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जुर्म

तो क्या सुरक्षा में कटौती है पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की वजह?

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चंडीगढ़। पंजाबी गायक से नेता बने शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला की पंजाब के मानसा जिले में रविवार को अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। राज्य सरकार द्वारा मूसेवाला की सुरक्षा वापस लिए जाने के एक दिन बाद यह घटना हुई।

मूसेवाला की नृशंस हत्या से ठीक एक दिन पहले उनकी सुरक्षा आधी कर दी गई थी, जबकि खुफिया रिपोर्ट में कहा गया था कि गैंगस्टरों और प्रतिद्वंद्वियों से उनकी जान को खतरा था।

गैंगस्टर को पैसा देते हैं गायक और अभिनेता?

बहुत सारे पंजाबी गायक और कलाकार गैंगस्टर की हिट लिस्ट में हैं। हाल के महीनों में इन गैंगस्टरों द्वारा फिरौती वसूलने के मामलों में कथित तौर पर वृद्धि हुई है।

पॉलीवुड (पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री) के सूत्रों और पंजाब पुलिस ने कहा कि पिछले दो महीनों में कम से कम छह गायकों और अभिनेताओं ने 10-10 लाख रुपये की ‘सुरक्षा राशि’ का भुगतान किया है।

इंटेलिजेंस ने दी थी चेतावनी, फिर क्यों हटाई मूसेवाला की सुरक्षा?

रिपोर्ट के मुताबिक, मूसेवाला ने ऐसी कोई सीधी शिकायत नहीं की थी जिसमें उन्हें नई धमकियां मिली हों, लेकिन इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की एक रिपोर्ट में उन्हें गैंगस्टरों की हिट लिस्ट में शीर्ष पंजाबी कलाकारों में शामिल किया गया था।

शनिवार को पंजाब पुलिस ने गायक की सुरक्षा आधी कर दी थी और इंडियन रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के चार में से दो पुलिसकर्मियों को हटा लिया था।

पंजाब पुलिस ने शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला समेत 424 लोगों की सुरक्षा शनिवार को वापस ले ली थी। मूसेवाला उन 424 लोगों में शामिल थे जिनकी सुरक्षा पुलिस ने यह कहते हुए काट दी थी कि यह (फैसला) उनकी धमकी की धारणा (थ्रेट परसेप्शन) की एक नई समीक्षा के बाद किया गया था।

पुलिस ने किया मूसेवाला की सुरक्षा काटने का बचाव

पंजाब के डीजीपी वीके भवरा ने मूसेवाला की हत्या के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, “424 व्यक्तियों की सुरक्षा में कटौती एक अस्थायी उपाय था।” डीजीपी ने कहा कि मूसेवाला के साथ पंजाब पुलिस के चार कमांडो तैनात थे।

उन्होंने कहा कि हर साल ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी और अगले महीने ‘‘घल्लुघारा सप्ताह’’ के कारण सुरक्षा ‘‘कम की जाती’’ है। मूसेवाला के साथ तैनात पंजाब पुलिस के चार कमांडो में से दो को हटाया गया था।

पंजाब में एक महीने में दूसरी बड़ी हिंसक घटना

पंजाब में इस महीने यह दूसरी बड़ी हिंसक घटना है। इससे पहले 9 मई को, हमलावरों ने मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर रॉकेट से चलने वाले ग्रेनेड (RPG) से हमला किया था।

वहीं पिछले महीने कबड्डी खिलाड़ी संदीप सिंह की भी हत्या कर दी गई थी और कहा गया था कि इसके पीछे खेल को नियंत्रित करने को लेकर गैंगस्टरों के बीच हुई खींचतान एक वजह थी जिसके लिए पैसा विदेश से आया था।

उत्तर प्रदेश

मेरी पत्नी से शिक्षक का था अफेयर, इसलिए मार डाला; वकील के कबूलनामे से आया नया ट्विस्ट

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कानपुर। उप्र के कानपुर के पनकी के पतरसा में शिक्षक दयाराम सोनकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार वकील संजीव कुमार के बयान ने पेंच फंसा दिया है। वकील ने जो बयान दिया, उसके मुताबिक शिक्षक के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। चूंकि शिक्षक वर्तमान में कानपुर देहात में ही रह रहा था।

इसके चलते पत्नी भी कानपुर देहात स्थित मायके में ही थी। इसलिए उसने रविवार को दयाराम को बुलाकर अकेले ही बंद कमरे में जिंदा जलाकर मार डाला। वहीं, मृतक के भाई का कहना है कि भाभी के संबंध ढाबा संचालक से थे। विरोध करने पर भाभी ने प्रेमी और वकील के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दी।

मृतक दयाराम के छोटे भाई अनुज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि भाई दयाराम ने अपने मोबाइल फोन से उन्हें कॉल करके बताया था कि संजीव, पवन और संगीता ने उन्हें कमरे में बंद करके आग लगा दी है और भाग गए हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जब वकील संजीव को उठाकर पूछताछ शुरू की तो कहानी में नया मोड़ आ गया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव ने बताया कि दयाराम जिस कॉलेज में पढ़ाता था, उसी में संजीव का साला शिक्षक है। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दयाराम का संजीव के साले के घर में भी आना-जाना था। संजीव को दयाराम और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध का शक था।

संजीव के अनुसार, पत्नी को कई बार घर लाने की कोशिश की, लेकिन वो राजी नहीं हुई। पत्नी से संबंधों को लेकर बातचीत के लिए दयाराम को घर बुलाया। इसके बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हालांकि, पुलिस को अन्य हत्यारोपियों की घटनास्थल के आसपास लोकेशन भी नहीं मिली है। दोनों कहानियों की तह तक जाने के लिए पुलिस अब सक्ष्यों की मदद ले रही है।

संजीव कई बार बुला चुका था दयाराम को

अनुज ने बताया कि संजीव कई बार दयाराम को फोन करके उसकी पत्नी से समझौता कराने की बात कहकर बुला चुका था। परिवार वालों की राय के बाद वे समझौते के लिए गए थे, वहां सभी ने मिलकर उनके भाई की हत्या कर दी।

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