Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

ऑफ़बीट

आज महिलाओं की अमिताभ बच्चन होती ये अभिनेत्री, सात फेरों ने किया करियर ख़त्म

Published

on

Loading

मुंबई। क्या आप मानेंगे कि 8 साल की उम्र में बॉलीवु़ड में डेब्यू करने वाली अभिनेत्री का करियर सात फेरों यानी शादी के चलते डूब गया। हम बात 8 जुलाई को जन्मी काबिल और खूबसूरत अभिनेत्री नीतू कपूर की कर रहे हैं। नीतू ने 1966 में आई फिल्म ‘सूरज’ में बाल कलाकार की भूमिका निभाकर अपने सफल करियर का शुरूआत की थी। लेकिन नीतू को पहचान 1973 में आई फिल्म ‘रिक्शावाला’ से मिली थी। इस फिल्म में वो पहली बार दमदार अभिनय और मुख्य भूमिका में नज़र आईं थी।

लेकिन ये फिल्म फ्लॉप हो गई और इसे कोई खास प्रशंसा नहीं मिली। लेकिन 1973 में आई उनकी फिल्म ‘यादों की बारात’, जो कि एक सुपरहिट फिल्म थी, से उनको न सिर्फ पहचान मिली बल्कि अवसर भी मिले। इस फिल्म के एक सुपरहिट गाने “लेकर हम” ने उनको सुर्खियों में ला दिया। इसके बाद तो उनके पास फिल्मों के ऑफरों की लाइन लग गई। इसके बाद जो दौर आया, नीतू कपूर ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में अपने समय के सभी सुपरस्टार्स के साथ कीं। कई फिल्मों में वो अपने बॉयफ्रेंड और पति ऋषि कपूर के साथ भी नज़र आईं।

15 सितंबर 1980 को नीतू सिंह और ऋषि कपूर ने शादी कर ली। नीतू तब केवल 21 साल की थीं। अपनी शादी के बाद से ही नीतू ने बॉलीवुड को अलविदा कह दिया। जिस उम्र में आजकल नई एक्ट्रेस फिल्मी दुनिया में कदम रखती हैं उसी उम्र में नीतू ने बॉलीवुड को अलविदा बोल दिया था। उस समय के लोग बताते हैं कि अगर नीतू ने इतनी जल्दी फिल्में करना ना छोड़ा होता तो वह आज बॉलीवुड की लेडी अमिताभ होतीं।

ऑफ़बीट

मध्य प्रदेश के शहडोल में अनोखे बच्चों ने लिया जन्म, देखकर उड़े लोगों के होश

Published

on

By

Loading

शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां ऐसे बच्चों ने जन्म लिया है, जिनके 2 शरीर हैं लेकिन दिल एक ही है। बच्चों के जन्म के बाद से लोग हैरान भी हैं और इस बात की चिंता जता रहे हैं कि आने वाले समय में ये बच्चे कैसे सर्वाइव करेंगे।

क्या है पूरा मामला?

एमपी के शहडोल मेडिकल कालेज में 2 जिस्म लेकिन एक दिल वाले बच्चे पैदा हुए हैं। इन्हें जन्म देने वाली मां समेत परिवार के लोग परेशान हैं कि आने वाले समय में इन बच्चों का क्या भविष्य होगा। उन्हें समझ में ही नहीं आ रहा कि शरीर से एक दूसरे से जुड़े इन बच्चों का वह कैसे पालन-पोषण करेंगे।

परिजनों को बच्चों के स्वास्थ्य की भी चिंता है। बच्चों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। मेडिकल कालेज प्रबंधन द्वारा इन्हें रीवा या जबलपुर भेजने की तैयारी की जा रही है, जिससे इनका उचित उपचार हो सके। ऐसे बच्चों को सीमंस ट्विन्स भी कहा जाता है।

जानकारी के अनुसार, अनूपपुर जिले के कोतमा निवासी वर्षा जोगी और पति रवि जोगी को ये संतान हुई है। प्रेग्नेंसी के दर्द के बाद परिजनों द्वारा महिला को मेडिकल कालेज लाया गया था। शाम करीब 6 बजे प्रसूता का सीजर किया गया, जिसमें एक ऐसे जुडवा बच्चों ने जन्म लिया, जिनके जिस्म दो अलग अलग थे लेकिन दिल एक ही है, जो जुड़ा हुआ है।

Continue Reading

Trending