Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

सेंसेक्स, निफ्टी सप्ताहभर पहले के स्तर पर बंद

Published

on

सेंसेक्स, निफ्टी सप्ताहभर पहले के स्तर पर बंद

Loading

सेंसेक्स, निफ्टी सप्ताहभर पहले के स्तर पर बंद

मुंबई| देश के शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक पिछले सप्ताह लगभग एक सप्ताह पहले के ही स्तर पर बंद हुए। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 0.04 फीसदी यानी 9.84 अंकों की गिरावट के साथ शुक्रवार को 26,625.91 पर बंद हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी शून्य फीसदी यानी 0.15 अंक की तेजी के साथ 8,170.20 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के 30 में से 16 शेयरों में पिछले सप्ताह तेजी रही। गेल (4.70 फीसदी), एसबीआई (3.49 फीसदी), अडाणी पोर्ट्स (2.35 फीसदी), कोल इंडिया (2.02 फीसदी) और सिप्ला (1.95 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।

सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे आईसीआईसीआई बैंक (5.66 फीसदी), ओएनजीसी (3.42 फीसदी), टाटा स्टील (2.82 फीसदी), ऐक्सिस बैंक (2.70 फीसदी) और महिंद्रा एंड महिंद्रा (2.36 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।

बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में मिला-जुला रुख रहा। मिडकैप 0.15 फीसदी या 17.31 अंकों की गिरावट के साथ 11,359.06 पर और स्मॉलकैप 0.64 फीसदी या 72.44 अंकों की तेजी के साथ 11,435.16 पर बंद हुआ।

सोमवार 13 जून को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश की उपभोक्ता महंगाई दर लगातार दूसरे महीने बढ़कर मई 2016 में 5.76 फीसदी हो गई, जो एक महीने पहले 5.47 फीसदी थी। उपभोक्ता खाद्य महंगाई दर मई में बढ़कर 7.55 फीसदी रही, जो एक महीने पहले 6.4 फीसदी थी।

मंगलवार 14 जून को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश की थोक महंगाई दर मई 2016 में बढ़कर 0.79 फीसदी दर्ज की गई, जो एक महीने पहले 0.34 फीसदी थी। लगातार 17 महीने नकारात्मक दायरे में रहने के बाद थोक महंगाई दर अप्रैल महीने में सकारात्मक दायरे में आई थी। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक, आलोच्य अवधि में खाद्य महंगाई दर 7.88 फीसदी रही, जो एक महीने पहले 4.32 फीसदी थी।

बुधवार 15 जून को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के साथ छह बैंकों के विलय के प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी। छह बैंकों में शामिल हैं- स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर (एसबीबीजे), स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद (एसबीएच), स्टेट बैंक ऑफ मैसूर (एसबीएम), स्टेट बैंक ऑफ पटियाला (एसबीपी) और स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर (एसबीटी) और भारतीय महिला बैंक लिमिटेड (बीएमबी)।

बुधवार को ही अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व (फेड) ने अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में ब्याज दरों को 0.25-0.50 फीसदी बनाए रखा, पर यह संकेत भी दिया कि अब भी इस साल दो बार दरें बढ़ सकती है। फेड ने गत वर्ष दिसंबर में अपनी ब्याज दर को गत एक दशक में पहली बार बढ़ाते हुए 0.25-0.50 फीसदी के दायरे में कर दिया था।

गुरुवार 16 जून को जारी एक सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश का चालू खाता घाटा (सीएडी) गत कारोबारी साल की चौथी तिमाही में 30 करोड़ डॉलर या सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 0.1 फीसदी दर्ज किया गया। आरबीआई ने अपने बयान में कहा, “देश का चालू खाता घाटा 2015-16 की चौथी तिमाही में अत्यधिक घटकर 0.3 अरब डॉलर (जीडीपी का 0.1 फीसदी) दर्ज किया गया।” आरबीआई ने कहा, “सीएडी में गिरावट का मुख्य कारण व्यापार घाटा (24.8 अरब डॉलर) के कम रहने के कारण है, जो एक साल पहले 31.6 अरब डॉलर था।”

देश का वस्तु निर्यात मई 2016 में साल-दर-साल आधार पर 0.79 फीसदी घटकर 22.17 अरब डॉलर रहा। वहीं, आयात इस दौरान 13.16 फीसदी गिरावट के साथ 28.44 अरब डॉलर रहा। व्यापार घाटा घटकर 6.27 अरब डॉलर रहा, जो मई 2015 में 10.41 अरब डॉलर था।

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 के बदले देने पड़ेंगे 35,453 रु, जानें क्या है पूरा मामला

Published

on

Loading

हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

Continue Reading

Trending