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उत्तर प्रदेश

विकास के बैरियर से अनलिमिटेड पोटेंशियल वाला राज्य बना यूपी-योगी आदित्यनाथ

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नई दिल्ली। 2017 -18 से पहले उत्तर प्रदेश को भारत के विकास का बैरियर माना जाता था, जहां निराशा और हताशा का माहौल था। लेकिन आज वही यूपी देश के एमएसएमई सेक्टर का महत्वपूर्ण आधार बन चुका है। यूपी अब बैरियर से अनलिमिटेड पोटेंशियल वाला राज्य बनकर उभरा है। ये बातें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में यूपी पवेलियन के शुभारंभ के अवसर पर कहीं।

योगी आदित्यनाथ ने पूर्व की सरकारों पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश पहले विकास से अछूता था। भारत के विकास का बैरियर माना जाता था। लेकिन अब हालात पूरी तरह बदल चुके हैं। 96 लाख सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम के जरिए यूपी अब देश के एमएसएमई सेक्टर का महत्वपूर्ण आधार बन चुका है। राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति सुदृढ़ होने से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। यूपी को 40 लाख करोड़ तक के निवेश प्रस्ताव मिल चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार वर्ष 2018 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा से एक जिला, एक उत्पाद को वैश्विक मंचों पर प्रोत्साहित कर रही है। सरकार ओडीओपी के जरिए न केवल यूपी के लाखों उद्यमियों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाई है बल्कि इसके जरिए करोड़ों युवाओं को नौकरी और रोजगार से जोड़ने में भी पूर्णतया सफल रही है। उन्होंने कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला एशिया का सबसे बड़ा व्यापार मेला है। इसमें भारत के सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यमियों को अपने उत्पादों को पूरी दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का बेहतरीन मंच मिलता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार पिछले साल से ही यूपी के उत्पादों को ग्रेटर नोएडा में आयोजित यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के जरिए भी प्रमोट कर रही है। जिसमें 2 हजार से अधिक भारतीय प्रदर्शकों के अलावा बड़ी संख्या में विदेशी उद्यमी भी शामिल होते हैं। इस बार हुए आयोजन में यूपी के उद्यमियों को 10 हजार करोड़ तक के आर्डर मिले।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत मंडपम में आयोजित हो रहे व्यापार मेले में यूपी पवेलियन में ओडीओपी के तहत अलग अलग जिलों के उत्पाद प्रदर्शित किए जा रहे हैं। उन्होंने मेरठ के खेलकूद के समानों से लेकर बनारस की सिल्क साड़ियां, लखनऊ की चिकनकारी, मुरादाबाद के ब्रॉस समेत कई उत्पादों का जिक्र भी किया।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों के सहयोग के चलते आज एमएसएमई उद्यमियों के पास आर्डर की कमी नहीं है। सरकार इन उद्यमियों को उत्पादों की डिजाइनिंग, पैकेजिंग समेत इस तरह के व्यापार मेले के आयोजन के जरिए लगातार प्रोत्साहित कर रही है। मुख्यमंत्री ने व्यापार मेले को यूपी के उद्यमियों के बेहतरीन अवसर बताते हुए आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया।

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उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

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लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

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