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ऑफ़बीट

इसके सिर्फ 2 बीज खाने से हर मर्द बिस्तर पर ला सकता है तूफ़ान, दूर होगी हर कमज़ोरी

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नई दिल्ली। शारीरिक रूप से कमज़ोर मर्द अक्सर तरह-तरह की आयुर्वेदिक और अंग्रेजी दवाओं का सहारा लेते है, जिनका फायदा हो न हो पर साइड इफ़ेक्ट ज़रूर होता है। ऐसे में या तो आप महंगी और भरोसेमंद दवाओं की ओर रुख कर सकते हैं या तो ऐसे घरेलू इलाजों की ओर कूच कर सकते हैं जो आसानी से उपलब्ध हो जाएं और जिनका कोई साइड इफ़ेक्ट न हो। ऐसे में शारीरिक कमज़ोरी से परेशान मर्द इस घरेलू चीज़ का सेवन कर सकते हैं और अपनी कमज़ोरी को बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के जड़ से उखाड़ फेंक सकते हैं।

अगर आप कद्दू के बीज का सेवन करते हैं तो ये आपकी कामेच्छा को उत्तेजित करता है। कद्दू के बीज काम इच्छा को उत्तेजित करने के लिए बहुत पुराने ज़माने से इस्तेमाल हो रहे है और आज भी कमज़ोरी को दूर करने के लिए इससे बेहतर चीज कुछ भी नहीं। इसको खाने का सही तरीका आपको पता होना चाहिए। 2 से 4 कद्दू के बीच को खाली पेट दूध के साथ खाइए। उसके दो घंटे बाद तक कुछ मत खाइए। दो घंटे बाद आप खाना खा सकते हैं। कुछ दिन के बाद ही ये अपना असर दिखाने लगेगा।

इस प्रकार की प्राकृतिक चीजें आसानी से उपलब्ध भी हो जाती है और कोई नुकसान भी नहीं करती। इनकी उपयोगिता को यदि गंभीरता से सीखा और जाना जाए तो ये बेहद कारगर साबित हो सकती हैं। लेकिन हम इस प्रकार के किसी इलाज का व्यक्तिगत तौर पर खंडन-मंडन नहीं करते हैं। हमारा उद्देश सिर्फ आपको उपलब्ध जानकारी से अवगत कराना है।

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मध्य प्रदेश के शहडोल में अनोखे बच्चों ने लिया जन्म, देखकर उड़े लोगों के होश

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शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां ऐसे बच्चों ने जन्म लिया है, जिनके 2 शरीर हैं लेकिन दिल एक ही है। बच्चों के जन्म के बाद से लोग हैरान भी हैं और इस बात की चिंता जता रहे हैं कि आने वाले समय में ये बच्चे कैसे सर्वाइव करेंगे।

क्या है पूरा मामला?

एमपी के शहडोल मेडिकल कालेज में 2 जिस्म लेकिन एक दिल वाले बच्चे पैदा हुए हैं। इन्हें जन्म देने वाली मां समेत परिवार के लोग परेशान हैं कि आने वाले समय में इन बच्चों का क्या भविष्य होगा। उन्हें समझ में ही नहीं आ रहा कि शरीर से एक दूसरे से जुड़े इन बच्चों का वह कैसे पालन-पोषण करेंगे।

परिजनों को बच्चों के स्वास्थ्य की भी चिंता है। बच्चों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। मेडिकल कालेज प्रबंधन द्वारा इन्हें रीवा या जबलपुर भेजने की तैयारी की जा रही है, जिससे इनका उचित उपचार हो सके। ऐसे बच्चों को सीमंस ट्विन्स भी कहा जाता है।

जानकारी के अनुसार, अनूपपुर जिले के कोतमा निवासी वर्षा जोगी और पति रवि जोगी को ये संतान हुई है। प्रेग्नेंसी के दर्द के बाद परिजनों द्वारा महिला को मेडिकल कालेज लाया गया था। शाम करीब 6 बजे प्रसूता का सीजर किया गया, जिसमें एक ऐसे जुडवा बच्चों ने जन्म लिया, जिनके जिस्म दो अलग अलग थे लेकिन दिल एक ही है, जो जुड़ा हुआ है।

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