Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

ओपेक बैठक 22 जून को, कच्चे तेल उत्पादन को बढ़ाने के प्रस्ताव पर मतभेद, ईरान असहमत

Published

on

Loading

पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) की बैठक और उसके संबद्ध उत्पादकों की बैठक 22 जून को वियना में होगी। पर उससे पहले ही ईरान ने कहा कि ओपेक कच्चे तेल उत्पादन को बढ़ाने के प्रस्ताव का विरोधी है। वहीं ओपेक की बैठक अभी शुरू नहीं हुई है उससे पहले ही तेल की कीमतों में गिरावट आ गई।

ओपेक में ईरान के प्रतिनिधि ने मंगलवार को बताया कि ईरान ने पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) के कच्चे तेल के उत्पादन को बढ़ाने के सऊदी अरब के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करेगा।

तेहरान टाइम्स ने ईरान के प्रतिनिधि हुसैन कजेमपोर अर्देबिली के हवाले से कहा कि ईरान 22 जून को वियना में ओपेक की बैठक में वेनेजुएला और इराक के साथ मिलकर सऊदी अरब के इस प्रस्ताव पर वीटो करने जा रहा है। अर्देबिली ने कहा, “यदि रूस भी अपना उत्पादन बढ़ाता है तो यह सहयोग समझौते का उल्लंघन होगा।”

ओपेक सदस्य बैठक में तेल बाजार में संतुलन लाने के लिए ओपेक और गैर ओपेक समझौते को खत्म करने और तेल की कीमतों को बढ़ाने पर चर्चा करेंगे। पिछले साल ओपेक सदस्य 12 लाख बैरल प्रतिदिन (बीपीडी) से 3.25 करोड़ बीपीडी तक तेल उत्पादन में कटौती कर तेल कीमत प्रति बैरल 60 अमेरिकी डॉलर पर रखने के लिए सर्वसम्मति से सहमत हुए थे।

ओपेक की बैठक से पहले तेल की कीमतों में गिरावट

पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) की बैठक से पहले मंगलवार को तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, न्यूयॉर्क मर्केटाइल एक्सचेंज में वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट पर तेल की कीमत 0.78 डॉलर घटकर 65.07 डॉलर प्रति बैरल रही जबकि लंदन आईसीई फ्यूचर्स एक्सचेंज पर ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.26 डॉलर घटकर 75.08 डॉलर प्रति बैरल रही।

भारत के केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ओपेक देशों की बैठक में शामिल होने के लिए वियना जाएंगे। प्रधान ने कहा, ‘बैठक के दौरान कच्चे तेल की बढ़ रही कीमतों को लेकर मैं अपनी बात रखुंगा। इस बैठक में भारत भी शामिल होगा। हमलोग अपनी स्थितियों के बारे में उन्हें अवगत करवाएंगे।’

ओपेक क्या है:—

ओपेक पेट्रोलियम उत्पादक 14 देशों का एक संगठन है। इसमें अल्जीरिया, अंगोला, ईक्वाडोर, इरान, ईराक, कुवैत, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, नाइजीरिया, लीबिया तथा वेनेजुएला, गैबन, इक्वेटोरियल गिनी शामिल है। साल 1960 से ही इस संगठन का मुख्यालय वियना में है जहां सदस्य देशों के तेल मंत्रियों की समय-समय पर बैठक होती है। (इनपुट आईएएनएस)

ऑटोमोबाइल

मारुति सुजुकी ने लॉन्च की नई 4th-जनरेशन मारुति सुजुकी डिजायर, शुरुआती कीमत ₹6.79 लाख

Published

on

Loading

नई दिल्ली। मारुति सुजुकी ने भारत में अपनी नई 4th-जनरेशन मारुति सुजुकी डिजायर को सोमवार (11 नवंबर) को लॉन्च किया। कंपनी ने इसकी शुरुआती कीमत ₹6.79 लाख (एक्स-शोरूम, दिल्ली) रखी है। इस मॉडल को 5-स्टार GNCAP क्रैश टेस्ट रेटिंग मिली है और यह सेगमेंट में सर्वश्रेष्ठ माइलेज का दावा करती है। डिजायर, भारत की सबसे लोकप्रिय सब-4 मीटर कॉम्पैक्ट सेडान रही है, जिसकी अब तक 27 लाख से अधिक यूनिट्स बिक चुकी हैं।

माइलेज मिलेगा शानदार

मारुति सुजुकी ने नई स्टैंडर्ड डिजायर के लिए 24.79 किमी प्रति लीटर, ऑटोमैटिक डिजायर के लिए 25.71 किमी प्रति लीटर और सीएनजी वैरिएंट के लिए 33.73 किमी प्रति किलो की माइलेज का दावा किया है।

सेफ्टी का है खास इंतजाम

ग्लोबल एनसीएपी के क्रैश टेस्ट में मारुति सुजुकी की नई डिजायर को एडल्ट पैसेंजर की सुरक्षा के लिए 5 स्टार रेटिंग और चाइल्ड पैसेंजर की सुरक्षा के लिए 4 स्टार मिले हैं। एमएसआई के पास वर्तमान में कुल घरेलू यात्री वाहन खंड में 40 प्रतिशत से अधिक बाजार हिस्सेदारी (थोक) है। खुदरा बिक्री के मामले में कंपनी ने अक्टूबर में 2.02 लाख इकाइयों के साथ अपना अब तक का सर्वोच्च प्रदर्शन दर्ज किया। सेडान खंड में इसकी बाजार हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से अधिक है।

Continue Reading

Trending