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नेशनल

पिता की मौत के दो दिन बाद महाराष्ट्र से कांग्रेस के इकलौते सांसद सुरेश धानोरकर का निधन

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मुंबई। पिता की मौत के दो दिन बाद कांग्रेस सांसद सुरेश धानोरकर उर्फ बालूभाऊ धानोरकर का भी निधन हो गया। किडनी स्टोन की बीमारी से पीड़ित धानोरकर का दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। वो महाराष्ट्र से कांग्रेस के इकलौते लोकसभा सांसद थे और 2019 के चुनावों में उन्होंने चंद्रपुर सीट पर जीत हासिल की थी।

बता दें कि उनके पिता नारायण धानोरकर का निधन 2 दिन पहले ही हुआ था। महाराष्ट्र कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे पाटिल ने ट्वीट कर जानकारी दी कि धानोरकर का पार्थिव शरीर मंगलवार की दोपहर दिल्ली से वरोरा लाया जाएगा।

पाटिल ने एक ट्विट में कहा कि चंद्रपुर के सांसद बालूभाऊ धानोरकर को तबीयत बिगड़ने के बाद दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने कहा कि मंगलवार की सुबह इलाज के दौरान धानोरकर का निधन हो गया। पाटिल ने कहा कि उनका पार्थिव शरीर दिल्ली से उनके वरोरा स्थित आवास पर लाया जाएगा, और 31 मई को 11 बजे वणी-वरोरा बाइपास मार्ग पर स्थित मोक्षधाम में उनका दाह संस्कार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मात्र 48 वर्ष की आयु में उन्होंने एक कट्टर शिवसैनिक से लोकसभा सांसद तक का सफर तय किया था।

पाटिल ने ट्वीट में कहा कि धानोरकर चंद्रपुर जिले के भद्रावती गांव के रहने वाले हैं। 2014 में बालू धानोरकर पहली बार शिवसेना के टिकट पर विधानसभा पहुंचे थे। 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले धानोरकर ने शिवसेना छोड़कर कांग्रेस जॉइन कर ली थी और पार्टी ने उन्हें लोकसभा का टिकट दिया था। धानोरकर ने चंद्रपुर की लोकसभा सीट से जीत हासिल की और यह 2019 के चुनावों में सूबे में कांग्रेस की इकलौती लोकसभा सीट रही। इसके बाद विधानसभा चुनावों में वरोरा-भद्रावती सीट पर धानोरकर की पत्नी प्रतिभा ने कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की।

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नेशनल

संसद में धक्का-मुक्की के दौरान घायल हुए बीजेपी के दोनों सांसद हुए अस्पताल से डिस्चार्ज

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नई दिल्ली। संसद परिसर में 19 दिसंबर को हुई धक्का-मुक्की की घटना में घायल हुए भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल से चार दिन बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। बता दें कि 19 दिसंबर को संसद परिसर में विपक्ष और एनडीए के सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हो गई थी। इस धक्का-मुक्की के दौरान बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए थे। उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। उसके बाद उन्हें दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें सिर में चोट आई थी और ब्लड प्रेशर की भी समस्या हो गई थी।

संसद परिसर में धक्का-मुक्की के बाद घायल हुए बीजेपी के दोनों सांसदों को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उसके दो दिन बाद यानी 21 दिसंबर को उन्हें एक वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा कि, “दोनों सांसदों की हालत अब काफी बेहतर है और उन्हें छुट्टी दे दी गई है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉ. शुक्ला एमएस ने पहले कहा था कि, ‘एमआरआई और सीटी स्कैन में चोट के संबंध में कुछ भी महत्वपूर्ण बात सामने नहीं आई है।

बता दें, कांग्रेस के राहुल गांधी पर ये आरोप लगाया गया कि उन्होंने भाजपा के सांसदों को धक्का मारा जिस वजह से वे घायल हो गए। दोनों को अस्पताल में तुरंत भर्ती करवाया गया।जानकारी के मुताबिक, इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फोन पर घायल सांसदों से बात की थी। इसके अलावा, उन्होंने सांसद मुकेश राजपूत से कहा, “पूरी देखभाल करना, जल्दबाजी नहीं करना और पूरा इलाज कराना।”

घटना को लेकर बीजेपी ने विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने धक्का देकर बीजेपी सांसदों को घायल कर दिया। बीजेपी ने इस घटना को लेकर राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया। वहीं दूसरी तरफ, कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए पलटवार भी किया है जिसमें बीजेपी पर ये आरोप लगाया कि उनके सांसदों ने धक्का-मुक्की की थी, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चोटिल होते-होते बचे। फिलहाल घायल सांसद डॉक्टरों की निगरानी में हैं और पूरी तरह से स्वस्थ होने तक आराम करेंगे।

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