Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

प्राण प्रतिष्ठा में आने वाले विशिष्ट मेहमानों को मिलेगी “रामरज”, प्रसाद में दिए जाएंगे विशेष मोतीचूर के लड्डू

Published

on

Ram Mandir Pran Pratishtha

Loading

अयोध्या। अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियों जोरों पर हैं। 22 जनवरी को होने वाले इस कार्यक्रम के लिए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से हजारों वीआईपी गेस्ट्स को इनवाइट किया गया है।

इस ऐतिहासिक अवसर पर सभी आमंत्रित अतिथियों के स्वागत की भी तैयारी की गई है और साथ ही समारोह में सम्मिलित होने वाले सभी मेहमानों को ट्रस्ट की ओर से उपहार भी दिए जाएंगे। तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से सभी मेहमानों को रामरज उपहार स्वरूप दी जाएगी। साथ ही उन्हें प्रसाद के रूप में देसी घी से बने विशेष मोतीचूर के लड्डू भी दिए जाएंगे।

पीएम मोदी को दी जाएगी राम मंदिर की तस्वीर

जानकारी के अनुसार 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने वाले मेहमानों को मंदिर की बुनियाद की खुदाई में निकाली गई मिट्टी (रामरज) भेंट की जाएगी। जानकारी के अनुसार राम मंदिर नींव की खुदाई के दौरान निकाली गई राम जन्मभूमि की मिट्टी को बक्सों में पैक किया जाएगा और 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले मेहमानों को भेंट किया जाएगा।

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से जुड़े एक सदस्य ने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए यहां आने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जूट के थैले में पैक की गई राम मंदिर की 15 मीटर की तस्वीर भेंट की जाएगी, जिसमें मंदिर की एक तस्वीर भी होगी।

यादगार होगा उपहार

ट्रस्ट के सदस्य ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में ट्रस्ट की ओर से देश भर से 11,000 से अधिक मेहमानों को आमंत्रित किया गया है और इन सभी लोगों को यादगार उपहार देने की व्यवस्था की जा रही है।

उन्होंने बताया कि रामरज एक ऐसा उपहार होगा, जिसे मेहमान हमेशा याद रखेंगे। किसी घर में इस रामरज का होना सौभाग्य की बात है। इस पवित्र उपहार का उपयोग वो अपने घर के गार्डेन या गमलों में कर सकेंगे। ऐसी भी संभावना है कि ऐसे आमंत्रित लोग जो किसी कारणवश प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में यहां नहीं आ सके हैं, वो जब भी यहां आएंगे उन्हें यह उपहार दिया जाएगा।

मंदिर प्रांगण में 7500 लोग करेंगे प्रवेश

अयोध्या के मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में 7500 लोगों को मंदिर प्रागण में बिठाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि जो भी विशिष्ट मेहमान अयोध्या आएगा, उसे रिसीव करने के साथ ही एक कोड दिया जाएगा।

इस कोड के आधार पर उनके बैठने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया कि वाराणसी के पुजारी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को संपन्न कराएंगे। उनके साथ 4 ट्रस्टी और 4 पुजारी भी रहेंगे। कार्यक्रम के दौरान मंदिर में बने पांच मंडपों में अलग-अलग सोशल कम्यूनिटी के 15 दंपत्ति भी उपस्थित रहेंगे।

प्रांगण में ही PMO भी स्थापित किया जाएगा, जबकि पीएम मोदी की स्पीच के लिए भी एक स्थान को चिन्हित किया गया है जहां से वो इस ऐतिहासिक अवसर पर पूरी दुनिया को संदेश देंगे। इसके अतिरिक्त, परकोटा ईस्ट में धार्मिक संगीत का भी आयोजन होगा।

पक्षीराज जटायू की मूर्ति का अनावरण करेंगे पीएम मोदी

मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि पीएम मोदी अयोध्या के श्रीरामजन्म भूमि परिसर में स्थित कुबेर नवरत्न टीला पर भी जाएंगे, जहां वो पक्षी राज जटायु की मूर्ति का भी अनावरण करेंगे। यह मूर्ति कांस्य की है। यह दिल्ली से बनकर आई है, जिसकी स्थापना का कार्य दिसंबर में हो चुका रहै।

