कूल कॉलेजों तथा कई स्थानों पर जाकर नशीले पदार्थों की डिलीवरी करती थी। इनका नेटवर्क केवल सहारनपुर ही नहीं बल्कि उत्तराखंड, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश भी है।
सभी महिलाएं सहारनपुर की रहने वाली हैं। नशे के कारोबार करने वाली महिलाओं की सरगना का नाम भूरी है। भूरी और बबली पिछले कई सालों से नशे के कारोबार में लिप्त है। भूरी का पति भी नशे का कारोबार करता है।
भूरी पर पहले भी नशे के पदार्थ सप्लाई करने के कई मामले दर्ज हैं। इन्होंने अपने साथ सहारनपुर की रहने वाली गरीब महिलाओं को मिलाया और अपना गिरोह बना लिया। पैसों के लालच में यह महिलाएं इस भूरी के साथ मिल गई।
यह महिलाएं घर-घर,गली-गली जाकर स्मैक की डिलीवरी कर रही थी। पुलिस को जब यह सूचना मिली तो थाना कुतुब शेर प्रभारी पीयूष दीक्षित खुफिया टीम के साथ इनकी तलाश में जुट गए।
नदीम कॉलोनी में महिलाओं से स्मैक खरीदने पहुंचे और उस महिला की निशानदेही पर अन्य महिलाएं भी पकड़ी गई। पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से 8 महिलाओं सोनिया, सुनाओ, इमराना, छोटी चांदनी, हजीरा उर्फ बेबी, इशरत उजमा उर्फ भूरी, अनम उर्फ बबली तथा अफसाना को गिरफ्तार किया है।
इन महिलाओं के पास से पुलिस ने 140 ग्राम स्मैक बरामद की है जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 23 लाख रूपए बताई जा रही है।
गिरफ्तार महिलाओं में से बबली ने बताया कि वह पिछले 8 सालों से नशे का व्यापार कर रही है। उत्तराखंड के कई जिलों में नशे की सप्लाई करती थी। अधिकतर कॉलेज और स्कूल में सप्लाई करती थी। कश्मीर में भी भूरी के माध्यम से कांटेक्ट कराया गया था।
एसपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि इन 8 महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है इस गिरोह की सरगना भूरी का पति भी नशे का कारोबार करता है। उन्होंने बताया कि यह नशा कहां से लाती थी इसका सोर्स भी तलाशा जा रहा है। इसके अलावा यह कहां-कहां और सप्लाई करती थी इसके बारे में भी पूछताछ की जा रही है।
IANS News
वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।
‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।
‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।
‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।
सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।
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