जैसे दीपक प्रभा भी है एवं प्रभावान् भी है । ऐसे ही आत्मा ज्ञाता भी है । एवं ज्ञान स्वरूप भी ।है इसी से वेदों ने...
अर्थात् एक गोपी श्यामसुन्दर के अनन्त सौन्दर्य रसपान में इतनी मुग्ध हो गई कि आँखों में आनन्द के अश्रु आ गये। वह गोपी अपने आनन्द के...