पीएम मोदी राम काज के लिए प्राणों की आहुति देने वाले हुतात्माओं की स्मृति के रूप में जटायु राज को पुष्पांजलि भी अर्पित करेंगे। इस मूर्ति को कुबेर नवरत्न टीला के शिखर की बजाय थोड़ा पहले दर्शन मार्ग पर स्थापित किया गया है। यहां पहले से ही मूर्ति स्थापना के लिए चट्टान का निर्माण किया गया था।

उत्तर प्रदेश

आमजन को शीतलहर से बचाने में जुटी योगी सरकार, जनपदों को आवंटित किए 20 करोड़

Published

on

Loading

लखनऊ| योगी सरकार ने ठंड को देखते हुए प्रदेशवासियों को शीतलहर से बचाने के लिए कंबल और अलावा के लिए विभिन्न जिलों को पहली किस्त जारी कर दी है। योगी सरकार ने करीब 20 करोड़ आवंटित करते हुए निराश्रित, असहाय एवं कमजोर वर्ग के लोगों को राहत देने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जरुरतमंदों को वितरित किये जाने वाले कंबलों की गुणवत्ता उच्च क्वालिटी की होनी चाहिए। साथ ही सभी जिलाधिकारियों और मंडलायुक्तों को निराश्रित व्यक्तियों, शरणार्थियों और प्रभावितों के अस्थायी आवास, भोजन, वस्त्र एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। राहत विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को धनराशि आवंटित कर दी है। जिलाधिकारियों द्वारा कंबल और अलाव के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है।

गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर के लिए सबसे ज्यादा धनराशि आवंटित

राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के हर कमजोर वर्ग के साथ हमेशा खड़े रहते हैं। योगी सरकार की ओर से कई कल्याणकारी योजनाएं भी चलायी जा रही हैं। सरकार कमजोर, असहाय वर्ग के लोगों को आपदा से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। ठंड की शुरुआत के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शीतलहरी से निपटने के लिए 351 तहसील को कंबल के लिए पहली किस्त के रूप में 17.55 करोड़ रुपये आवंटितक किए गए हैं। वहीं अलाव के लिए एक करोड़ 75 लाख 50 हजार रुपये आवंटित किए गए। विभाग ने पहली किस्त के रूप में कुल उन्नीस करोड़ तीस लाख पचास हजार रुपये आवंटित किये हैं। इसमें 38 लाख 50 हजार रुपये की सर्वाधिक धनराशि गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर, सीतापुर और लखीमपुर खीरी के लिए आवंटित की गई है। सभी मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारियों को ठंड से निपटने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।

शेल्टर होम पर व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर अवश्य दर्शाएं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीतलहरी से निपटने के लिए जिलाधिकारियों, मुख्य विकास अधिकारियों, अपर जिलाधिकारियों, उपजिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर निराश्रित, असहाय एवं कमजोर वर्ग के लोगों को चिह्नित करने के निर्देश दिये हैं। शीतलहरी से किसी भी व्यक्ति की मृत्यु न हो, यह सुनिश्चित करने को कहा गया है। सभी नगर पंचायत, नगर पालिका, नगर निगम एवं ग्रामीण इलाकों के सार्वजनिक स्थलों पर आवश्यकतानुसार अलाव जलाने को कहा गया है। इसके अलावा हर शहर की सीमा के तहत मुख्य मार्गों एवं विशेषकर दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में सफेद थर्मोप्लास्टिक पेंट द्वारा पट्टियों को दर्शाने, रिफलेक्टर, सोलरकैट साईन एवं डेलिवेटर लगाने का काम समय से पूरा करने को कहा गया है, जिससे कोहरे के कारण दुर्घटना न हो। इसके अलावा अभियान चलाकर ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में कृषि कार्यों में उपयोग में आने वाली ट्रैक्टर ट्रालियों के पीछे रेडियम की पीली पट्टी लगवाने को कहा गया है, जिससे कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर नियत्रंण किया जा सके। शासन ने निर्देश दिया है कि सभी नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत में समय रहते रैन बसेरे एवं शेल्टर होम आदि की स्थापना कर ली जाए। रैन बसेरों-शेल्टर होम पर व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर अवश्य दर्शाया जाए। जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रात में औचक निरीक्षण भी किया जाए।

Continue Reading

Trending