Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

भोपाल की यह रोड अब कही जाएगी लाडली लक्ष्मी रोड: सीएम शिवराज    

Published

on

Ladli Laxmi Road

Loading

भोपाल। मप्र स्थापना दिवस के दूसरे दिन आज 2 नवंबर को लाडली लक्ष्मी उत्सव के अंतर्गत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाडली लक्ष्मी रोड (Ladli Laxmi Road) व लाडली लक्ष्मी वाटिका बनाने की घोषणा की।

यह भी पढ़ें

खेलों को प्रोत्साहन देने में मध्यप्रदेश सरकार का प्रयास सराहनीय, बजट बढ़कर हुआ 350 करोड़

ट्विटर पर ब्लू टिक के लिए अब देने होंगे पैसे, हर महीने इतना वसूलेंगे एलन मस्क!

इस अवसर पर सीएम शिवराज ने कहा आज ये हिंदुस्तान में क्या, शायद पूरी दुनिया में पहली बार हो रहा होगा कि लाडली लक्ष्मी बेटियों के नाम से वाटिका बनी है, जहां पेड़ लगाए जाएंगे। मेरी बेटियों ने कई जगह पेड़ लगाए है। एक पार्क लाडली लक्ष्मी बेटियों के नाम, लाडली लक्ष्मी वाटिका। यह सभी 52 जिलों में हुआ है। बाद में इस वाटिका को जिलों के नीचे भी ले जाएंगे।

उन्होंने घोषणा की कि भारत माता चौराहे से लेकर पॉलीटेक्निक चौराहे तक को अब लाडली लक्ष्मी रोड कहा जायेगा। उन्होंने कहा इस चौराहे को, जिसमें यह स्मार्ट पार्क भी आता है, यह स्मार्ट रोड था, अब यह स्मार्ट रोड नहीं लाडली लक्ष्मी रोड कहा जायेगा।”

सीएम ने कहा बड़े लोगों के नाम से, महापुरुषों के नाम से रोड का नाम रखने की परंपरा तो थी तो मैंने कहा मेरी लाडली लक्ष्मी बेटियां तो बड़ी होकर प्रदेश का भविष्य बनाएंगी, देश का भविष्य गढ़ेंगी ये बहुत आगे बढ़ेंगी। इसलिए एक रोड का नाम “लाडली लक्ष्मी रोड” रख दिया जाए।

सीएम शिवराज ने कहा आज मेरी बेटियों के नाम पर पथ का नाम शायद दुनिया में पहली बार हो रहा होगा। बेटियों के नाम पर रोड का नाम, दोनो तरफ लाडली लक्ष्मी योजना का प्रचार-प्रसार उसके लाभ और दोनो तरफ बेटियों के सशक्तिकरण की योजनाओं का भी प्रचार-प्रसार होगा।

यह लाड़ली लक्ष्मी पथ मुझे लाडली लक्ष्मी बेटियों के सम्मान में रोड का नाम रखना था क्योंकि बेटियों के सम्मान से बढ़कर कोई और सम्मान नहीं है। बेटियों का सम्मान नहीं होगा तो देश और प्रदेश कभी भी सुखी नहीं रह सकता।

Ladli Laxmi Road, Ladli Laxmi Road in Bhopal, Ladli Laxmi Road news,

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

Published

on

Loading

संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

Continue Reading

Trending