बरसाना (मथुरा)। जगदगुरु कृपालु परिषत् (जेकेपी) जहाँ एक ओर आध्यात्मिकता का प्रचार-प्रसार करने के लिए प्रयत्नशील है, वहीं दूसरी ओर परिषत् द्वारा किये जा रहे...
बरसाना/वृन्दावन। ब्रज में निवास कर रहे साधु-संत, विधवाओं और निराश्रित महिलाओं की जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज ने सदैव ही आदर एवं वात्सल्य भाव से समय-समय...
बरसाना (उप्र)। तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में लिखा है, “संत हृदय नवनीत समाना” अर्थात् महापुरुष का हृदय मक्खन के समान होता है। मक्खन तो गरम ताप...
बरसाना (उप्र)। वेदव्यास ने अट्ठारह पुराणों का मंथन करने के पश्चात् अन्त में दो ही बातों को समस्त शास्त्रों-वेदों का सार बताया है कि परोपकार अर्थात्...