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प्रादेशिक

कोरोना की चौथी लहर से घबराने की जरुरत नहीं: योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। कोरोना की चौथी लहर दूसरी लहर से घातक नहीं होगी। यह सामान्‍य जुकाम और बुखार की तरह हो सकती है। इससे घबरानें की जरूरत नहीं हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार संभव है कि आने वाले दिनों में नए पॉजिटिव केस में इजाफा देखने को मिले लेकिन वायरस का यह वैरिएंट सामान्य वायरल की तरह ही है। ये बातें मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने उच्चस्तरीय बैठक में कहीं। उन्‍होंने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार ओमीक्रॉन का नया स्‍वरूप ज्‍यादा संक्रामक नहीं है। पॉजिटिव लोगों की संख्‍या में इजाफा हो सकता पर जान माल के खतरे की संभावना कम है। उन्‍होंने कहा कि कोविड टीका लगवा चुके लोगों के लिए खतरे की संभावना कम है। लोगों को बताया जाए कि घबराने की कोई जरूरत नहीं, लेकिन सतर्कता, सावधानी बनाये रखनी होगी।

उन्‍होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि एनसीआर के जिलों व लखनऊ में लिए सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क की अनिवार्यता को प्रभावी बनाया जाए। लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन के लिए जागरूक किया जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया जाए। इसके साथ ही स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल का बारे में बच्चों को जागरूक भी किया जाए।

प्रदेश में कुल एक्टिव केस की संख्या 980

उत्‍तर प्रदेश में कोविड के कुल एक्टिव केस की संख्या 980 है। बीते 24 घंटों में 01 लाख 14 हजार कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 205 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। प्रदेश में 81 लोगों ने संक्रमण को मात दी। गौतमबुद्ध नगर में 103, गाजियाबाद में 52 और लखनऊ में 16 नए पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है। इन जिलों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश सीएम ने दिए हैं।

बूस्टर टीकाकरण केंद्रों के बारे में आमजन को जागरूक-सीएम

30 करोड़ 95 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही 18+ आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज दी जा चुकी है। जबकि 86.85 प्रतिशत से अधिक वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 15 से 17 आयु वर्ग में 94.32 प्रतिशत किशोरों को पहली खुराक और 62 प्रतिशत से किशोरों को दोनों डोज दी जा चुकी है। सीएम ने बच्चों के टीकाकरण को और तेज करने के निर्देश दिए हैं। उन्‍होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि एक भी नागरिक टीकाकवर से वंचित न रहे। बूस्टर डोज की महत्ता और बूस्टर टीकाकरण केंद्रों के बारे में आमजन को जागरूक करें।

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उत्तर प्रदेश

कानपुर : 1992 के दंगो से बंद पड़े शिव जी के मंदिर को बीजेपी मेयर प्रमिला पांडेय ने खुलवाया

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कानपुर। यूपी के कानपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय ने मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में बंद पड़े 2 मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को अतिक्रमण हटवाने के निर्देश दिए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला। वहीं दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला।

क्या है पूरा मामला?

कानपुर की मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय अचानक पूरे दलबल के साथ थाना कर्नलगंज के लुधौरा क्षेत्र पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया। मेयर ने क्षेत्र में मौजूद दो मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को मंदिर पर हुए अतिक्रमण को हटवाने के निर्देश दिए।

वहीं साथ गई नगर निगम की टीम को मंदिर के अंदर और बाहर साफ सफाई के निर्देश दिए गए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला तो दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला। मेयर ने बताया कि उनको कुरान का भी ज्ञान है। उसमें भी लिखा है कि किसी भी धर्म का अपमान नही करना चाहिए। मंदिरों की साफ सफाई का अभियान लगातार चलता रहेगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

अयोध्या में भी 32 साल बाद खुला शिव मंदिर

अयोध्या के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित मुस्लिम बहुल लद्दावाला इलाके में स्थित एक बंद पड़े शिव मंदिर को 32 साल बाद फिर से खोला गया है। यह मंदिर 1992 में अयोध्या के विवादित बाबरी ढांचे के ध्वस्त किए जाने के बाद से बंद पड़ा था। सोमवार को मंदिर को दोबारा खोलने के लिए आयोजित शुद्धीकरण समारोह और हवन पूजा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। इस मौके पर पर स्थानीय हिंदू कार्यकर्ताओं ने स्वामी यशवीर महाराज के नेतृत्व में पूजा अर्चना की और मंदिर में श्रद्धा से दर्शन किए।

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