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बिजनेस

ITR फाइल करने का आज आखिरी मौका, चूके तो भरना पड़ सकता है भारी जुर्माना

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Today is the last chance to file ITR

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नई दिल्ली। अगर आप इनकम टैक्स के दायरे में आते हैं तो आज आईटीआर फाइल करने का आखिरी दिन यानी 31 जुलाई है। अगर आप इस तारीख तक अपना आईटीआर जमा नहीं करते हैं तो आपको जुर्माना भरना पड़ सकता है। इसके साथ ही आपकी फाइनेंसियल प्रोफाइल पर भी इसका नकारात्मक असर होगा।

6 करोड़ लोगों ने जमा किया ITR

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, 30 जुलाई की शाम 6:30 बजे तक 6 करोड़ से ज्यादा लोग अपना आईटीआर जमा कर चुके थे। इसमें से करीब 26.76 लाख लोगों ने रविवार यानी 30 जुलाई को ही आईटीआर जमा किया था।

साथ ही शाम 6:30 बजे तक इनकम टैक्स के ई-फाइलिंग पोर्टल पर 1.30 करोड़ से ज्यादा लॉगिन देखने को मिले थे। इसके अलावा इनकम टैक्स विभाग की ओर से लोगों को सलाह दी जा रही है कि जल्द से जल्द आईटीआर रिटर्न जमा कर दें, जिससे आपको भविष्य में मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़े।

ITR न जमा करने पर कितना लगता है जुर्माना?

अगर कोई व्यक्ति देरी से अपना आईटीआर जमा करता है तो इनकम टैक्स के नियमों के मुताबिक, 31 दिसंबर, 2023 तक उसकी आय के मुताबिक उसे 5,000 रुपये तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है। हालांकि, अगर किसी व्यक्ति की आय पांच लाख रुपये से कम है तो उसे 1,000 रुपये का जुर्माना भरना पड़ेगा।

ITR न जमा करने के नुकसान

आईटीआर जमा नहीं करने से आपकी फाइनेंसियल प्रोफाइल पर नकारात्मक असर होता है।

शेयर बाजार में हुए नुकसान को कैरी फॉरवर्ड नहीं कर सकते हैं।

ITR में गैप होने के कारण लोन आदि मिलने में मुश्किल हो सकती है।

क्रेडिट स्कोर पर भी कम हो सकता है।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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