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इस मुस्लिम शख्स को मिला गोमाता का आशीर्वाद, हासिल हुई ये बड़ी उपलब्धि!

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नई दिल्ली। शुक्रवार को राष्ट्रपति द्वारा पद्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई। आपको बता दें कि कला, सामाजिक सेवा, साइंस, इंजीनियरिंग, ट्रेड एंड इंडस्ट्री, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल और नागरिक सेवा के क्षेत्र में कुल 112 पद्म पुरस्कार दिए जा रहे हैं। आज हम आपको एक ऐसे मुस्लिम शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको गोमाता की सेवा करने के लिए पद्म पुरस्कार दिया गया है।

महाराष्ट्र के बीड जिले के शिरूर कासार तालुका के रहने वाले शब्बीर सैय्यद को सामाजिक कार्य और पशु कल्याण के लिए पद्मश्री देने की घोषणा की गई है। शब्बीर 58 साल के हैं और 50 साल से गोसेवा कर रहे हैं। वो ऐसे इलाके से ताल्लुक रखते हैं जहां हमेशा पानी की किल्लत रहती है।

इलाके में कई बार जानवर प्यास से मर जाते हैं, लेकिन शब्बीर फिर भी पूरी शिद्दत से गोमाता की सेवा करते हैं। दिलचस्प बात यह है कि वो काटने के लिए न तो गाय को बेचते हैं और न ही दूध. वो गाय के गोबर को बेचकर पूरा खर्च निकाल लेते हैं. बताया जा रहा है कि गाय के गोबर बेचकर वो हर साल 70 हजार रुपये तक कमा लेते हैं। गायों को पालने और उनकी सेवा करने की परंपरा शब्बीर सैय्यद के पिता बुदन सैय्यद ने 70 के दशक में शुरू की थी।

शब्बीर सैय्यद का कहना है कि मेरे पिता बुदन सैय्यद इससे छुटकारा पाना चाहते थे। लिहाजा उन्होंने बूचड़खाना बंद करके गोरक्षा और गोसेवा का काम शुरू कर दिया। उन्होंने सिर्फ दो गायों से इसकी शुरुआत की थी।

इसके बाद साल 1972 में शब्बीर सैय्यद अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए 10 गायों को खरीदा और उनकी सेवा शुरू कर दी। इसके अलावा शब्बीर का परिवार बीफ भी नहीं खाता है।

शब्बीर सैय्यद की पत्नी आशरबी, बेटे रमजान और यूसुफ और बहू रिजवान और अंजुम भी बीफ नहीं खाते हैं। ये सभी मिलकर गायों की खूब सेवा करते हैं। पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुने जाने पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी शब्बीर सैय्यद को ट्वीट कर बधाई दी है।

 

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गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

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नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

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