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अन्तर्राष्ट्रीय

जल ही जीवन है? : सौरमंडल के इस ग्रह पर मौजूद है पृथ्वी से भी ज़्यादा पानी, शोध में हुआ खुलासा

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नई दिल्ली। ‘जल ही जीवन है’ इस रद्दी कहावत का एक मायना ये भी है कि जल जीवन का प्रतीक है। पृथ्वी पर जीवन है क्योंकि यहां जल है। लेकिन एक शोध के मुताबिक सिर्फ पृथ्वी ही ऐसा ग्रह नहीं है जिस पर जीवन है बल्कि एक्सोप्लेनेट नाम के दूसरे ग्रह पर भी जीवन हो सकता है क्योंकि यहां जल की मौजूदगी पाई गई है।

पृथ्वी के अलावा सौरमंडल के बाहर दूसरे ग्रहों जैसे एक्सोप्लेनेट पर भी पानी मौजूद होने की संभावना है। ये ग्रह पृथ्वी के आकार से दो से चार गुना बड़े हैं। ये दावा हम नहीं कर रहे बल्कि ऐसा एक नए शोध में सामने आया है। इसका संबंध आकाशगंगा में हमारे अस्तित्व की मौजूदगी की संभावना से भी जुड़ा हो सकता है।

पहले भी कई बार एक्सोप्लेनेट में पानी की मौजूदगी की बात सामने आई है, लेकिन एक शोध के जरिए यह निष्कर्ष निकाला गया है कि हमारे सौर मंडल से बाहर जल वाले ग्रह होना एक सामान्य बात है। इस शोध को गोल्डस्मिट सम्मेलन में प्रस्तुत किया गया था।

ये शोध एक्सोप्लेनेट केपलर स्पेस टेलीस्कोप व गेइया मिशन के डाटा पर आधारित है। इसमें संकेत मिलता है कि बहुत से ग्रहों पर 50 फीसदी तक पानी हो सकता है, जो कि पृथ्वी पर मौजूद जल की मात्रा से 0.02 फीसदी से भी हो सकता है। वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि अब तक 4,000 एक्सोप्लेनेट खोजे गए हैं।

(Input- IANS/ Edited- AajkiKhabar)

अन्तर्राष्ट्रीय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी से की मुलाकात

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ब्राजील। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (स्थानीय समय) को ब्राजील के रियो डी जनेरियो में जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर अपने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने सांस्कृतिक और पब्लिक टू पब्लिक रिलेशन को मजबूत करने सहित व्यापार, निवेश और प्रौद्योगिकी में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।

पीएम मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि, रियो डी जनेरियो जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रधान मंत्री जियोर्जिया मेलोनी से मुलाकात करके खुशी हुई। हमारी बातचीत रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी में संबंधों को गहरा करने पर केंद्रित थी। हमने इस बारे में भी बात की कि संस्कृति, शिक्षा और ऐसे अन्य क्षेत्रों में सहयोग कैसे बढ़ाया जाए। भारत-इटली मित्रता एक बेहतर ग्रह के निर्माण में बहुत योगदान दे सकती है।

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