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स्वाति मालीवाल का बड़ा आरोप, कहा- पार्टी के लोगों पर मेरे खिलाफ गंदी बातें बोलने का दबाव, सबको दिए गए अलग-अलग टास्क

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नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से आम आदमी पार्टी पर लगातार हमलावर हैं। अब मालीवाल ने आम आदमी पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि आप नेताओं पर उनके खिलाफ बयान देने का बहुत दबाव है। कार्यकर्ताओं को उनके खिलाफ अलग-अलग टास्क दिए जा रहे हैं। स्वाति मालीवाल ने कि आरोपी बहुत शक्तिशाली आदमी है। वह चाहे मेरे खिलाफ हजारों की फौज खड़ी कर दे, लेकिन मैं इंसाफ मिलने तक अकेले सामना करूंगी।

मालीवाल ने कहा, “कल पार्टी के एक बड़े नेता का फोन आया। उसने बताया कैसे सब पर बहुत ज्यादा दबाव है, स्वाति के खिलाफ गंदी बातें बोलनी हैं, उसकी पर्सनल फोटोज लीक करके उसे तोड़ना है। ये बोला जा रहा है कि जो उसको सपोर्ट करेगा उसको पार्टी से निकाल देंगे।” किसी को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की और किसी को ट्वीट्स करने की ड्यूटी मिली है। किसी की ड्यूटी है अमेरिका में बैठे वॉलंटियर्स को फोन करके मेरे खिलाफ कुछ निकलवाना। आरोपी के कुछ करीबी बीट रिपोर्टर्स की ड्यूटी है कुछ फर्जी स्टिंग ऑपरेशन बनाकर लाओ।”

उन्होंने कहा, “तुम हजारों की फौज खड़ी कर दो, अकेले सामना करूंगी क्योंकि सच मेरे साथ है। मुझे इनसे कोई नाराजगी नहीं है, आरोपी बहुत शक्तिशाली आदमी है। बड़े से बड़ा नेता भी उससे डरता है। किसी की हिम्मत नहीं उसके खिलाफ स्टैंड ले पाए। मैं किसी से उम्मीद भी नहीं करती।” मालीवाल ने आगे कहा, दुख इस बात का लगा कि दिल्ली की महिला मंत्री कैसे हंसते मुस्कुराते पार्टी की एक पुरानी महिला साथी का चरित्र हरण कर रही है। मैंने अपनी स्वाभिमान की लड़ाई शुरू की है, इंसाफ मिलने तक लड़ाई लड़ती रहूंगी। इस लड़ाई में मैं पूरी तरह अकेली हूं पर हार नहीं मानूंगी!” उन्होंने यह बातें एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट कर लिखी हैं।

आप सांसद स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट व छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार किए गए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार को दिल्ली पुलिस की टीम मंगलवार को मुंबई लेकर गई है। विभव ने वहां अपने आइफोन को फार्मेट करने की बात कही है। फार्मेट उन्होंने खुद किया या किसी मोबाइल दुकानदार का सहयोग लेकर किया, इस बारे में विभव पुलिस को सच नहीं बता रहे हैं। पुलिस अधिकारी का कहना है कि पूछताछ में विभव कुमार बार-बार बयान बदल रहा है।

13 मई को घटना के बाद विभव केजरीवाल के साथ पहले लखनऊ गए थे। वहां से लुधियाना व पंजाब के अन्य जगहों पर होते हुए मुंबई में आयोजित एक राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल होने गया था। इसलिए विभव को मुंबई ले जाकर पुलिस यह जानने की कोशिश करेगी कि वहां उसने किन-किन नेताओं, कार्यकर्ताओं, व्यवसायियों व अन्य जानकारों से मुलाकात की थी। वहां वह किसी जगह पर ठहरे थे।

पुलिस इन लोगों के बयान दर्ज कर सुबूत जुटाने की कोशिश करेगी और मोबाइल किस जगह पर फार्मेंट किया था, उस बारे में पता लगाने की कोशिश करेगी। पुलिस अधिकारी का कहना है कि मुख्यमंत्री आवास में स्वाति मालीवाल व विभव कुमार के बीच किसी बात को लेकर बहस शुरू हुई जो धीरे-धीरे मारपीट में बदल गई, इस बात का पता नहीं लग सका है। न तो स्वाति यह बात बता रही हैं और न ही विभव कुमार इस बारे में कोई जानकारी दे रहा है।

पुलिस को यह पता चला है कि स्वाति पर पहले से राज्यसभा सदस्य से इस्तीफा देने का दबाव बनाया जा रहा था। उसी संदर्भ में स्वाति बिना अनुमति प्राप्त किए सीएम आवास आ गई थीं। इसी बात को लेकर स्वाति मालीवाल व विभव के बीच बहस शुरू हुई थी और मामला मारपीट तक पहुंच गया था। पुलिस अधिकारी का कहना है कि 13 मई की सुबह स्वाति मालीवाल जब केजरीवाल के आवास में पहुंची थीं और विभव ने उनकी पिटाई कर दी, तब घटना के समय सीएम आवास में मौजूद दिल्ली पुलिस सुरक्षा यूनिट के करीब 15 पुलिसकर्मी तैनात थे। उन सभी के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। अब गैर सरकारी लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।

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संसद में धक्का-मुक्की के दौरान घायल हुए बीजेपी के दोनों सांसद हुए अस्पताल से डिस्चार्ज

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नई दिल्ली। संसद परिसर में 19 दिसंबर को हुई धक्का-मुक्की की घटना में घायल हुए भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल से चार दिन बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। बता दें कि 19 दिसंबर को संसद परिसर में विपक्ष और एनडीए के सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हो गई थी। इस धक्का-मुक्की के दौरान बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए थे। उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। उसके बाद उन्हें दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें सिर में चोट आई थी और ब्लड प्रेशर की भी समस्या हो गई थी।

संसद परिसर में धक्का-मुक्की के बाद घायल हुए बीजेपी के दोनों सांसदों को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उसके दो दिन बाद यानी 21 दिसंबर को उन्हें एक वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा कि, “दोनों सांसदों की हालत अब काफी बेहतर है और उन्हें छुट्टी दे दी गई है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉ. शुक्ला एमएस ने पहले कहा था कि, ‘एमआरआई और सीटी स्कैन में चोट के संबंध में कुछ भी महत्वपूर्ण बात सामने नहीं आई है।

बता दें, कांग्रेस के राहुल गांधी पर ये आरोप लगाया गया कि उन्होंने भाजपा के सांसदों को धक्का मारा जिस वजह से वे घायल हो गए। दोनों को अस्पताल में तुरंत भर्ती करवाया गया।जानकारी के मुताबिक, इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फोन पर घायल सांसदों से बात की थी। इसके अलावा, उन्होंने सांसद मुकेश राजपूत से कहा, “पूरी देखभाल करना, जल्दबाजी नहीं करना और पूरा इलाज कराना।”

घटना को लेकर बीजेपी ने विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने धक्का देकर बीजेपी सांसदों को घायल कर दिया। बीजेपी ने इस घटना को लेकर राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया। वहीं दूसरी तरफ, कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए पलटवार भी किया है जिसमें बीजेपी पर ये आरोप लगाया कि उनके सांसदों ने धक्का-मुक्की की थी, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चोटिल होते-होते बचे। फिलहाल घायल सांसद डॉक्टरों की निगरानी में हैं और पूरी तरह से स्वस्थ होने तक आराम करेंगे।

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